देश के उद्योगों के विकास की रफ्तार अब घटने लगी है। इसी वजह से विनिर्माण, बिजली और खनन समेत सभी प्रमुख क्षेत्रों में गिरावट के साथ देश की औद्योगिक विकास दर जनवरी के महीने में गिरकर 5.3 फीसदी रह गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 11.6 फीसदी थी।
बुधवार को जारी आधिकारिक आंकड़ों के मुताबिक औद्योगिक उत्पादन सूचकांक (आईआईपी) द्वारा मापा जानेवाला औद्योगिक विकास चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों में 8.7 फीसदी रह गया जबकि पिछले वित्त वर्ष की समान अवधि में यह 11.2 फीसदी था।
जनवरी में विनिर्माण, खनन और बिजली समेत सभी प्रमुख क्षेत्रों के उत्पादन विकास में गिरावट दर्ज हुई।
उपभोक्ता डयूरेबल के उत्पादन में जनवरी और चालू वित्त वर्ष के पहले 10 महीनों में भी नकारात्मक विकास दर्ज हुआ।
उपभोक्ता डयूरेबल का उत्पादन इस साल के पहले महीने जनवरी में गिरकर 3.1 फीसदी हो गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 5.3 फीसदी था।
चालू वित्त वर्ष की अप्रैल से जनवरी की अवधि के दौरान उत्पादन घटकर 1.7 फीसदी रह गया जबकि पिछले साल की समान अवधि में विकास दर 10.6 फीसदी थी।
आईआईपी में महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले क्षेत्र विनिर्माण की विकास दर जनवरी में गिरकर 5.9 फीसदी रह गई जबकि पिछले साल की समीक्षाधीन अवधि में यह 12.3 फीसदी थी।
जनवरी के दौरान बिजली उत्पादन की विकास दर भी गिरकर 3.3 फीसदी रह गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 3.3 फीसदी थी।
खनन क्षेत्र में उत्पादन की विकास दर गिरकर 1.8 फीसदी रह गई जबकि पिछले साल की समान अवधि में यह 7.7 फीसदी थी।