रोजगार देने के मामले में कोलकाता ने काफी ऊंची छलांग लगाई है। मंदी के इस दौर में भी कोलकाता ने रोजगार समीक्षा सूचकांक में सबसे अधिक 13 अंकों की छलांग लगाई है।
जबकि पुणे इस सूचकांक में लगभग 65 अंक नीचे गिरा है। टीमलीज सर्विसेज की ओर से हाल ही में किए गए अध्ययन ‘रोजगार समीक्षा रिपोर्ट: अप्रैल-जून 2009’ में यह बात सामने आई है।
रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि मौजूदा रोजगार समीक्षा सूचकांक 10 सूचकांक अंक गिरकर इस समय 24 पर है। पिछली तिमाही से अभी तक इसमें 30 अंकों की गिरावट आई है। इसके साथ ही कारोबारी समीक्षा सूचकांक में भी 8 सूचकांक अंकों की गिरावट आई है, अब यह घटकर 2 पर है। जबकि पिछली तिमाही से अभी तक इसमें 50 अंकों की गिरावट आई है।
दिल्ली, हैदराबाद और पुणे जैसे शहरों के सूचकांक में रोजगार के मामले में काफी गिरावट आई है। अगर क्षेत्रों की बात की जाए तो इन्फ्रास्ट्रक्चर क्षेत्र को छोड़कर बाकी सभी क्षेत्रों के रोजगार सूचकांक में काफी गिरावट आई है। वित्तीय सेवा क्षेत्र में 40 अंकों और दूरसंचार क्षेत्र में 39 अंकों की कमी आई है।
रिपोर्ट में कहा गया है कि प्रबंधन के स्तर पर लोगों को नियुक्तियों में काफी कमी आई है। जबकि उत्पादन, प्रशासन और वित्त में लोगों को नियुक्त करने की दर स्थिर ही है। पिछले 3 महीनों में हैदराबाद और बेंगलुरु में बाकी शहरों के मुकाबले काफी अधिक लोगों ने नौकरी छोड़ी है। इस मामले में अहमदाबाद ने बाकी शहरों के मुकाबले बाजी मारी है।
पिछले 3 महीनों के दौरान अहमदाबाद में नौकरी छोड़ने की दर 3 फीसदी और पिछले एक साल में 4 फीसदी रही है। पहली तिमाही में सभी क्षेत्रों में नौकरी छोड़ने की दर 15 फीसदी से कम ही रही है। पिछले एक साल में स्वास्थ्य क्षेत्र में नौकरी छोड़ने की दर 16 फीसदी जबकि बाकी क्षेत्रों के लिए 15 फीसदी रही।
टीमलीज सर्विसेज की महाप्रबंधक सुरभि माथुर- गांधी ने कहा, ‘इस अध्ययन के नतीजे अच्छे और बुरे दोनों ही हैं। वित्त सेवा क्षेत्र, आईटीईएस, रिटेल, एफएमसीजी, निर्माण, इंजीनियरिंग और आईटी जैसे क्षेत्रों में विकास और विस्तार योजनाएं रुकने की बात से कोई भी इनकार नहीं कर सकता है। हालांकि अभी भी हम यह नहीं कह सकते हैं कि हमने बुरा दौर पीछे छोड़ दिया है। लेकिन अध्ययन के नतीजे पिछली बार से बेहतर हैं।
