भारतीय वायुसेना के ग्रुप कैप्टन शुभांशु शुक्ला आज अमेरिका के Axiom-4 मिशन के तहत अंतरिक्ष की ओर रवाना हो गए, जिससे वे 1984 में राकेश शर्मा के बाद अंतरिक्ष में जाने वाले दूसरे भारतीय बने। यह मिशन स्पेसएक्स के ड्रैगन यान और फाल्कन 9 रॉकेट से नासा के कैनेडी स्पेस सेंटर से लॉन्च हुआ और 26 जून को अंतरराष्ट्रीय स्पेस स्टेशन से जुड़ेगा।
पायलट की भूमिका में शुक्ला 14 दिन अंतरिक्ष में रहकर माइक्रोग्रैविटी में एल्गी, स्पाइरुलिना और पोषण से जुड़े वैज्ञानिक प्रयोग करेंगे, जिनका उद्देश्य भविष्य की अंतरिक्ष यात्राओं के लिए टिकाऊ फूड और लाइफ सपोर्ट सिस्टम विकसित करना है। इस रिसर्च में इसरो, जैव प्रौद्योगिकी विभाग और नासा मिलकर काम कर रहे हैं। शुक्ला अंतरिक्ष में भारतीय मिठाइयां और एक खास खिलौना ‘जॉय’ भी साथ ले जा रहे हैं, जो माइक्रोग्रैविटी इंडिकेटर का काम करेगा। मिशन के दौरान वे प्रधानमंत्री और छात्रों से संवाद भी करेंगे, ताकि युवाओं को वैज्ञानिक सोच और अंतरिक्ष में भारत की भूमिका के प्रति जागरूक किया जा सके।