facebookmetapixel
2026 में मिड-सेगमेंट बनेगा हाउसिंग मार्केट की रीढ़, प्रीमियम सेगमेंट में स्थिरता के संकेतYear Ender 2025: IPO बाजार में सुपरहिट रहे ये 5 इश्यू, निवेशकों को मिला 75% तक लिस्टिंग गेनIDFC FIRST ने HNIs के लिए लॉन्च किया इनवाइट-ओनली प्रीमियम कार्ड ‘Gaj’; जानें क्या है खासियत90% प्रीमियम पर लिस्ट हुए इस SME IPO के शेयर, निवेशकों को नए साल से पहले मिला तगड़ा गिफ्ट2026 में सोना-चांदी का हाल: रैली जारी या कीमतों में हल्की रुकावट?Gujarat Kidney IPO की शेयर बाजार में पॉजिटिव एंट्री, 6% प्रीमियम पर लिस्ट हुए शेयरGold silver price today: सोने-चांदी के दाम उछले, MCX पर सोना ₹1.36 लाख के करीबDelhi Weather Today: दिल्ली में कोहरे के चलते रेड अलर्ट, हवाई यात्रा और सड़क मार्ग प्रभावितNifty Outlook: 26,000 बना बड़ी रुकावट, क्या आगे बढ़ पाएगा बाजार? एनालिस्ट्स ने बताया अहम लेवलStock Market Update: शेयर बाजार में उतार-चढ़ाव, सेंसेक्स 50 अंक टूटा; निफ्टी 25900 के करीब

महंगाई की मार से बेअसर रही है नॉन-वेज थाली

Last Updated- December 07, 2022 | 12:05 AM IST

महंगाई बढ़ गयी है, लेकिन नॉन वेज रेस्टोरेंट की ग्राहकी में कमी नहीं आयी है। इस प्रकार के रेस्टोरेंट में लोगों का आना-जाना पहले की तरह ही है।


ऐसा इसलिए है कि नॉन वेज खानों की कीमतों में बहुत ही मामूली इजाफा हुआ है। यह अलग बात है कि इसकी लागत में बढ़ोतरी बाजार के मुताबिक ही हुई है। लेकिन रेस्टोरेंट मालिक अपने ग्राहकों को बनाए रखने के लिए अपने मुनाफे के प्रतिशत को कम कर दिया है।

इससे उनके कुल लाभ में कमी नहीं आयी है। क्योंकि कीमत में मामूली बढ़ोतरी से उनके ग्राहकों की संख्या में बढ़ोतरी हो रही है। किंग्सवे कैंप स्थित द डिनर रेस्टोरेंट की मालकिन अनु सक्सेना कहती है, पिछले दो सालों से हमने नॉन वेज की कीमतों में कोई बढ़ोतरी नहीं की है। हमारे ग्राहक बंधे हुए हैं।

कीमत बढ़ने से उनके टूटने की आशंका है। वे यह भी कहती है कि एक किलोग्राम मटन व चिकन को तैयार करने में पिछले साल के मुकाबले इस साल 15 फीसदी तक का इजाफा हो गया है। खाद्य तेलों के दाम बढ़ गये हैं, मसालों के दाम बढ़ गए हैं। पटेल चेस्ट के सगुन रेस्टोरेंट के मनीष मल्होत्रा कहते हैं, पिछले दो सालों में मात्र 5-7 फीसदी का इजाफा किया है।

पिछले साल वे फुल प्लेट बटर चिकन 220 रुपये में बेचते थे और अब इसकी कीमत 230 रुपये हो गयी है। हांडी चिकन, कराही चिकन, तवा चिकन, चिकन करी व चिकन मसाले में भी लगभग इसी अनुपात में बढ़ोतरी की गयी है। मटन करी में पिछले साल के मुकाबले जरूर 10 फीसदी तक का इजाफा किया गया है।

पिछले साल मटन करी की कीमत 100 रुपये फुल प्लेट थी जो बढ़कर 110 रुपये हो गयी है। रोहिणी सेक्टर-8 डीडीए मार्केट के नॉन वेज विक्रेता सरदार सिंह कहते हैं, चिकन व मटन के दाम अधिक बढ़ाने से ग्राहकी खराब होने की पूरी आशंका रहती है। ऐसा इसलिए है कि अगर नॉन वेज की कीमत ज्याद बढ़ जाएगी तो वे इसे खाना छोड़ देंगे।

First Published - May 19, 2008 | 11:16 PM IST

संबंधित पोस्ट