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नासिक के इंजीनियरिंग क्लस्टर में परिचालन शुरु

Last Updated- December 07, 2022 | 10:40 AM IST

नासिक औद्योगिक को-ऑपरेटिव एस्टेट (एनआईसीई) द्वारा स्थापित इंजीनियरिंग क्लस्टर का पहला चरण चालू हो गया है।


इस क्लस्टर की स्थापना औद्योगिक ढांचागत संरचना उन्नयन योजना के तहत की गई है और इसके एक साल के भीतर पूरी तरह से चालू हो जाने की उम्मीद है। एनआईसीई ने नासिक इंजीनियरिंग क्लस्टर के नाम से एक विशेष उद्देश्यीय कंपनी का गठन किया है।

पहले चरण में सीएडी, सीएएम और सीएई प्रशिक्षण गतिविधियों की शुरुआत की गई है जबकि दूसरे चरण के तहत त्वरित प्रोटोटाइपिंग, सीएनसी मशीनिंग सेंटर, स्पेशलाइस्ड हीट ट्रीटमेंट, परीक्षण सुविधा और साझा सुविधाओं का विकास किया जाएगा। महाराष्ट्र औद्योगिक विकास निगम को चार एकड़ जमीन का आवंटन किया गया है।

इंजीनियरिंग क्लस्टर के विकास पर कुल 67 करोड़ रुपये का खर्च आएगा। इसमें से केन्द्र सरकार ने 50 करोड़ रुपये का सहयोग किया है जबकि एनआईसीई और नासिक नगर निगम (एनएमसी) क्रमश: 9.26 करोड़ रुपये और 8 करोड़ रुपये का योगदान कर रहे हैं।

नासिक और उसके आसपास के इलाके में करीब 1,650 इंजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इकाइयां फैली हुई हैं। नासिक में इजीनियरिंग और इलेक्ट्रिकल इकाइयों की बड़ी संख्या को देखते हुए और स्थानीय एसएमई इकाइयों को वैश्विक स्तर पर प्रतिस्पर्धी बनाने के लिए एनआईसीई ने इंजीनियरिंग क्लस्टर बनाने का फैसला किया है। नासिक के अलावा इंजीनियरिंग क्लस्टर से जलगांव, धुले और अहमदनगर की औद्योगिक इकाइयों को भी फायदा मिलेगा।

First Published - July 10, 2008 | 9:45 PM IST

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