सौर ऊर्जा सेक्टर की कंपनी वारी एनर्जी (Waaree Energies) ने वित्त वर्ष 2025 की चौथी तिमाही (Q4FY25) में अब तक का सबसे मजबूत प्रदर्शन किया है। कंपनी का ऑपरेटिंग मुनाफा (EBITDA) 121% और प्री-टैक्स मुनाफा (PBT) 132% बढ़ा है। EBITDA मार्जिन 23% पर पहुंच गया है, जो पिछले साल की तुलना में 8.79% ज्यादा है। उत्पादन में भी 53% की सालाना बढ़ोतरी दर्ज की गई है। इस शानदार प्रदर्शन के पीछे कंपनी के नए 1.4 गीगावॉट (GW) सेल प्लांट का अहम रोल रहा, जिससे कंपनी को ज्यादा कीमत वाले DCR मॉड्यूल्स बनाने का मौका मिला।
कंपनी का कहना है कि अगले वित्त वर्ष यानी FY26 में उसका EBITDA दोगुना होकर 55–60 अरब रुपये तक पहुंच सकता है। यह लक्ष्य इसलिए संभव है क्योंकि कंपनी के पास पहले से मार्च 2026 तक के लिए पक्के ऑर्डर मौजूद हैं। इन ऑर्डर्स की कुल क्षमता 25GW है, जिसकी कीमत करीब ₹47,000 करोड़ है। AI और एनर्जी स्टोरेज की बढ़ती मांग के चलते कंपनी को भविष्य में और भी ज्यादा ऑर्डर मिलने की उम्मीद है।
वारी एनर्जी सिर्फ मॉड्यूल्स तक ही सीमित नहीं रहना चाहती। कंपनी अब एनर्जी के पूरे सिस्टम में अपनी जगह बना रही है – यानी सेल से लेकर इन्वर्टर, इलेक्ट्रोलाइज़र, ली-आयन बैटरी और BESS (Battery Energy Storage System) तक सब कुछ खुद बनाएगी।
कंपनी की योजना है कि FY26 तक इन्वर्टर प्लांट चालू कर दिया जाए और FY27 में बाकी सभी नई सुविधाएं शुरू हो जाएं। इससे कंपनी को लंबे समय तक 20% के आसपास मार्जिन बनाए रखने में मदद मिलेगी और एक स्थायी ग्रोथ का रास्ता खुलेगा।
ब्रोकरेज फर्म नुवामा का मानना है कि वारी एनर्जी का फ्री कैश फ्लो FY27 से पॉजिटिव हो जाएगा। इसका मतलब है कि कंपनी का खुद का पैसा ही आगे के खर्चों को पूरा करने लगेगा। फिलहाल कंपनी के पास ₹15,500 करोड़ की फंडिंग है, जिससे उसकी बैलेंस शीट भी मजबूत है। इन्हीं कारणों से नुवामा ने वारी एनर्जी के शेयर पर ‘BUY’ रेटिंग बरकरार रखी है और इसका टारगेट प्राइस ₹3,622 तय किया है, जो मौजूदा कीमत ₹2,840.45 से 27.5% ज्यादा है।
डिस्क्लेमर: यह रिपोर्ट केवल जानकारी के लिए है। निवेश से पहले कृपया विशेषज्ञ से सलाह लें।