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Personal Loans: फिनटेक के लोन वितरण में 21 प्रतिशत की ग्रोथ

डिजिटल लोन के मूल्य में सर्वाधिक 40 फीसदी हिस्सेदारी छोटे शहरों के उपभोक्ताओं की है। इसके बाद मझोले शहरों की 35 फीसदी और बड़े शहरों की 25 फीसदी हिस्सेदारी है।

Last Updated- August 22, 2023 | 10:51 PM IST
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फिनटेक कंपनियों ने मार्च 2023 में समाप्त हुए वित्त वर्ष में 92,267 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया। डिजिटल ऋण की समेकित वृद्धि में वित्त वर्ष 22 की तुलना में वित्त वर्ष 23 में सालाना आधार पर 21 प्रतिशत की वृद्धि हुई। फेस इक्विफैक्स फिनटैक लें​डिंग ट्रेंडस रिपोर्ट के मुताबिक डिजिटल ऋण की संख्या में सालाना आधार पर 49 प्रतिशत की वृद्धि हुई है।

यह संख्या 4.77 करोड़ से सालाना आधार पर बढ़कर वित्त वर्ष 23 में 7.1 करोड़ हो गई। फिनटेक उद्योग ने वित्त वर्ष 22 में 76,396 करोड़ रुपये का ऋण वितरित किया था और इस आलोच्य अवधि में सालाना आधार पर 61 फीसदी की वृद्धि हुई थी। फिनटेक एसोसिएशन ऑफ कंज्यूमर इम्पावरर्मेंट (फेस) और वैश्विक आंकड़ा विश्लेषण कंपनी एक्विफैक्स की संयुक्त रिपोर्ट के मुताबिक वित्त वर्ष 22 में सालाना आधार पर उच्च वृद्धि दर्ज की गई थी।

इसका कारण यह था कि वित्त वर्ष 21 में कोविड के कारण आधार कम हो गया था। डिजिटल ऋण का औसत रकम कम हो गई है। औसत रकम वित्त वर्ष 23 में 19 फीसदी गिरकर 12,989 रुपये हो गई जबकि यह वित्त वर्ष 22 में 16,026 रुपये थी। इस क्रम में डिजिटल ऋण का वित्त वर्ष 21 में औसत रकम 27,088 करोड़ रुपये थी।

डिजिटल ऋण में वित्तीय समावेशन जारी है। डिजिटल ऋण के मूल्य में सर्वाधिक 40 फीसदी हिस्सेदारी छोटे शहरों के उपभोक्ताओं की है। इसके बाद मझोले शहरों की 35 फीसदी और बड़े शहरों की 25 फीसदी हिस्सेदारी है। डिजिटल ऋण के कुल मूल्य में 80 फीसदी से अधिक हिस्सेदारी 40 साल के कम उपभोक्ताओं की है। डिजिटल ऋण में व्यक्तिगण ऋण उत्पादों की हिस्सेदारी प्रमुख है।

वित्त वर्ष 23 में डिजिटल ऋण में व्यक्तिगत ऋण की हिस्सेदारी 83 प्रतिशत थी, यह वित्त वर्ष 22 में 84 फीसदी थी। लिहाजा वित्त वर्ष 22 की तुलना में वित्त वर्ष करीब करीब बराबर सा था। हालांकि डिजिटल ऋण में व्यक्तिगत ऋण की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 21 में 63 फीसदी थी।

डिजिटल ऋण के वितरण के मूल्य में व्यक्तिगत ऋण की हिस्सेदारी वित्त वर्ष 23 में 72 प्रतिशत, वित्त वर्ष 22 में 65 प्रतिशत और वित्त वर्ष 21 में 51 प्रतिशत थी। ऋण की संख्या में कंज्यूमर ऋण की हिस्सेदारी 16 प्रतिशत थी जबकि यह वित्त वर्ष 22 में 15 प्रतिशत और वित्त वर्ष 21 में 35 प्रतिशत थी। छह माह से कम के अल्पावधि के ऋण की बाजार हिस्सेदारी बढ़ी है। कुल ऋण वितरण में अल्पावधि ऋण की हिस्सेदारी बढ़कर 88 फीसदी हो गई जबकि यह वित्त वर्ष 22 में 65 फीसदी थी।

First Published - August 22, 2023 | 10:51 PM IST

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