सोचिए, आपके मोबाइल पर एक मैसेज आता है जिसमें लिखा होता है ‘PM-Kisan योजना के तहत 4,000 रुपये की अतिरिक्त किश्त पाने के लिए तुरंत इस लिंक पर क्लिक करें!’ आप यह मैसेज देखकर खुश हो सकते हैं, लेकिन रुकिए… क्या यह मैसेज वाकई सरकार की ओर से है? या ये किसी स्कैमर की चाल है जो आपकी मेहनत की कमाई पर नजर लगाए बैठा है?
प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि (PM-Kisan) योजना के नाम पर चल रहे ऐसे फर्जी और भ्रामक मैसेज अब किसानों के लिए गंभीर खतरा बन चुका है। नकद सहायता देने का वादा कर ये मैसेज न केवल आपकी जमा पूंजी उड़ा सकते हैं, बल्कि आपकी असली किश्त भी अटका सकते हैं।
इसी को देखते हुए कृषि मंत्रालय ने अब इसको लेकर चेतावनी जारी की है। सरकार ने लोगों को सावधान और सतर्क रहने व सिर्फ सरकारी सोर्स पर ही भरोसा करने की सलाह दी है। सरकार की तरफ से मिलने वाली 6,000 रुपये सालाना की सहायता तभी मिलेगी जब आपकी जानकारी सुरक्षित और रिकॉर्ड अपडेटेड होगी।
योजना की 20वीं किश्त जल्द ही किसानों के खाते में ट्रांसफर होने वाली है, लेकिन उससे पहले ये जरूरी है कि किसान ठगों की जालसाजी से खुद को बचाएं। एक क्लिक आपकी जेब खाली कर सकता है—तो सोच समझकर आगे बढ़ें।
मंत्रालय ने कहा कि ऐसे मैसेज पर ध्यान देने से आर्थिक धोखाधड़ी, व्यक्तिगत जानकारी की चोरी और आपके हक के लाभ छूटने का खतरा हो सकता है।
सरकार ने किसानों से आग्रह किया है कि वे PM-Kisan योजना की जानकारी के लिए केवल सरकारी माध्यमों पर भरोसा करें। लाभार्थियों को सलाह दी जाती है कि:
मंत्रालय ने कहा, “लाभार्थी किसी भी मैसेज का जवाब न दें या कोई जानकारी शेयर न करें, जब तक कि वह मंत्रालय के अधिकृत सोर्स से न आए।”
PM-Kisan योजना सभी भूमिधारी किसान परिवारों को हर साल 6,000 रुपये की आय सहायता देती है। यह राशि तीन बराबर किश्तों में 2,000 रुपये के रूप में सीधे लाभार्थियों के बैंक खातों में जमा की जाती है।
निर्बाध भुगतान सुनिश्चित करने के लिए किसानों को निम्नलिखित कदम उठाने चाहिए:
20वीं किश्त के जल्द ही आने के साथ, मंत्रालय ने किसानों से धोखाधड़ी के प्रति सतर्क रहने और भुगतान में देरी से बचने के लिए अपने रिकॉर्ड को अपडेट रखने का आग्रह किया है।