Skip to content
  सोमवार 27 मार्च 2023
Trending
March 27, 2023फरवरी में क्रेडिट कार्ड से खर्च घटा, उपयोग की रफ्तार में तेजी बरकरारMarch 27, 2023प्रमाणीकरण की समस्या का हल चाहते हैं आर्गेनिक कपड़े के दिग्गजMarch 27, 2023म्यूचुअल फंड कंपनियों ने 31 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय योजनाओं में निवेश का दिया मौका March 27, 2023Dollar Vs Rupee : रुपया तीन पैसे की तेजी के साथ 82.37 प्रति डॉलर परMarch 27, 2023IPL 2023 : अपने किले चेपॉक पर लौटेगी चार बार की चैंपियन चेन्नई, धोनी की कप्तानी और स्टोक्स एक्स फैक्टरMarch 27, 2023Delhi Gold Rate: सोने में 640 रुपये की गिरावट, चांदी 700 रुपये लुढ़कीMarch 27, 2023पहले सांसदी, अब गंवा सकते हैं बंगला! राहुल गांधी को बयान कितना पड़ेगा महंगा ?March 27, 2023घर खरीदने के लिए मुंबई का ठाणे वेस्ट सबसे पसंदीदा स्थान, नोएडा एक्सटेंशन तीसरे नंबर परMarch 27, 2023तीन साल में 1450 से ज्यादा पायलटों को दी गई ट्रेनिंग: केंद्रMarch 27, 2023Morbi Bridge Collapse: 135 मौतें, 56 लोग घायल; ओरेवा समूह ने जमा की अंतरिम मुआवजे की 50 फीसदी राशि
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • बजट 2023
  • अर्थव्यवस्था
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
    • विशेष
    • आज का अखबार
    • ताजा खबरें
    • अंतरराष्ट्रीय
    • वित्त-बीमा
      • फिनटेक
      • बीमा
      • बैंक
      • बॉन्ड
      • समाचार
    • कमोडिटी
    • खेल
    • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  • होम
  • अर्थव्यवस्था
  • बजट 2023
  • बाजार
    • शेयर बाजार
    • म्युचुअल फंड
    • आईपीओ
    • समाचार
  • कंपनियां
    • स्टार्ट-अप
    • रियल एस्टेट
    • टेलीकॉम
    • तेल-गैस
    • एफएमसीजी
    • उद्योग
    • समाचार
  • पॉलिटिक्स
  • लेख
    • संपादकीय
  • आपका पैसा
  • भारत
    • उत्तर प्रदेश
    • महाराष्ट्र
    • मध्य प्रदेश व छत्तीसगढ़
    • बिहार व झारखण्ड
    • राजस्थान
    • अन्य
  • मल्टीमीडिया
    • वीडियो
  • टेक-ऑटो
  • विशेष
  • विविध
    • मनोरंजन
    • ट्रैवल-टूरिज्म
    • शिक्षा
    • स्वास्थ्य
  • अन्य
  • आज का अखबार
  • ताजा खबरें
  • खेल
  • वित्त-बीमा
    • बैंक
    • बीमा
    • फिनटेक
    • बॉन्ड
  • BS E-Paper
बिज़नेस स्टैंडर्ड
  आज का अखबार  रूस से बढ़ी तेल आपूर्ति के बीच बेहतर हों नीति
आज का अखबारलेख

रूस से बढ़ी तेल आपूर्ति के बीच बेहतर हों नीति

देश में तेल कीमतों के निर्धारण से जुड़ी नीतियों को बेहतर बनाना होगा ताकि वे रूस से जुड़ी नई हकीकतों को दर्शा सकें। इस संबंध में जानकारी प्रदान कर रहे हैं ए के भट्टाचार्य

ए के भट्टाचार्य ए के भट्टाचार्य —March 10, 2023 9:01 PM IST
© इलस्ट्रेशन-बिनय सिन्हा
FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

बीते कुछ महीनों में रूस के कच्चे तेल का आयात तेजी से बढ़ने के साथ ही देश की तेल अर्थव्यवस्था में भी महत्त्वपूर्ण बदलाव आया है। हालांकि ऐसा लगता नहीं कि इन बदलावों ने ऐसी किसी बहस को जन्म दिया हो कि सरकार तथा तेल कंपनियों को कीमतों के निर्धारण की वर्तमान व्यवस्थाओं और प्रणालियों को नई हकीकतों के मुताबिक समायोजित करना चाहिए।

रूस अब भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति करने वाला सबसे बड़ा देश बन चुका है। उसने इराक, सऊदी अरब और संयुक्त अरब अमीरात को क्रमश: दूसरे, तीसरे और चौथे स्थान पर छोड़ दिया है। अमेरिका जो चौथे स्थान पर आ गया था, वह अब भारत को कच्चे तेल की आपूर्ति के मामले में पांचवें स्थान पर है। रूस के कच्चे तेल अथवा यूरल की आपूर्ति में इजाफा फरवरी 2022 में यूक्रेन-रूस युद्ध शुरू होने के बाद हुआ।

अमेरिका और यूरोप के देशों ने रूसी तेल पर प्रतिबंध लगा दिया जिसके बाद यूरल को वैकल्पिक बाजारों का रुख करना पड़ा। भारत के लिए यह एक अवसर था क्योंकि यूरल की कीमत अन्य कच्चे तेलों से 20-30 फीसदी कम थी। भारत ने समझदारी भरी कूटनीतिक पहल के साथ इसका पूरा फायदा उठाया और रूस से तेल का आयात बढ़ा दिया। इस बीच वह पश्चिम की ओर से किसी प्रतिक्रिया से भी बचा रहा।

भारत को रूस से कच्चे तेल की आपूर्ति से कैसे फायदा पहुंचा? मार्च 2022 में जब भारत ने रूसी यूरल का आयात शुरू किया, तब भारत के कुल कच्चे तेल के आयात में इसकी हिस्सेदारी केवल 1.4 फीसदी थी। दिसंबर 2022 तक यह बढ़कर भारत के कुल कच्चे तेल के आयात में 28 फीसदी का हिस्सेदार हो गया।

इससे भारत के कच्चे तेल के स्रोतों में बहुत विविधता आ गई। निश्चित रूप से नीतिगत विशेषज्ञ इसे देश की ऊर्जा सुरक्षा में एक जरूरी इजाफा मानेंगे। पश्चिम एशिया पर भारत की निर्भरता में कमी एक स्वागतयोग्य कदम है क्योंकि भारत करीब दो तिहाई तेल आयात वहीं से करता रहा है। यह भी स्पष्ट हो रहा है कि भारतीय तेल बास्केट में रूसी तेल की हिस्सेदारी अभी कम नहीं होने वाली है।

परंतु क्या इस विविधता से देश की कच्चा तेल खरीदने की कुल लागत में भी कमी आई है? याद रहे कि रूसी यूरल इंडियन क्रूड ऑयल बास्केट की तुलना में 20-30 फीसदी तक सस्ता पड़ता है। भारतीय रिफाइनरी भी कच्चे तेल की आयात लागत कम होने से लाभान्वित हुईं और उनकी अपेक्षाएं भी काफी बढ़ गईं। हालांकि सरकार द्वारा जारी आयात के ताजा आंकड़ों से इसे झटका लगा है।

तथ्य यह है कि रूसी कच्चा तेल आयात करने की भारत की लागत यूरल की पहले की अंतरराष्ट्रीय कीमतों से निरंतर ऊंची रही और 11 से 50 फीसदी का यह अंतर भी काफी अधिक रहा है। इतना ही नहीं भारतीय रिफाइनरी द्वारा आयातित यूरल की लागत और कच्चे तेल के इंडियन बास्केट की कीमत में भी शायद ही कोई अंतर हो।

ऐसे में सवाल यह है कि क्या रूस से आयातित यूरल के परिवहन की लागत और उसका बीमा इतना अधिक हो सकता है कीमत में होने वाली बचत को निष्क्रिय कर दे। या फिर कुछ अन्य कारक भी हैं जो भारत की तेल रिफाइनरी को मूल्य में कमी का लाभ अर्जित नहीं करने दे रहे हैं?

यह अपने आप में एक पहेली भी है और चिंता का विषय भी है कि रूस आज भारत का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता है और इसके बावजूद किसी रिफाइनर ने अब तक यह स्पष्ट नहीं किया है कि रूसी कच्चे तेल की कीमत अंतरराष्ट्रीय स्तर पर उल्लिखित बिक्री मूल्य से अधिक क्यों है?

दुर्भाग्य की बात यह है कि ऐसी अस्पष्टता तेल क्षेत्र में कीमतों के निर्धारण में भी शामिल है। उदाहरण के लिए कागज पर तो भारतीय तेलशोधक कंपनियां पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें तय करने के लिए मुक्त हैं लेकिन हकीकत में ये कीमतें अक्सर सरकार द्वारा दिए गए निर्देशों से प्रभावित रहती हैं।

ऐसे में भले ही कच्चे तेल के भारतीय बास्केट की कीमत जून 2022 के 116 डॉलर प्रति बैरल से घटकर दिसंबर 2022 में 78 डॉलर प्रति बैरल रह गई। मार्च 2023 के लिए जरूर यह थोड़ा बढ़कर 83 डॉलर प्रति बैरल हुई लेकिन पेट्रोलियम उत्पादों की खुदरा कीमत पर इस गिरावट का असर नहीं दिखा।

कहा गया कि कम खुदरा कीमतों का लाभ ग्राहकों को न देकर रिफाइनरों और बाजार को अतीत में हुए लाभ की भरपाई करने का अवसर प्रदान किया गया। ऐसे में कहा जा सकता है कि पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतों को बाजार से जोड़ने की जो बात कही जाती है वह काफी हद तक अभी भी कागजों पर ही है।

यह बात भी महत्वपूर्ण है कि भारतीय रिफाइनरी इस बात को कैसे स्पष्ट करेंगी कि आखिर उनकी प्रसंस्करण लागत में ज्यादा गिरावट क्यों नहीं आई जबकि उनके द्वारा परिशोधित किए जाने वाले कच्चे तेल में रूसी यूरल की हिस्सेदारी लगातार बढ़ती रही? इस विषय पर स्पष्टता आवश्यक है ताकि यह तय हो सके कि क्या रिफाइनरी का अंडर रिकवरी का दावा उचित
है।

देश के नीति निर्माताओं को एक और बड़ा प्रश्न हल करना है। कच्चे तेल के भारतीय बास्केट की कीमत के आधार पर ही पेट्रोल और डीजल की खुदरा कीमतें तय की जाती हैं। इस बास्केट में केवल दो तरह का कच्चा तेल होता है सॉर ग्रेड यानी ओमान और दुबई एवरेज तथा स्वीट ग्रेड यानी ब्रेंट डेटेड। इन दोनों किस्मों के 75.62 और 24.38 के अनुपात से औसत तैयार किया जाता है।

ध्यान दीजिए कि ऐसे आकलन में रूसी कच्चे तेल अथवा यूरल का कोई उल्लेख नहीं किया जाता है। यह सच है कि रूसी यूरल पिछले एक साल से ही भारत के आयात बास्केट में सबसे बड़ा कच्चा तेल बना है लेकिन क्या वक्त नहीं आ गया है कि कच्चे तेल की भारतीय बास्केट की कीमतों के निर्धारण को लेकर नए सिरे से काम किया जाए?

आदर्श स्थिति में तो एक डायनामिक बास्केट होनी चाहिए जो भारतीय रिफाइनरों द्वारा प्रसंस्करण के लिए आयात की जाने वाली कच्चे तेल की विभिन्न किस्मों को दर्शाते हों। सरकार को तेल कीमतों में सुधार को हमेशा अपने एजेंडे में ऊपर रखना चाहिए। निश्चित तौर पर उस समय इन्हें एजेंडे में और ऊपर होना चाहिए जब हालात कुछ ऐसे हों कि रूस देश का सबसे बड़ा कच्चा तेल आपूर्तिकर्ता बन गया हो।

FacebookTwitterLinkedInWhatsAppEmail

संबंधित पोस्ट

  • संबंधित पोस्ट
  • More from author
आज का अखबार

ऑल्टरनेट निवेश फंडों की ओर होगा
रुख !

March 26, 2023 11:21 PM IST
आज का अखबार

आलीशान मकानों के कारण अचल संपत्ति के बाजार में तेजी : विशेषज्ञ

March 26, 2023 11:20 PM IST
आज का अखबार

उपभोक्ता, टायर उद्योग की नजर कच्चे तेल पर

March 26, 2023 11:20 PM IST
आज का अखबार

Sankalp Satyagraha: राहुल गांधी के समर्थन में कांग्रेस का देशव्यापी ‘संकल्प सत्याग्रह’

March 26, 2023 11:19 PM IST
अंतरराष्ट्रीय

First Citizen-SVB Deal: संकट में डूबे सिलिकॉन वैली बैंक को मिला सहारा, फर्स्ट सिटिजन बैंक ने खरीदा

March 27, 2023 11:41 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

World Theatre Day: 61 सालों से विश्व भर के कलाकारों के समर्पित ‘विश्व रंगमंच दिवस’

March 27, 2023 11:12 AM IST
अंतरराष्ट्रीय

इमरान खान सत्तारूढ़ PML-N पार्टी के ‘दुश्मन’ हैं : पाक मंत्री

March 27, 2023 10:46 AM IST
आज का अखबार

EPFO की आज से बैठक, ब्याज दर पर लिए जा सकते हैं फैसले

March 26, 2023 11:17 PM IST
आज का अखबार

वय वंदना में लगानी है रकम तो वक्त बचा है बहुत कम

March 26, 2023 9:29 PM IST
आज का अखबार

31 मार्च से पहले ही दाखिल कर दें अपडेटेड आयकर रिटर्न

March 26, 2023 9:19 PM IST

Trending Topics


  • Stocks To Watch
  • Share Market Today
  • DHFL Case
  • Rahul Gandhi
  • Zomato
  • First Citizen-SVB Deal
  • Gold-Silver Price Today
  • Rupee vs Dollar

सबकी नजर


फरवरी में क्रेडिट कार्ड से खर्च घटा, उपयोग की रफ्तार में तेजी बरकरार

March 27, 2023 7:55 PM IST

प्रमाणीकरण की समस्या का हल चाहते हैं आर्गेनिक कपड़े के दिग्गज

March 27, 2023 7:49 PM IST

म्यूचुअल फंड कंपनियों ने 31 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय योजनाओं में निवेश का दिया मौका 

March 27, 2023 7:29 PM IST

Dollar Vs Rupee : रुपया तीन पैसे की तेजी के साथ 82.37 प्रति डॉलर पर

March 27, 2023 7:11 PM IST

IPL 2023 : अपने किले चेपॉक पर लौटेगी चार बार की चैंपियन चेन्नई, धोनी की कप्तानी और स्टोक्स एक्स फैक्टर

March 27, 2023 6:57 PM IST

Latest News


  • फरवरी में क्रेडिट कार्ड से खर्च घटा, उपयोग की रफ्तार में तेजी बरकरार
    by बीएस संवाददाता
    March 27, 2023
  • प्रमाणीकरण की समस्या का हल चाहते हैं आर्गेनिक कपड़े के दिग्गज
    by संजीब मुखर्जी
    March 27, 2023
  • म्यूचुअल फंड कंपनियों ने 31 मार्च तक अंतरराष्ट्रीय योजनाओं में निवेश का दिया मौका 
    by भाषा
    March 27, 2023
  • Dollar Vs Rupee : रुपया तीन पैसे की तेजी के साथ 82.37 प्रति डॉलर पर
    by भाषा
    March 27, 2023
  • IPL 2023 : अपने किले चेपॉक पर लौटेगी चार बार की चैंपियन चेन्नई, धोनी की कप्तानी और स्टोक्स एक्स फैक्टर
    by भाषा
    March 27, 2023
  • चार्ट
  • आज का बाजार
57653.86 
IndicesLastChange Chg(%)
सेंसेक्स57654
1270.22%
निफ्टी57654
1270%
सीएनएक्स 50014263
-160.11%
रुपया-डॉलर82.24
--
सोना(रु./10ग्रा.)51317.00
0.00-
चांदी (रु./किग्रा.)66740.00
0.00-

  • BSE
  • NSE
CompanyLast (Rs)Gain %
Uno Minda455.353.96
EPL Ltd163.203.95
Biocon206.403.82
Glenmark Pharma.439.653.29
Lupin659.103.02
Rail Vikas66.472.70
आगे पढ़े  
CompanyLast (Rs)Gain %
Vijaya Diagnost.448.0016.45
EPL Ltd163.104.35
Biocon206.654.00
Uno Minda455.103.64
Glenmark Pharma.439.353.21
Lupin658.752.93
आगे पढ़े  

# TRENDING

Stocks To WatchShare Market TodayDHFL CaseRahul GandhiZomatoFirst Citizen-SVB DealGold-Silver Price TodayRupee vs Dollar
© Copyright 2023, All Rights Reserved
  • About Us
  • Authors
  • Partner with us
  • Jobs@BS
  • Advertise With Us
  • Terms & Conditions
  • Contact Us