काले सोमवार ने एक बार फिर शेयर बाजारों को अपनी काली छाया का शिकार बना लिया। हालांकि भारत ही नहीं
मुंबई शेयर बाजार तो इसके चलते 951 अंक लुढ़ककर 15 हजार से नीचे आ गिरा। सेंसेक्स की यह अब तक की दूसरी सबसे बड़ी गिरावट रही। नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी भी 242 अंकों की गिरावट के साथ 4500 के नीचे पहुंच गया।
गिरावट की मार चौतरफा रही। कोई भी सेक्टर इससे बच नहीं पाया। अमेरिकी मंदी की आशंका से हुई बिकवाली के चलते बैंकिंग और टिकाऊ उपभोक्ता सेक्टर में
9 फीसदी से ज्यादा की गिरावट हुई। धातु और रीयल एस्टेट में सात फीसदी से ज्यादा, पूंजीगत वस्तु में छह फीसदी से ज्यादा की गिरावट हुई।
फार्मा, तेल व गैस और ऊर्जा क्षेत्र में पांच फीसदी से ज्यादा और ऑटो तथा पीएसयू सेक्टर में चार फीसदी से ज्यादा की गिरावट हुई। मिडकैप और स्मॉल कैप सूचकांक सात फीसदी की गिरावट का शिकार रहे।
गिरावट वाले शेयरों में सबसे ज्यादा आईसीआईसीआई बैंक
, जयप्रकाश एसोसिएट्स, एचडीएफसी, हिंडाल्को, रिलायंस एनर्जी, टाटा स्टील, डीएलएफ, एलएंडटी, रिलायंस कम्युनिकेशंस और ग्रासिम रहे।