Gold ETF in India: इक्विटी में लगातार गिरावट और ग्लोबल अनिश्चितता के बीच भारत में नए साल की शुरुआत यानी जनवरी के दौरान गोल्ड ईटीएफ (Gold Exchange Traded Fund) में रिकॉर्ड निवेश हुआ। यह लगातार 9वां महीना है जब घरेलू स्तर पर गोल्ड ईटीएफ में नेट इनफ्लो दर्ज किया गया है। इससे पहले बीते साल अप्रैल में गोल्ड ईटीएफ में नेट आउटफ्लो देखा गया था।
एसोसिएशन ऑफ म्युचुअल फंड्स इन इंडिया (AMFI) के आंकड़ों के अनुसार देश के कुल 18 गोल्ड ETF (Gold Exchange Traded Fund) में जनवरी 2025 के दौरान रिकॉर्ड 3,751.42 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश (net inflow) हुआ। इससे पहले सबसे ज्यादा मंथली नेट इनफ्लो (+1,961.57 करोड़ रुपये) बीते साल अक्टूबर में आया था। पिछले साल की समान अवधि यानी जनवरी 2024 के मुकाबले यह 471 फीसदी ज्यादा है। पिछले साल की समान अवधि के दौरान देश के कुल 16 गोल्ड ईटीएफ में 657.46 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था। पिछले महीने यानी दिसंबर 2024 के मुकाबले देखें तो इसमें 486 फीसदी का उछाल आया है। दिसंबर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में 640.16 करोड़ रुपये रुपये का शुद्ध निवेश हुआ था।
गोल्ड की कीमतों में शानदार तेजी और लगातार इनफ्लो के चलते जनवरी के अंत में गोल्ड ईटीएफ का नेट एसेट अंडर मैनेजमेंट (AUM) बढ़कर रिकॉर्ड 51,839.39 करोड रुपये पर पहुंच गया। पिछले साल की समान अवधि के दौरान यह 27,778.08 करोड़ रुपये था जबकि दिसंबर 2024 में यह 44,595.60 करोड़ रुपये दर्ज किया गया। जनवरी के दौरान घरेलू स्तर पर गोल्ड की बेंचमार्क कीमतों में 8 फीसदी का इजाफा हुआ। इसी अवधि के दौरान घरेलू इक्विटी बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी क्रमश 0.6 और 0.8 फीसदी टूटे। मिडकैप और स्मॉलकैप इंडेक्स में तो क्रमश: 6 फीसदी और 10 फीसदी की जोरदार गिरावट रही।
इससे पहले पूरे कैलेंडर ईयर 2024 के दौरान गोल्ड ईटीएफ में कुल 11,266.11 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश हुआ जबकि कैलेंडर ईयर 2023 के दौरान 2,923.81 करोड़ रुपये का शुद्ध निवेश दर्ज किया गया था। कैलेंडर ईयर 2022 के दौरान 11 गोल्ड ईटीएफ (Gold ETF) में कुल 458.79 करोड़ रुपये का निवेश हुआ था।
कैलेंडर ईयर 2024 में गोल्ड ईटीएफ में मंथली निवेश/निकासी (inflow/outflow)
दिसंबर 2024 | +640.16 करोड़ रुपये |
नवंबर 2024 | +1,256.72 करोड़ रुपये |
अक्टूबर 2024 | +1,961.57 करोड़ रुपये |
सितंबर 2024 | +1,232.99 करोड़ रुपये |
अगस्त 2024 | +1,611.38 करोड़ रुपये |
जुलाई 2024 | +1,337.35 करोड़ रुपये |
जून | +726.16 करोड़ रुपये |
मई | +827.43 करोड़ रुपये |
अप्रैल | -395.69 करोड़ रुपये |
मार्च | +373.36 करोड़ रुपये |
फरवरी | +657.46 करोड़ रुपये |
जनवरी | +997.22 करोड़ रुपये |
(Source: AMFI)
क्यों गोल्ड ईटीएफ में लोग जमकर लगा रहे पैसा?
जानकारों के अनुसार इक्विटी में लगातार गिरावट और ग्लोबल अनिश्चितता ने निवेशकों को गोल्ड ईटीएफ में निवेश के लिए प्रोत्साहित किया। गोल्ड में बेहतर रिटर्न की संभावना के बीच निवेशक फिलहाल अपने पोर्टफोलियो को डायवर्सिफाई करने के लिए इस एसेट क्लास में ईटीएफ के जरिये जमकर निवेश कर रहे हैं। साथ ही सॉवरेन गोल्ड बॉन्ड (Sovereign Gold Bond) की कोई और सीरीज के आगे लॉन्च नहीं होने के आसार और पिछले बजट में टैक्स नियमों में हुए बदलाव के बाद गोल्ड ईटीएफ का आकर्षण बढ़ा है।
ग्लोबल लेवल पर शानदार शुरुआत, यूरोप में 3 साल की ऊंचाई पर पहुंचा, चीन में लगा ब्रेक
ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ के लिए नए साल की शुरुआत शानदार रही। वर्ल्ड गोल्ड काउंसिल (World Gold Council) से मिले ताजा आंकड़ों के मुताबिक 2025 की शुरुआत यानी जनवरी के दौरान ग्लोबल लेवल पर गोल्ड ईटीएफ में निवेश 3 बिलियन डॉलर बढ़ा। वॉल्यूम /होल्डिंग के लिहाज से इस दौरान निवेश में 34.5 टन की वृद्धि हुई।
सोने की कीमतों में तेजी और लगातार दूसरे महीने आए इनफ्लो के दम पर जनवरी 2025 के अंत तक गोल्ड ईटीएफ का एसेट अंडर मैनेजमेंट यानी AUM और टोटल होल्डिंग बढ़कर क्रमश: रिकॉर्ड 294.2 बिलियन डॉलर और 3,253.3 टन पर पहुंच गए। ग्लोबल लेवल पर ट्रेड वॉर की आशंका और अमेरिकी डॉलर में कमजोरी के बीच जनवरी में सोने के भाव में तकरीबन 8 फीसदी का इजाफा हुआ।
पिछले महीने यानी दिसंबर 2024 के दौरान भी गोल्ड ईटीएफ में निवेश 0.3 बिलियन डॉलर यानी 3.6 टन बढ़ा था। हालांकि बीते साल नवंबर में लगातार छह महीने की तेजी के बाद गोल्ड ईटीएफ में 2.1 बिलियन डॉलर यानी 28.6 टन का आउटफ्लो दर्ज किया गया था।
जनवरी के दौरान गोल्ड ईटीएफ को सबसे तगड़ा सपोर्ट यूरोप से मिला। पिछले महीने यूरोप में गोल्ड ईटीएफ में निवेश बढ़कर मार्च 2022 के स्तर पर पहुंच गया। इस दौरान यूरोप में 3.4 बिलियन डॉलर (+39 टन) का नेट इनफ्लो देखा गया। ज्यादातर निवेश इंग्लैंड और जर्मनी में आया। हालांकि बीते साल ज्यादातर महीने यूरोप में नेट आउटफ्लो दर्ज किया गया था। नार्थ अमेरिकी फंडों में लगातार दूसरे महीने जनवरी में आउटफ्लो देखा गया। इस दौरान नार्थ अमेरिकी फंडों से निवेशकों ने नेट 499 मिलियन डॉलर (-5.9 टन) निकाले। जबकि एशियाई फंडों में निवेशकों ने जनवरी में नेट 57 मिलियन डॉलर (+0.3 टन) डाले।
एशिया में भारत इनफ्लो के मामले में सबसे आगे रहा। हालांकि चीन में इस दौरान 399.1 मिलियन डॉलर का आउटफ्लो दर्ज किया गया।
Region | AUM (bn) |
Fund Flows (US$mn) |
Holdings (tonnes) |
Demand (tonnes) |
Demand (% of holdings) |
North America | 148.7 | -499.4 | 1,644.6 | -5.9 | -0.4% |
Europe | 119.9 | 3,415.8 | 1,326.7 | 39.0 | 3.0% |
Asia | 19.7 | 57.1 | 216.7 | 0.3 | 0.1% |
Other | 5.9 | 66.3 | 65.3 | 1.0 | 1.6% |
Total | 294.2 | 3,039.7 | 3,253.3 | 34.5 | 1.1% |
Global inflows/ Positive Demand | 7,655.1 | 53.4 | 2.8% | ||
Global outflows /Negative Demand | -4,615.3 | -18.9 | -1.7% |
Country | AUM (bn) |
Fund Flows (US$mn) |
Holdings (tonnes) |
Demand (tonnes) |
Demand (% of holdings) |
US | 142.4 | -531.2 | 1,575.5 | -6.3 | -0.4% |
UK | 54.1 | 1,574.2 | 598.1 | 17.9 | 3.1% |
Germany | 29.2 | 1,166.1 | 322.5 | 13.5 | 4.4% |
Switzerland | 28.8 | 242.7 | 319.0 | 2.8 | 0.9% |
China P.R. Mainland | 9.8 | -399.1 | 110.0 | -4.7 | -4.1% |
France | 6.3 | 395.4 | 69.6 | 4.5 | 6.9% |
Canada | 6.3 | 31.8 | 69.2 | 0.4 | 0.6% |
India | 5.9 | 400.4 | 61.9 | 4.4 | 7.6% |
Australia | 3.9 | 68.6 | 43.4 | 1.0 | 2.3% |
Japan | 3.7 | 57.9 | 40.6 | 0.6 | 1.6% |
South Africa | 1.8 | 41.5 | 19.6 | 0.5 | 2.9% |
Ireland | 1.0 | 21.1 | 11.6 | 0.2 | 2.2% |
Italy | 0.5 | 17.3 | 5.2 | 0.2 | 4.0% |
Hong Kong SAR | 0.3 | -2.5 | 3.9 | -0.0 | -0.7% |
Turkey | 0.2 | -43.9 | 2.2 | -0.5 | -19.1% |
Liechtenstein | 0.0 | -1.1 | 0.5 | -0.0 | -1.8% |
Malaysia | 0.0 | 0.4 | 0.3 | 0.0 | 0.9% |
Saudi Arabia | 0.0 | 0.0 | 0.1 | 0.0 | 2.1% |
(Source: World Gold Council)