रेलवे ने वित्त वर्ष 2007-08 के दौरान लाभांश पूर्व 25,000 करोड़ रुपये का सरप्लस हासिल कर नया कीर्तिमान बनाया है जबकि परिचालन अनुपात सुधरकर 76 प्रतिशत हो गया है। रेल मंत्री लालू प्रसाद ने रेलवे के इतिहास में अब तक की सबसे बड़ी वार्षिक योजना की घोषणा की। वार्षिक योजना के तहत 2008-09 में 37,500 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है जो बीते साल के मुकाबले 21 प्रतिशत अधिक है।
उन्होंने बताया कि रेलवे का शुध्द राजस्व 18,416 करोड़ रुपये होने और लाभांश भुगतान के बाद शुध्द सरप्लस 13,534 करोड़ रुपये होने की संभावना है। साथ ही उन्होंने कहा कि रेलवे का फंड बैलेंस वर्ष के अंत तक 20,483 करोड़ रुपये होने की संभावना है जो बजट लक्ष्य की तुलना में 27 प्रतिशत अधिक होगा। रेलवे ने छठे वेतन आयोग की सिफारिशों के मद्देनजर 750 करोड़ रुपये साधारण संचालन व्यय और 500 करोड़ रुपये पेंशन फंड के रूप में सुरक्षित किया है। कुल संचालन व्यय 55.421 करोड़ रुपये होने की संभावना है।
रेलवे ने 2007-08 के दौरान एक कर्मचारी पर 1.27 लाख रुपये की कमाई दर्ज की है। यह बीते साल के मुकाबले 24.5 प्रतिशत अधिक है। लालू प्रसाद ने कहा कि रेलवे ने 2012 तक 1,10 करोड़ टन का माल लदान और 8.4 अरब रुपये का यात्री किराया हासिल करने का लक्ष्य तय किया है।
रेल मंत्री ने रेल पटरियों के दोहरीकरण की राशि को बढ़ाकर 2,500 करोड़ रुपये कर दिया है। टैरिफ सुविधाओं के लिए 984 करोड़ रुपये और रेल विकास निगम लिमिटेड के तहत क्रियान्वित होने वाली परियोजना के लिए 1,535 करोड़ रुपये का प्रावधान है। नई रेल लाइनों के लिए 1,730 करोड़ रुपये, गेज परिवर्तन के लिए 2,489 करोड़ रुपये, बिजलीकरण के लिए 626 करोड़ रुपये और महानगरीय परिवहन परियोजनाओं के लिए 650 करोड़ रुपये का प्रावधान किया गया है। सुरक्षा से जुड़ी योजनाओं के लिए 3,600 करोड़ रुपये पटरियों की मरम्मत, 1520 करोड़ रुपये सिगनल और दूरसंचार से जुड़े कामों, 700 करोड़ रुपये रोड, ओवर ब्रिज और अंडर ब्रिज तथा 600 करोड़ रुपये का प्रावधान मानव रहित क्रॉसिंग के रखरखाव के लिए किया गया है। रेल मंत्री ने नई रेल परियोजनाओं के लिए वित्त मंत्री से 1,712 करोड़ रुपये के अतिरिक्त फंड की मांग भी की है।
रेलवे द्वारा रिकार्ड मुनाफा दर्ज करने के कारण 2007-08 के दौरान परिचालन अनुपात में भी सुधार देखने को मिला है। इस दौरान परिचालन अनुपात को संशोधित करते हुए 76.3 प्रतिशत कर दिया गया है जो बीते वर्ष के मुकाबले 2.4 प्रतिशत अधिक है। परिचालन अनुपात इस बात की ओर इशारा करता है कि रेलवे कितने प्रभावी ढंग से काम कर रहा है। यह अनुपात तीन साल पहले 90 प्रतिशत से अधिक था। वित्त वर्ष 2008-09 के दौरान परिचालन अनुपात को 81.4 प्रतिशत करने की लक्ष्य तय किया गया है।
