जम्मू और कश्मीर में नीलम से होने वाली आमदनी से उत्साहित होकर राज्य सरकार ने मई में जम्मू में नीलम की दूसरी नीलामी करने का फैसला किया है। सरकार ने हैदराबाद स्थिति इंडियन रिमोट सेंसिंग सेंटर
उद्योग मंत्री नवांग रिगजिन जोरा ने बताया कि मुख्यमंत्री गुलाम नबी आजाद के साथ इस मुद्दे पर चर्चा की गई है। उन्होंने कहा कि इस क्षेत्र में नीलम के भंडार के बारे में ठीक
–ठीक अनुमान नहीं है। इसके लिए हैदराबार स्थित संस्थान से मौके का दौरा करने और जल्द से जल्द सर्वेक्षण करने के लिए कहा गया है।
सूत्रों ने बताया कि जम्मू–कश्मीर मिनरल्स लिमिटेड की पिछली नीलामी में 34 खानों की निलामी की गई थी। इसके सरकार को 132 लाख रुपये का राजस्व मिला है। लेकिन इस क्षेत्र में बहुमूल्य खनिज के होने की बात उजागर होने के बाद नीलम की चोरी की आशंका भी बढ़ गई है।
राज्य सरकार ने नीलम की सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए किश्तवार में पाद्दार स्थित खदानों में सुरक्षा ग्रिड की स्थापना करने का फैसला किया है। अधिकारियों ने बताया कि पहले चोरी की आशंका कम थी क्योंकि बहुत कम लोगों को पता था कि इस इलाके में नीलम है। लेकिन पिछले सप्ताह जम्मू में तीन दिन तक चली नीलम की नीलामी के बाद जोखिम बढ़ गए हैं। बताते चलें कि 23 ग्राम नीलम की कीमत 13 से 15 लाख रुपये के बीच बैठती है।
जम्मू सरकार करीब 15 किलो नीलम की नीलामी करने की योजना बना रही है। वरिष्ठ सुरक्षा अधिकारियों के हैलीकाप्टर से स्थिति का जायजा लेने की खबर मिली है। सरकार खासकर सर्दियों के महीनों में नीलम की सुरक्षा को लेकर चिंतित है। सर्दियों में इस जगह 10 से 20 फुट तक बर्फ गिरती है और ऐसे में सुरक्षाकर्मियों के लिए हालात काफी मुश्किल हो जाते हैं।