उत्तर प्रदेश के पास जल्द ही पांच प्रसिद्ध उत्पादों के विशेष अधिकार होंगे। उतर प्रदेश निर्यात ब्यूरो और भारतीय उद्योग संघ इन उत्पादों के लिए भौगोलिक संकेतक प्रमाणपत्र हासिल करने की कोशिकश कर रहे है।
इन उत्पादों में मुरादाबाद के तांबे का काम, मलीहाबाद का आम, फिरोजाबाद का कांच का सामान और कानपुर का चमड़े का सामान शामिल है।
उत्तर प्रदेश निर्यात संवर्धन ब्यूरों (ईपीबी) के संयुक्त आयुक्त प्रभात कुमार ने बताया कि उत्तर प्रदेश की हस्तशिल्प को बढ़ावा देने के लिए एक विस्तृत योजना तैयार की गई है। छोटे उद्योग और निर्यात संवर्धन के प्रधान सचिव जैकब पामस ने उत्तर प्रदेश के परंपरागत हस्तशिल्प की ब्राडिंग पर जोर दिया है। उन्होंने बताया कि उत्तर प्रदेश की हस्तशिल्प पूरी दुनिया में अनूठी है लेकिन इसे जोरदार मार्केटिंग समर्थन की जरूरत है।
इस साल अप्रैल में एक विस्तृत कार्य योजना तैयार की जाएगी, जिसका मकसद 11वीं पंचवर्षीय योजना के बाकी 4 वर्षों के दौरान उत्तर प्रदेश की पंरपरागत हस्तशिल्प को लोकप्रिय बनाना होगा। इस कार्यशाला का आयोजन निर्यात संवर्धन ब्यूरो और बौद्धिक संपदा लैब ने किया था। कार्यशाला का उद्देश्य भागीदारों के बीच बौद्धिक संपदा अधिकारों के बारे में समझ को बढ़ाना था।