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मंदी के चलते यूनियन बैंक ने राइट इश्यू किया स्थगित

Last Updated- December 07, 2022 | 5:01 AM IST

सार्वजनिक क्षेत्र की बैंक यूनियन बैंक ऑफ इंडिया ने राइट इश्यू की योजना को स्थगित कर दिया है। बैंक इस इश्यू के माध्यम से अपनी विस्तार की योजनाओं के लिए धन इकठ्ठा करना चाह रहा था।


यह कदम ऐसे समय उठाया गया है जबकि शेयर बाजार में मंदी का माहौल है और बैंक के शेयर बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। बैंक के अध्यक्ष और प्रबंध निदेशक एमवी नायर ने भी राइट इश्यू की योजना को स्थगित करने के पीछे बाजार की खस्ता हालत को जिम्मेदार ठहराया, लेकिन साथ ही उन्होंने कहा कि बैंक अभी भी टायर-2 कैपिटल जुटा सकने में सक्षम है।

नायर ने बिजनेस स्टैंडर्ड को बताया कि बैंक के पास और भी विकल्प मौजूद हैं, जिसमें बेमियादी बांड के जरिए फंड की उगाही भी शामिल है। उन्होंने कहा कि बैंक बिना राइट इश्यू के भी पूंजी पर्याप्तता के अनुपात को 12 प्रतिशत के आसपास रखने में सक्षम है।

मालूम हो कि यूनियन  बैंक के प्रबंधन ने वित्त मंत्रालय के अधिकारियों के साथ बातचीत की है और बैंक के बोर्ड द्वारा राइट इश्यू के मामले पर निर्णय लेना बाकी है। नायर का बयान इस बात की और इशारा कर रहें हैं कि फिलहाल इस मामले को बोर्ड के सामने नहीं उठाया जाएगा और बाजार की हालत में सुधार आने तक इसे ठडे बस्ते में डाल दिया गया है।

यूनियन बैंक ऑफ इंडिया और इलाहाबाद बैंक राइट इश्यू के जरिए पूंजी इकठ्ठा करने की इच्छा जताई थी, जबकि सार्वजनिक क्षेत्र की अन्य बैंक जिसमें लीडर स्टेट बैंक ऑफ इंडिया भी शामिल है, पूंजी जुटाने केलिए राइट इश्यू का इस्तेमाल कर रही है। चूंकि कानून सरकार को इस बात की इजाजत नहीं देती कि वह अपनी हिस्सेदारी 51 प्रतिशत से नीचे करे। एसबीआई के मामले में सरकार की हिस्सेदारी 55 प्रतिशत से कम नहीं हो सकती है।

First Published - June 11, 2008 | 11:17 PM IST

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