SBI fake AI video alert: देश के सबसे बड़े सरकारी बैंक, भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे फर्जी वीडियो को लेकर अपने ग्राहकों और आम जनता दोनों को सावधान किया है। इन डीपफेक वीडियो में झूठा दावा किया जा रहा है कि बैंक आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) आधारित नया निवेश प्लेटफॉर्म लॉन्च कर रहा है। SBI ने अपने ऑफिशयल सोशल मीडिया हेडल्स पर एक नोट जारी करते हुए कहा कि ये वीडियो पूरी तरह फर्जी हैं और एक सुनियोजित निवेश घोटाले का हिस्सा हैं।
भारतीय स्टेट बैंक (SBI) ने अपने X हैंडल (पूर्व में ट्विटर) पर जारी एक नोट में कहा, “बैंक (SBI) अपने सभी ग्राहकों और आम जनता को सतर्क करना चाहता है कि सोशल मीडिया पर उसके शीर्ष प्रबंधन (Top Officials) के डीपफेक वीडियो प्रसारित किए जा रहे हैं, जिनमें कुछ निवेश योजनाओं के लॉन्च या समर्थन का झूठा दावा किया जा रहा है। इन वीडियो के माध्यम से तकनीकी साधनों का उपयोग कर लोगों को ऐसी योजनाओं में पैसा निवेश करने की सलाह दी जा रही है। हम स्पष्ट करना चाहते हैं कि SBI या उसके किसी भी शीर्ष अधिकारी द्वारा ऐसी किसी भी निवेश योजना की पेशकश या समर्थन नहीं किया गया है, जो अवास्तविक या असामान्य रूप से अधिक रिटर्न का वादा करती हो।”
इसलिए आम जनता से अनुरोध है कि वे सोशल मीडिया पर प्रसारित हो रहे ऐसे डीपफेक वीडियो से सावधान रहें और इनके झांसे में न आएं।
डीपफेक वीडियो ऐसे नकली वीडियो होते हैं जो देखने में बिलकुल असली लगते हैं। इन्हें आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस (AI) और अन्य एडवांस तकनीक की मदद से बनाया जाता है। इन वीडियो में किसी व्यक्ति का चेहरा या आवाज बदल दी जाती है, जिससे लगता है कि वह कुछ ऐसा बोल या कर रहा है, जो उसने असल में नहीं किया।
डीपफेक का इस्तेमाल अक्सर धोखा देने के लिए किया जाता है—जैसे झूठी खबरें फैलाने, किसी और की पहचान में दिखने या लोगों को ठगने के लिए। क्योंकि ये वीडियो बहुत असली लगते हैं, इसलिए आम लोगों के लिए असली और नकली वीडियो में फर्क करना मुश्किल हो जाता है।