Buying Gold on Diwali: अगर आप दिवाली पर सोना खरीदने की सोच रहे हैं, तो सबसे पहले कैरट (Karat) और कैरेट (Carat) का फर्क समझ लेना जरूरी है। दोनों शब्द सुनने में एक जैसे लगते हैं, लेकिन मतलब बिल्कुल अलग होता है। यदि यह फर्क नहीं पता हो तो खरीदारी के समय कन्फ्यूजन होना तय है।
कैरट (K) का इस्तेमाल सोने की शुद्धता बताने के लिए किया जाता है। सोना कुल 24 हिस्सों में बांटा जाता है, जिसमें:
24K सोना = 100% शुद्ध
22K सोना = 91.6% शुद्ध
18K सोना = 75% सोना + 25% अन्य धातुएँ
ज्यादा कैरट वाला सोना ज्यादा कीमती होता है, लेकिन उतना ही नरम भी होता है। इसलिए रोज़ाना इस्तेमाल के लिए लोग प्रैक्टिकल तौर पर 18K या 22K सोना चुनते हैं।
कैरेट (ct) का इस्तेमाल हीरे, रूबी और नीलम जैसे रत्नों का वजन बताने के लिए होता है।
1 कैरेट = 200 मिलीग्राम = 0.2 ग्राम
रत्न जितना भारी होगा, उतना ही दुर्लभ और महंगा माना जाता है। हालांकि उसके कट, रंग और पारदर्शिता भी उसकी कीमत पर असर डालती हैं।
दिवाली 2025 इस बार 20 अक्टूबर को पड़ेगी। अगर इस दिवाली आप सोना या हीरे-जवाहरात खरीदने की योजना बना रहे हैं, तो यह बात याद रखें:
सोने में कैरट (K) देखकर उसकी शुद्धता पहचानें
रत्नों में कैरेट (ct) देखकर उसका वजन समझें
सही जानकारी से की गई खरीदारी ही असली शुभ लाभ होती है।
माप | कहां उपयोग होता है | क्या दर्शाता है |
---|---|---|
Karat (कैरट) | सोने के लिए | शुद्धता |
Carat (कैरेट) | रत्नों के लिए | वजन |
एसिड टेस्ट: नाइट्रिक एसिड से प्रतिक्रिया देखी जाती है।
इलेक्ट्रॉनिक टेस्टर: सोने की कंडक्टिविटी से शुद्धता मापते हैं।
फ्लोट टेस्ट: पानी में डालने पर शुद्ध सोना डूबता है।
हॉलमार्किंग: भारत में BIS हॉलमार्क सबसे भरोसेमंद तरीका है।