ऐसे समय में जब पर्सनल लोन (व्यक्तिगत ऋण) लोगों को आसानी से मिल जाता है, ईएमआई यानी मासिक किस्त कैलकुलेटर एक जरूरी डिजिटल साधन के तौर पर उभरा है। इससे लाखों लोगों के लिए कर्ज लेने का फैसला आसान हो गया है। अब ऐसी सुविधाएं बैंकों की वेबसाइट और अन्य वित्तीय प्लेटफॉर्मों पर प्रमुखता से दिख जाती हैं, जिससे कर्ज लेने वालों के लिए ऋण के नियोजन और प्रबंधन के तरीके में बदलाव आ रहा है।
ईजी कैपिटल के मुख्य कार्याधिकारी राजेश कटोच का कहना है, ‘पर्सनल लोन कैलकुलेटर का उपयोग करना कर्ज लेने वालों के लिए जरूरी है, क्योंकि इससे किसी भी व्यक्ति को यह जानकारी आसानी से मिल जाती है कि कर्ज लेने के बाद इसे कितने दिनों में चुकाना है। इसके अलावा ईएमआई कैलकुलेटर के जरिये आप जितनी रकम ले रहे हैं, उसकी ब्याज दर और चुकाने की समय सीमा का भी पता लगा सकते हैं।’
बजट और वित्तीय योजनाः पर्सनल लोन ईएमआई कैलकुलेटर का सबसे बड़ा फायदा है यह कि इससे आपको बजट बनाने में सहायता मिलती है। हर महीने चुकाने वाली किस्त की पूरी जानकारी रहने से कर्जदार को यह अंदाजा हो जाता है कि अन्य जरूरी खर्चों के बाद क्या वह किस्त चुकाने में सक्षम होगा।
लोन पर मिलने वाले ऑफरों से की जा सकती है तुलनाः अलग-अलग ऋणदाता अलग-अलग ब्याज दर और शर्तों पर पर्सनल लोन देते हैं। ईएमआई कैलकुलेटर के जरिये ग्राहक यह तुलना कर सकते हैं कि अलग-अलग शर्तों और ब्याज दरों से उनका भुगतान कैसे प्रभावित हो सकता है। इसका सबसे बड़ा फायदा है कि इससे आपको यह पता चल जाता है कि सबसे आसान और कम ब्याज दर वाला ऋण विकल्प कौन सा है।
कर्ज चुकाने की अवधि में लचीलापनः कैलकुलेटर से ग्राहक को यह समझने में आसानी होती है कि ऋण को कितने समय में चुकाना है। ग्राहक यह समझ सकते हैं कि कर्ज चुकाने की समयसीमा बढ़ाने अथवा कम करने से उनके मासिक किस्तों पर क्या असर पड़ेगा और कुल मिलाकर उन्हें कितना ब्याज देना पड़ेगा।
तुरंत और आसानी से हो जाती है गणनाः ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करना बहुत आसान होता है और इसके लिए आपको किसी खास वित्तीय ज्ञान की भी जरूरत नहीं होती है। उपयोगकर्ता कर्ज की रकम, ब्याज दर, चुकाने की अवधि डालकर आसानी से अपनी मासिक किस्तों की जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।
ग्राफ के जरिये जान सकते हैं भुगतान की स्थितिः कई ऑनलाइन कैलकुलेटर में भुगतान का समय आप ग्राफ के जरिये भी जान सकते हैं। इसके अलावा आपकी हर किस्त पर बीतते समय के साथ मूलधन और ब्याज में कितनी रकम जाएगी इसका भी पता चल जाएगा। ऐसे ग्राफ के जरिये यह समझना भी आसान हो जाता है कि कर्ज पूरी तरह चुकाने में रकम किस मद में कितनी गई, जिससे पहली बार कर्ज लेने वालों की समझ बढ़ेगी।
कटोच ने कहा, ‘पर्सनल लोन के लिए ईएमआई कैलकुलेटर का उपयोग करने से ग्राहक आवेदन करने से पहले यह आसानी से समझ लेते है कि इससे उसकी आर्थिक स्थिति पर क्या असर पड़ेगा। इससे यह भी सुनिश्चित हो जाता है कि क्या वे इस ऋण को आसानी से चुका सकते हैं या नहीं। इस सुविधा से कर्जदार अलग-अलग ऋणदाताओं से मिलने वाले ऋण की पेशकश की तुलना आसानी से कर सकते हैं और इससे कम ब्याज दर और आसान शर्तों वाली ऋण ले सकते हैं।’
आने वाले समय में आर्टिफिशल इंटेलिजेंस (एआई) और मशीन लर्निंग को शामिल कर ईएमआई कैलकुलेटर की भूमिका बढ़ने वाली है। कई फिनटेक कंपनियां उन्नत कैलकुलेटर तैयार कर रही हैं जो उपयोगकर्ताओं की आर्थिक स्थिति और खर्च की पद्धति के आधार पर व्यक्तिगत ऋण की सिफारिशें कर सकते हैं।