भारतीय शेयर बाजार (एनएसई) की एक इकाई एनएसई इंडिसेज लिमिटेड ने भारत का पहला इलेक्ट्रिक वाहन इंडेक्स लॉन्च किया है। इस इंडेक्स का नाम “निफ्टी ईवी एंड न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स” है। यह इंडेक्स इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियों और नई तकनीक वाली गाड़ियों और इससे जुड़ी टेक्नोलॉजी बनाने वाली कंपनियों के प्रदर्शन को ट्रैक करेगा।
क्यों लॉन्च किया गया?
इलेक्ट्रिक वाहनों को भारत में बढ़ावा देने और देश में ही इन्हें बनाने के सरकार के लक्ष्य को पूरा करने में मदद के लिए ये इंडेक्स लॉन्च किया गया है। इससे उम्मीद है कि विदेशी इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियां भारत में निवेश करेंगी, जो “मेक इन इंडिया” पहल को भी मजबूती देगा।
इंडेक्स की जानकारी
इस इंडेक्स की बेस तारीख 2 अप्रैल 2018 है और बेस मूल्य 1000 रखा गया है। इस इंडेक्स को हर छह महीने में दोबारा बनाया जाएगा और तिमाही आधार पर इसका पुनर्भंडार किया जाएगा। इससे ये इंडेक्स इलेक्ट्रिक वाहन बाजार में हो रहे बदलावों को सही से दर्शाता रहेगा।
इस इंडेक्स में इलेक्ट्रिक वाहन बनाने वाली कंपनियां, नई तकनीक वाली गाड़ियां बनाने वाली कंपनियां, इलेक्ट्रिक बैटरी बनाने वाली कंपनियां, कच्चा माल बनाने वाली कंपनियां और खुद चलने वाली गाड़ियों (ऑटोनॉमस वाहन) को बनाने वाली कंपनियां शामिल हैं।
इस इलेक्ट्रिक वाहन इंडेक्स में कौन-कौन सी कंपनियां शामिल हैं?
इंडेक्स में अलग-अलग सेक्टरों की कंपनियों को उनके महत्व के हिसाब से भार दिया गया है। आइए देखें कौन सी कंपनियां किस सेक्टर में हैं-
वाहन और वाहन पार्ट्स बनाने वाली कंपनियां – 72.13%
सूचना प्रौद्योगिकी कंपनियां – 11.31%
रसायन बनाने वाली कंपनियां – 10.63%
पूंजीगत सामान बनाने वाली कंपनियां – 6.39%
तेल, गैस और ईंधन बनाने वाली कंपनियां – 3.37%
उपभोक्ता सेवाएं – 0.18%
इस इंडेक्स में निवेश करने से पहले किन बातों का ध्यान रखें?
इस इंडेक्स का डिविडेंड यील्ड 0.72 है। (डिविडेंड यील्ड का मतलब होता है कि निवेश पर सालाना कितना मुनाफा मिलने की उम्मीद है)। इस इंडेक्स का पी/ई रेशियो (मूल्य आय अनुपात) 33.07 है और प्राइस-टू-बुक रेशियो 6.09 है। (पी/ई रेशियो और प्राइस-टू-बुक रेशियो शेयरों के मूल्यांकन के लिए इस्तेमाल किए जाने वाले इंडिकेटर हैं)।
इंडेक्स में सबसे अहम कंपनियां कौन सी हैं?
इस इंडेक्स में कई बड़ी कंपनियां शामिल हैं। सबसे अहम कंपनी बजाज ऑटो है, जिसकी इस इंडेक्स में 7.08% की हिस्सेदारी है। इसके बाद टाटा मोटर्स (6.49%) का नंबर आता है। महिंद्रा एंड महिंद्रा (5.83%) और मारुति सुजुकी (5.28%) भी इस इंडेक्स में अहम भूमिका निभाती हैं। साथ ही, एक्साइड इंडस्ट्रीज (4.78%) और बॉश (4.56%) जैसी कंपनियां भी इस इंडेक्स में शामिल हैं। संवर्धना मोथरसन (4.45%) और आयशर मोटर्स (4.42%) भी इस इंडेक्स का हिस्सा हैं।
सीजी पावर (4.30%) और हिमाद्री स्पेशलिटी केमिकल (4.28%) को भी इस इंडेक्स में शामिल किया गया है। कुल मिलाकर, ये कंपनियां मिलकर इस इलेक्ट्रिक वाहन इंडेक्स की रीढ़ हैं। इन कंपनियों में गाड़ियों और औद्योगिक क्षेत्र की दिग्गज कंपनियां शामिल हैं, जो इस इंडेक्स को संतुलित बनाती हैं।
अगर आप इस नए इलेक्ट्रिक वाहन इंडेक्स में निवेश करना चाहते हैं तो ये तरीका अपना सकते हैं:
सबसे पहले एनएसई इंडाइसेज की वेबसाइट [www.niftyindices.com or www.nseindia.com] पर जाकर इस इंडेक्स से जुड़ी जानकारी को ध्यान से पढ़ें। वहां आपको ये इंडेक्स किन कंपनियों से मिलकर बना है, इसमें किन कंपनियों को शामिल किया जा सकता है और इसमें कैसे फेरबदल होता है, जैसी सारी जानकारी मिल जाएगी।
उसके बाद ये सोचें कि आप किस लिए निवेश करना चाहते हैं और आप कितना जोखिम उठा सकते हैं। फिर देखें कि ये इलेक्ट्रिक वाहन इंडेक्स आपके निवेश के मकसद के हिसाब से सही है या नहीं। किसी अच्छे फाइनेंशियल एडवाइजर से भी सलाह लें। वो आपको बताएंगे कि इस इंडेक्स में निवेश करने के फायदे और नुकसान क्या हो सकते हैं। साथ ही वो ये भी बताएंगे कि ये इंडेक्स आपके निवेश पोर्टफोलियो के लिए सही है या नहीं।
अंत में, ऐसे म्यूचुअल फंड या एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ETF) में निवेश करें जो इसी निफ्टी ईवी एंड न्यू एज ऑटोमोटिव इंडेक्स को ट्रैक करते हैं। ये फंड इस इंडेक्स में शामिल कंपनियों के शेयरों में निवेश करते हैं और आप इन्हें अपने ब्रोकर या किसी एसेट मैनेजमेंट कंपनी से खरीद सकते हैं।