facebookmetapixel
Year Ender: 42 नए प्रोजेक्ट से रेलवे ने सबसे दुर्गम इलाकों को देश से जोड़ा, चलाई रिकॉर्ड 43,000 स्पेशल ट्रेनें2026 में भारत-पाकिस्तान में फिर होगी झड़प? अमेरिकी थिंक टैंक का दावा: आतंकी गतिविधि बनेगी वजहपर्यटकों को आकर्षित करने की कोशिशों के बावजूद भारत में पर्यटन से होने वाली कमाई इतनी कम क्यों है?क्या IPOs में सचमुच तेजी थी? 2025 में हर 4 में से 1 इश्यू में म्युचुअल फंड्स ने लगाया पैसानया साल, नए नियम: 1 जनवरी से बदल जाएंगे ये कुछ जरूरी नियम, जिसका सीधा असर आपकी जेब पर पड़ेगा!पोर्टफोलियो में हरा रंग भरा ये Paint Stock! मोतीलाल ओसवाल ने कहा – डिमांड में रिकवरी से मिलेगा फायदा, खरीदेंYear Ender: क्या 2026 में महंगाई की परिभाषा बदलेगी? नई CPI सीरीज, नए टारगेट व RBI की अगली रणनीतिGold–Silver Outlook 2026: सोना ₹1.60 लाख और चांदी ₹2.75 लाख तक जाएगीMotilal Oswal 2026 stock picks: नए साल में कमाई का मौका! मोतीलाल ओसवाल ने बताए 10 शेयर, 46% तक रिटर्न का मौकाYear Ender: 2025 में चुनौतियों के बीच चमका शेयर बाजार, निवेशकों की संपत्ति ₹30.20 लाख करोड़ बढ़ी

नतीजे बताएंगे कितनी धीमी पड़ी है आर्थिक रफ्तार

Last Updated- December 05, 2022 | 7:16 PM IST

पिछले कारोबारी साल की आखिरी तिमाही में कंपनियों का प्रदर्शन साफ कर देगा कि विकास की रफ्तार धीमी पड़ी है।


इस तिमाही में कंपनियों का प्रदर्शन खराब रहने के आसार हैं, खासकर नॉन ऑयल कंपनियों का प्रदर्शन। यानी तेल कंपनियों को अलग कर दिया जाए तो करीब करीब सभी सेक्टरों का प्रदर्शन आखिरी तिमाही में बुरा रह सकता है।


इस तिमाही में सेंसेक्स की 27 नॉन ऑयल ऐंड गैस कंपनियों की कमाई में 17.55 फीसदी और शुध्द मुनाफे में 16.57 फीसदी की बढ़त होने की संभावना है। इन कंपनियों की बिक्री और लाभ भी पिछली तीन तिमाहियों की तुलना में कम रहने के आसार हैं।


मुंबई की मोतीलाल ओसवाल सेक्योरिटीज की रिसर्च टीम ने कंपनियों के चौथी तिमाही के प्रदर्शन की समीक्षा की है, इसके मुताबिक सेंसेक्स की 29 कंपनियों (डीएलएफ को छोड़कर), जिसमें तेल और गैस कंपनियां भी शामिल हैं, का प्रदर्शन चौथी तिमाही में कुछ बेहतर होगा। इन कंपनियों की कमाई में इस तिमाही में 19.5 फीसदी की बढ़त और शुध्द मुनाफे में 21.86 फीसदी की बढ़त रहने की संभावना है। 


सार्वजनिक क्षेत्र की कंपनी ऑयल ऐंड नैचुरल गैस कार्पोरेशन (ओएनजीसी) का प्रदर्शन चौथी तिमाही में सबसे अच्छा रहने की उम्मीद है। इस दौरान इसके शुध्द मुनाफे में 60 फीसदी की बढ़त रहने का अनुमान है जबकि तीसरी तिमाही में इसके शुद्ध लाभ में छह फीसदी की कमी आ गई थी। इस दौरान इसकी बिक्री में 27.5 फीसदी और लाभ में 21 फीसदी का इजाफा रहने की उम्मीद है।


लेकिन नॉन ऑयल कंपनियों का प्रदर्शन आखिरी तिमाही में सबसे कमजोर रह सकता है। इस दौरान इनकी कमाई में केवल 17.55 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है, जबकि जून 2007 में 22.94 फीसदी और सितंबर और दिसंबर 2007 को खत्म हुई तिमाही में 21-21 फीसदी का इजाफा देखा गया था।


इसी तरह इन कंपनियों के शुध्द लाभ में भी केवल 16.57 फीसदी का इजाफा होने की उम्मीद है जबकि जून 2007 में 42 फीसदी, सितंबर 2007 में 30.3 और दिसंबर 2007 में 24.06 फीसदी का इजाफा देखा गया था। ऑटो, सीमेन्ट, मेटल्स और पावर सेक्टर के खराब प्रदर्शन की वजह से ही नॉन ऑयल कंपनियों पर इतना असर पड़ा है।


इसी तरह बैंकिंग सेक्टर का प्रदर्शन डेरिवेटिव कारोबार में हुए नुकसान से आखिरी तिमाही में कमजोर रह सकता है। इस तिमाही में स्टेट बैंक, आईसीआईसीआई बैंक और एचडीएफसी बैंक की कमाई और लाभ में इजाफा बाकी तीनों तिमाहियों की तुलना में कम रह सकता है।


इंजीनियरिंग क्षेत्र की दिग्गज कंपनी लार्सन ऐंड टूब्रो के लाभ में भी इस बार कमी रह सकती है। कमोडिटी हेजिंग में हुए नुकसान से इसके मुनाफे पर असर पड़ सकता है।  बीएचईएल ने भी साल 2007-08 के जो प्रोवीजनल नतीजे दिए हैं उससे भी संकेत मिलते हैं कि कैपिटल गुड्स सेक्टर धीमा पड़ चुका है।


मेटल कंपनियों के लिए तो ये एक और खराब तिमाही रही है। हिंडाल्को के लाभ में चौथी तिमाही में 20 फीसदी की कमी देखी जा सकती है। टाटा स्टील की बिक्री में भी बढ़त एक अंक पर ही सीमित रह सकती है जबकि इसके शुध्द मुनाफे में 25 फीसदी का इजाफा देखा जा सकता है।

First Published - April 7, 2008 | 11:06 PM IST

संबंधित पोस्ट