रेल मंत्री लालू प्रसाद को अगर बाजीगर कहा जा रहा है तो इसकी कुछ वजहें हैं। अपने लोक लुभावन बजट में लालू प्रसाद ने यात्रियों की जेब पर बोझ बढ़ाए बिना ही यात्रा को अधिक आरामदेह और साफ
इसी का नतीजा है कि अब आपको रेल की पटरियों की सफाई करते हुए रोबोट दिखाई दे जाएंगे। इस फैसले से सफाईकर्मियों में नाराजगी हो सकती है लेकिन आम यात्री यह सोच कर खुश हैं कि शायद अब पटरियों पर गंदगी न दिखाई दे।
रेल मंत्रालय की एक विशेष परियोजना के तहत नेशनल इंस्टीटयूट आफ टेक्ॉलाजी
(एनआईटी) द्वारा तैयार किया गया रोबोट जालंधर में प्लेटफार्म से सटी रेलवे की पटरियों की सफाई कर रहा है। मंत्रालय को उम्मीद है कि इस पहल से प्लेटफार्म को हाईटेक ढंग से साफ–सुथरा बनाया जा सकेगा।
उच्च दाब वाले वाटर जेट से लैस इस रोबोट को गाड़ियों के आने और जाने के समय के मुताबिक प्रोग्राम किया जा सकेगा। बेहतर सफाई के लिए मैनुअल प्रोग्रामिंग के जरिए रोबोट का संचालन किया जा सकता है।
मानव संसाधन मंत्रालय ने परियोजना के सफल होने पर रोबोट को तैयार करने वाले वैज्ञानिक कुलदीप सिंह नेगी को
30 लाख रुपये का पुरस्कार दिया है। नेगी एनआईटी के डिपार्टमेंट आफ इंस्टू्रमेंटल एेंड कंट्रोल इंजीनियरिंग में लेक्चरर हैं। सरकार ने उन्हें कॉमनवेल्थ स्कॉलरशिप के लिए भी नामित किया है ताकि वह रोबोटिक्स और आर्टिफीशियल इंटेलीजेंस में पीएचडी कर सकें।
नेगी ने बताया कि उन्होंने साफ
–सफाई के बारे में अध्ययन किया और रेल की पटरियों तथा प्लेटफार्म के लिए रोबोट डिजाइन किया। इस काम में पटरियों की बनावट और रेलगाड़ियों की आवाजाही का खास ध्यान रखा गया है।
उन्होंने बताया कि ‘इस रोबोट में ऑन लाइन और आफ लाइन प्रोग्रामिंग की जा सकती है और इसमें कई इंडीकेटर और सीटी हैं। इसकी प्रणाली काफी लचीली है और केन्द्रीकृत प्रणाली के जरिए इसे नियंत्रित किया जा सकता है।‘ उन्होंने बताया कि टच स्क्रीन के जरिए रोबोट का नियंत्रण काफी आसान है।
नेगी ने दावा किया कि यह रोबोट उच्च दाब वाले वाटर जेट के जरिए सफाई करने में माहिर है और इसके इस्तेमाल से पानी
, ऊर्जा और अन्य लागत की बचत भी होती है। उन्होंने कहा कि ‘हमारा मानना है कि कंट्रोलर को भी वैश्विक मानकों को आधार पर तैयार करना चाहिए।‘ नेगी ने बीते साल चीन में आयोजित एक सम्मेलन में इस प्रोजेक्ट पर आधारित एक पेपर भी पढ़ा है।
यह रोबोट रेलगाड़ियों की भारी आवाजाही के बीच बिना किसी बाधा के सफाई कर सकती है। ऐसा गाड़ियों की आने और जाने के समय के मुताबिक प्रोग्रामिंग करने से संभव होगा। उन्होंने बताया कि रोबोट का इस्तेमाल रेल गाड़ियों की सफाई के लिए भी किया जा सकता है। एनआईटी के निदेशक डा मोईनुद्दीन ने बताया कि उन्होंने रेल मंत्रालय से नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर इस रोबोट का तैनात करने के लिए कहा है।