खाद्य परिसंस्करण करने वाली कंपनी टेम्पटेशन फूड के शेयर कीमतों में जबरदस्त उछाल दर्ज हुआ है।
बंबई स्टॉक एक्सचेंज में संभावित अधिग्रहण करने की खबरों के बीच इसके शेयर 298.20 रुपये के अब तक के सबसे ऊंचे स्तर पर पहुंच गए। कंपनी के स्क्रीप भी हुंकार मारते हुए महज एक हफ्ते में 21.29 फीसदी का उछाल हासिल किया। जबकि पिछले एक महीने के भीतर का यह आंकड़ा कुल 40.49 फीसदी का है।
सूत्रों के मुताबिक फूड फर्म एक गुणवत्तापूर्ण संस्थागत प्लेसमेंट यानि क्यूआईपी के साथ दस दिनों के भीतर आने वाला है। इसके द्वारा कंपनी अपने अधिग्रहण योजाओं को अमली जामा पहनाने की कोशिश करेगी। छह महीने पहले कंपनी के चेयरमैन और प्रबंध निदेशक विनीत कुमार ने ऐलान किया था कि कंपनी खाद्य परिसंस्करण करने वाली तीन कंपनियों के अधिग्रहण के वास्ते कुल 200 मिलियन डॉलर की ऊगाही करेगी।
उन तीन कंपनियों में एक लिस्टेड कंपनी है जिस पर हमारी कुछ समय से नजर है। इसका कुल बॉटमलाइन 30 से 40 करोड़ रुपये का है। इसके अलावा कुछ एफएमसीजी कंपनियों के साथ भी हमारी बातचीत चल रही है। अधिग्रहण की जाने वाली कंपनी कौन होगी इसके बारे में कंपनी के प्रवक्ता ने कुछ भी कहने से इनकार किया मगर इस परियोजना के काफी करीबी सूत्रों का कहना है कि अधिग्रहण की जाने वाली कंपनी का एक जाना माना नाम है।
इस प्रकार टेम्पटेशन फूड इन अधिग्रहणों के जरिए अपना कुल कारोबार 1,400 करोड़ रुपये का करना चाहती है। जबकि बॉटमलाइन को 100 करोड़ से ज्यादा करने की भी योजना है। इन दोनों योजनाओं को अंजाम इस वित्तीय वर्ष के अंत तक देने की बात है। मालूम हो कि मार्च तक कंपनी का कुल कारोबार 329.7 करोड़ रुपये का था जबकि इसका शुद्ध मुनाफा 23.8 करोड़ रुपये का रहा था।
कंपनी के कुल कारोबार में समुद्री ऑपरेशन्स की हिस्सेदारी कुल 175 करोड़ रुपये की थी जबकि 10 करोड़ रुपये की हिस्सेदारी एवरफ्रेश ने की थी जिसे कंपनी ने पिछले साल चंबल फर्टिलाइजर्स से खरीदी थी। इसके अलावा कंपनी के पिछले साल का क्यूआईपी गणित 114 करोड़ रुपये का था। साथ ही कंपनी ने पिछले साल हिंदुस्तान यूनीलिवर के समुद्री कारोबार और मैरिको के लिए भी बोली लगाई थी लेकिन इन मसलों पर बात बन नही पाई।
कंपनी वास्तव में खाड़ी देशों में परिशोधित खाद्य पदार्थों की बढ़ती मांग को पूरा करने के लिहाज से इन कार्यक्रमों के जरिए अवसर को भुनाना चाहती है। गौरतलब है कि खाड़ी देशों सहित पश्चिम के देशों में परिशोधित खाद्य पदार्थों के लिए भारत एक मुफीद जगह बनता चला जा रहा है। लिहाजा टेम्पटेशन जैसी कंपनियों के लिए अवसर अनेक हैं। इसके अलावा आज के दौर में फूड सेगमेंट में परिशोधित खाद्य पदार्थों का भरपूर बाजार है।
फूड फर्म एक गुणवत्तापूर्ण संस्थागत प्लेसमेंट यानि क्यूआईपी के साथ दस दिनों के भीतर आने वाली है।
इस परियोजना के काफी करीबी सूत्रों का कहना है कि अधिग्रहण की जाने वाली कं पनी एक जाना माना नाम है।