कोलकाता और ढाका के बीच 14 अप्रैल से शुरू होने वाली सीधी रेल सेवा कुछ समय के लिए टल सकती है।
भारत और बांग्लादेश सरकार द्वारा इस संबंध में किए गए प्रयासों के बावजूद यदि पश्चिम बंगाल सरकार की अपील पर विचार किया जाता है तो दोनों देशों की जनता को अभी कुछ और समय इंतजार करना होगा।
पश्चिम बंगाल में मई में होने वाले पंचायत चुनावों के मद्देनजर राज्य सरकार ने इच्छा जताई है कि ट्रेन सेवा सात अप्रैल और 21 मई के बीच न चलाई जाए। सरकार को आशंका है कि इस कार्यक्रम को आगे बढ़ाने से आदर्श आचार संहिता का उल्लंघन होगा। कल पूर्वी रेलवे के महाप्रबंधक एम के गोयल तथा राज्य के प्रमुख सचिव ए के देब और गृह सचिव ए एम चक्रवती के बीच हुई बैठक में इस मसले पर विचार विमर्श किया गया।