कभी-कभी जिंदगी में अचानक पैसों की जरूरत पड़ जाती है – मेडिकल इमरजेंसी, घर में कोई परेशानी या जरूरी खर्च। लेकिन अगर आपकी कोई सैलरी नहीं है, तो लोन मिलना मुश्किल लग सकता है।
अच्छी बात यह है कि आज कई डिजिटल लेंडिंग प्लेटफॉर्म ऐसे लोगों को भी लोन दे रहे हैं जिनके पास सैलरी स्लिप नहीं है। यानी अगर आप पारंपरिक नौकरीपेशा नहीं हैं, तब भी ₹20,000 तक का लोन मिल सकता है। आइए जानते हैं कि ऐसी स्थिति में लोन कैसे लिया जा सकता है और किन बातों का ध्यान रखना जरूरी है।
लोन लेने से पहले ध्यान देने वाली बातें
- क्रेडिट स्कोर
लोन के लिए क्रेडिट स्कोर बहुत जरूरी होता है। यह 300 से 900 के बीच का एक नंबर होता है, जो आपकी लोन चुकाने की क्षमता बताता है। अगर आपका स्कोर 750 से ऊपर है, तो बिना सैलरी स्लिप के भी लोन मिलने की संभावना बढ़ जाती है।
- इनकम प्रूफ
अगर आप खुद का बिजनेस करते हैं या फ्रीलांसर हैं, तो इनकम टैक्स रिटर्न (ITR), बैंक स्टेटमेंट या इनकम सर्टिफिकेट से अपनी आमदनी दिखा सकते हैं।
- गारंटर या गिरवी
अगर आपके पास सैलरी नहीं है, तो कुछ बैंक या लेंडर गारंटर या कोई संपत्ति गिरवी रखने पर लोन दे सकते हैं। गारंटर की स्थायी इनकम आपके लोन अप्रूवल में मदद कर सकती है।
- सिक्योर्ड लोन विकल्प
अगर आप कोई गहना या अन्य संपत्ति गिरवी रखते हैं, तो सिक्योर्ड लोन लेना आसान हो सकता है। इससे लेंडर को भरोसा होता है कि लोन वापस मिलेगा।
- पुराने लेंडर से संबंध
अगर आपने पहले किसी लेंडर से लोन लिया है और समय पर चुकाया है, तो वह आपको दोबारा आसानी से लोन दे सकता है – भले ही सैलरी स्लिप न हो।
- को-अप्लिकेंट के साथ लोन लें
अगर आप किसी ऐसे व्यक्ति के साथ लोन अप्लाई करते हैं जिसकी क्रेडिट हिस्ट्री अच्छी हो, तो लोन मिलने के चांस बढ़ जाते हैं।
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जरूरी डॉक्युमेंट्स
- KYC डॉक्युमेंट्स: आधार कार्ड, पैन कार्ड, पासपोर्ट आदि
- पते का प्रमाण: बिजली बिल, रेंट एग्रीमेंट, राशन कार्ड
- वैकल्पिक इनकम प्रूफ: बैंक स्टेटमेंट, ITR, या बिज़नेस से जुड़ा कोई दस्तावेज
लोन अप्लाई करने का प्रोसेस
- सभी डॉक्युमेंट्स तैयार रखें
KYC, पते का प्रमाण और इनकम प्रूफ साथ रखें ताकि प्रोसेस जल्दी हो सके।
- एलिजिबिलिटी चेक करें
अप्लाई करने से पहले बैंक या ऐप पर अपनी योग्यता (eligibility) चेक करें। इससे समय और मेहनत दोनों की बचत होगी।
- लोन अमाउंट और अवधि तय करें
EMI कैलकुलेटर का इस्तेमाल करके देखें कि ₹20,000 का लोन कितनी EMI में चुकाया जा सकता है। इससे आपकी योजना मजबूत बनेगी।
एक्सपर्ट की राय
बैंकिंग विशेषज्ञ और Voice of Banking के संस्थापक अश्विनी राणा ने बताया कि अगर किसी को इमरजेंसी में पैसों की जरूरत है, तो बैंक से मदद ली जा सकती है।
उन्होंने कहा, “बैंक तात्कालिक जरूरतों के लिए टेम्पररी ओवरड्राफ्ट की सुविधा देते हैं। इसके अलावा, ग्राहक पर्सनल लोन भी ले सकते हैं।”
राणा के मुताबिक, पर्सनल लोन पर ब्याज दर 10% से 24% सालाना तक हो सकती है, जो हर बैंक में अलग-अलग होती है। इसकी अवधि आमतौर पर 1 साल से 3 साल तक हो सकती है।
First Published - May 4, 2025 | 12:42 PM IST
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