कोरोना संक्रमण रोकने के नाम पर महाराष्ट्र में अब भी शॉपिंग सेंटर बंद हैं और मुंबई की जीवन रेखा कही जाने वाली लोकल रेल में आम आदमियों के यात्रा पर रोक है। कारोबारी संगठनों ने महाराष्ट्र सरकार से अपील की है कि वह राज्य में शॉपिंग माॅल और शॉपिंग सेंटर खोलने की अनुमति दें। काम-धंधे के लिए लोग अपने गंतव्य तक पहुंच सके इसके लिए आम नागरिकों को लोकल में सफर करने की इजाजत दी जाए।
राज्य में कोरोना के मामलों की संख्या कम होते देख रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया (आरएआई) ने महाराष्ट्र सरकार से मॉल और शॉपिंग सेंटर खोलने की अपील की है। महाराष्ट्र में शॉपिंग मॉल बंद होने से करीब दो लाख लोगों की नौकरियां गई हैं और राज्य के ज्यादात्तर शॉपिंग सेंटरों का अस्तित्व खतरे में है। महाराष्ट्र में रोजगार और कारोबार को बचाने, अर्थव्यवस्था को बढ़ावा देने और ग्राहकों को सुरक्षित वातावरण में खरीदारी करने का हवाला देते हुए रिटेलर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया ने राज्य सरकार से शॉपिंग सेंटरों को खोलने का निवेदन किया है। आरएआई ने अपने बयान में कहा कि महाराष्ट्र में कोविड-19 के कारण लंबे समय तक मॉल बंद रहने से लगभग दो लाख नौकरियां प्रभावित हुई हैं । कोविड प्रतिबंधों ने पूरे परिवेश को गंभीर खतरे में डाल दिया है और इससे न केवल व्यवसायों, बल्कि वहां काम करने वाले लोगों की आजीविका को भी नुकसान पहुंचा रहा है।
आरएआई ने कहा कि महाराष्ट्र में लंबे समय तक बंद रहने से लगभग 50 मॉल प्रभावित हुए हैं, जो दो लाख से अधिक लोगों को रोजगार देते हैं, 40,000 करोड़ रुपये का कारोबार करते हैं और बतौर जीएसटी 4,000 करोड़ रुपये देते हैं। आरएआई ने राज्य सरकार से आग्रह किया है कि उन्हें आवश्यक सुरक्षा उपायों के साथ काम करने की इजाजत दी जाए, वे सारे सुरक्षा मानकों को मानने को तैयार हैं। कोविड प्रतिबंधों मॉल से जुड़े सभी व्यवसायों को प्रभावित किया है। महाराष्ट्र में करीब दो करोड़ वर्ग फुट में 50 बड़े शॉपिंग माल है । प्रत्येक मॉल में औसतन 200 खुदरा स्टोर संचालित होते हैं और 5,000 से अधिक कारोबारी संस्थाएं आपूर्तिकर्ता और विक्रेता के रूप में इनसे जुड़ी होती हैं। मॉल को फिर से शुरू करने से उनके वजूद को बचाने में मदद मिलेगी।
आरएआई के सीईओ कुमार राजगोपालन ने कहा कि शॉपिंग सेंटर, मॉल और खुदरा बाजार सुरक्षित खरीदारी के सेंटर होने के साथ-साथ सरकारी खजाने को भरने में भी अहम भूमिका निभाते हैं। कई राज्यों में शॉपिंग मॉल खोल दिए गए हैं हम महाराष्ट्र सरकार से भी अनुरोध करते हैं कि वह शॉपिंग मॉल खोलने की अनुमति दे। बाहरी दुकानों और बाजारों की अपेक्षा शॉपिंग मॉल में खरीदारी करना नागरिकों के लिए ज्यादा सुरक्षित हैं। उनका कहना है कि कोविड की शुरुआत से हमने सरकार के सभी दिशानिर्देशों का पालन किया है आगे भी सरकार जो दिशानिर्देश तय करेंगी, शॉपिंग मॉल में उनका पालन किया जाएगा।
मुंबई के कारोबारी संगठन राज्य सरकार से लगातार मांग कर रहे हैं कि आम नागरिकों को लोकल रेल में सफर करने की इजाजत दी जाए। कारोबारी संगठनों की तरफ से सरकार को सुझाव दिया गया है कि जो लोग कोरोना टीका की दोनों खुराक ले चुके हैं उन्हे लोकल रेल में यात्रा करने की छूट दे देनी चाहिए। नौकरी- धंधे को वापस में पटरी में लाने के लिए यह जरुरी है, सरकार इस पर ध्यान दे, नौकरी पेशा करने वाले लोगों का घर भूखमरी की कगार पर खड़ा है।
