गुजरात में गेल इंडिया के गैस की आपूर्ति में कटौती के कारण वहां के उद्योग जगत पर खासा असर पड़ा है।
राज्य में गैस की अपर्याप्त आपूर्ति की वजह से अधिकांश उद्योगों की विस्तार योजना पर ब्रेक लगने की आशंका है। उल्लेखनीय है कि गेल को हाल ही में राज्य में गैस वितरण के लिए प्रशासनिक निकाय के तौर पर नियुक्त किया गया है।
गुजरात गैस, राज्य की विभिन्न औद्योगिक इकाइयों में गैस आपूर्ति का काम करती है। क्योंकि राज्य में इस वक्त गैस की कटौती की जा रही है, गुजरात गैस नए गैस कनेक्शन के लिए आवेदन को स्वीकार नहीं कर पा रही है।
गुजरात गैस से जुड़े सूत्रों ने बताया कि राज्य में गैस आपूर्ति में कमी से फिलहाल गुजरात गैस किसी भी कंपनी के साथ नए सौदे नहीं कर रही है। बहरहाल, गुजरात में जो आलम है, उसमें सबसे बुरा हाल चीनीमिट्टी उद्योग का है। गैस की आपूर्ति में कमी की वजह से चीनीमिट्टी उद्योग के उत्पादन में 25 से 50 फीसदी तक की कमी आई है। इस उद्योग से जुड़े सूत्रों ने बताया, ‘गैस की कटौती ने चीनीमिट्टी उद्योग के सामने चुनौती खड़ी कर दी है।
करीब 25 फीसदी यूनिटों में परिचालन ठप कर दिया गया है। उल्लेखनीय है कि ईंधन के रूप में गैस के इस्तेमाल के लिए औद्योगिक इकाइयों ने उच्च कोटि की तकनीक का सहारा लिया था, लेकिन अब वे इस स्थिति में नहीं हैं कि कोयले और अन्य ईंधनों के प्रयोग के लिए अपने आप को तब्दील कर सकें।’
एशियन ग्रानिटो के हसमुख पटेल के मुताबिक, केवल गुजरात में चीनीमिट्टी उद्योग में प्रतिदिन 10 लाख घन मीटर गैस की खपत होती है। राज्य में औद्योगिक इकाइयों से नए गैस कनेक्शन के लिए करीब 150 आवेदन प्राप्त हुए हैं, लेकिन किसी भी इकाई को गैस कनेक्शन की मंजूरी नहीं मिली है।