इंटरनैशनल फाइनैंस कार्पोरेशन (आईएफसी) पश्चिम बंगाल में कृषि संबंधी कारोबार, वित्तीय बाजार और बुनियादी सुविधाओं जैसे क्षेत्रो में सीधे तौर पर निवेश करने की योजना बना रही है।
राज्य में संभावित उद्यम की तलाश में आईएफसी राज्य सरकार सहित विभिन्न निजी कंपनियों से बातचीत कर रही है। भारत में आईएफसी एडवाइजरी सर्विस के महाप्रबंधक अनिल सिन्हा ने बताया, ‘हमलोग मुख्य रूप से कृषि संबंधी कारोबार और बुनियादी ढांचागत सुविधाओं में निवेश करने की योजना बना रहे हैं।
यह राज्य सरकार पर भी निर्भर करता है कि कहां और कैसे निवेश किया जाए।’ विकासशील देशों में आईएफसी निजी क्षेत्रों के दीर्घकालिक निवेश को ज्यादा प्रोत्साहित करती है। सिन्हा ने बताया कि इस साल आईएफसी पूरे देश भर में विभिन्न प्रकार के 20 सुधार कार्यक्रमों का संचालन करेगी। निगम का मुख्य जोर राज्य के गरीबों को बेहतर सुविधा और विकास करना होगा।
वर्तमान में निगम इसी तरह के कार्यक्रम का संचालन बिहार में भी कर रही है। निगम बिहार में कारोबार शुरू करने की जुगत में है। उन्होंने बताया, ‘बिहार में कारोबार शुरू करने के लिए हमलोग सरकार से बातचीत कर रहे हैं। सरकार इस ओर आकर्षित हो सकती है।’ उन्होंने बताया कि बिहार में कारोबार को शुरू करने से विकास की गति मिलेगी।
सिन्हा ने बताया कि क्योंकि भारत में विदेशी प्रत्यक्ष निवेश में काफी बढ़ोतरी (25 अरब डॉलर) हुई है, इस लिहाज से घरेलू निवेशक को विकास करने के लिए मौका भी दिया जाना चाहिए।