उत्तर प्रदेश में औद्योगिक इकाइयां लगाने वाले निवेशकों को अब छोटे शहर भी रास आने लगे हैं। बीते छह महीनों में ही प्रदेश में 4 हजार करोड़ रुपये का निवेश छोटे शहरों में औद्योगिक ईकाई लगाने के लिए हुआ है।
प्रदेश के छोटे व मझोले शहरों में औद्योगिक ईकाई लगाने के लिए बढ़ती मांग को देखते हुए यूपी राज्य औद्योगिक प्राधिकरण (यूपीसीडा) ने अब यहां भी लैंडबैंक बनाने की शुरुआत कर दी है। औद्योगिक विकास विभाग के अधिकारियों का कहना है कि हाल के दिनों में नोएडा और प्रदेश के बड़े शहरों की अपेक्षा बड़े निवेशक मथुरा, चित्रकूट, प्रयागराज, संडीला जैसे कई छोटे शहरों में अपना उद्यम स्थापित कर रहे हैं। बीते दो सालों में 7000 करोड़ रुपए से अधिक का औद्योगिक निवेश यूपी के छोटे शहरों में हुआ है। यही नहीं 4000 करोड़ रुपये से ज्यादा का निवेश तो पिछले छह माह में छोटे शहरों में यूपी राज्य औद्योगिक प्राधिकरण (यूपीसीडा) की जमीन पर हुआ है।
यूपीसीडा के सीईओ मयूर महेश्वरी के मुताबिक राज्य के छोटे शहरों में बड़े निवेशकों को यूपीसीडा द्वारा उपलब्ध कराई भूमि पर पेप्सी, ब्रिटिश पेंट्स, बर्जर पेंट्स, आईटीसी लिमिटेड और वेब्ले स्कॉट सरीखी बड़ी कंपनियों ने अपनी फैक्ट्री लगाई है। प्रदेश ही नहीं देश भर में लड्डू के लिए प्रसिद्ध संडीला में तो वेब्ले स्कॉट का निर्माण भी होने लगा है। यूपीसीडा के आंकड़े बताते हैं कि बीते छह माह में अमेठी में 700 करोड़ रुपए, रायबरेली में 150 करोड़ रुपए, मथुरा में 571 करोड़ रुपए, संभल में 500 करोड़ रुपए, वाराणसी में 475 करोड़ रुपए, चित्रकूट में 468 करोड़ रुपए, हरदोई में 200 करोड़ रुपए, हमीरपुर में 250 करोड़ रुपए, पीलीभीत में 1100 करोड़ रुपए और देवरिया में 185 करोड़ रुपए का औद्योगिक निवेश हुआ है।
अधिकारियों ने बता कि प्रदेश सरकार की मंशा है कि राज्य के पूर्वांचल, बुंदेलखंड और मध्यांचल क्षेत्र में औद्योगिक निवेश को बढ़ावा दिया जाए। इस मंशा को पूरा करने के लिए यूपीसीडा छोटे शहरों में लैंडबैंक बढ़ाने और वहां फैक्ट्री स्थापित करने के लिए सुविधाएं विकसित करने में जुटा है। इसके तहत यूपीसीडा ने बरेली, हाथरस, आगरा, मथुरा, फर्रुखाबाद, औरैया, कन्नौज, उन्नाव, हरदोई, संडीला, चित्रकूट, प्रयागराज, रायबरेली, अमेठी और पीलीभीत में औद्योगिक निवेश के लिए 12000 हजार एकड़ से अधिक लैंडबैंक तैयार किया है। साथ ही जिलों में बंद पड़ी इकाइयों का अधिग्रहण कर औद्योगिक निवेश के लिए लैंडबैंक तैयार करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके तहत प्रतापगढ़ में ऑटो ट्रैक्टर लिमिटेड की 98 एकड़ भूमि, बीपीसीएल की 231 एकड़ भूमि और रायबरेली में वेस्पा कार कंपनी की 89 एकड़ भूमि का यूपीसीडा ने अधिग्रहण किया है। जिसे निदेशकों को उद्यम स्थापित करने के लिए दिया जाएगा।