साल 2023 में नए डीमैट खातों की संख्या 3.1 करोड़ के पार निकल गई। इसे बाजारों में उछाल, स्मॉल व मिडकैप में भारी-भरकम कमाई और आरंभिक सार्वजनिक निर्गम के मजबूत प्रदर्शन से सहारा मिला। इस कारण नए निवेशक इक्विटी बाजार की ओर आकर्षित हुए।
दो डिपॉजिटरी सेंट्रल डिपॉजिटरी सर्विसेज (सीडीएसएल) और नैशनल सिक्योरिटीज डिपॉजिटरी (एनएसडीएल) में नए डीमैट खातों की संख्या पिछले 12 महीनों में क्रम से 28.7 फीसदी बढ़कर 10.81 करोड़ से 13.92 करोड़ हो गई। अकेले दिसंबर में ही करीब 41 लाख नए डीमैट खाते खुले जो अब तक का सर्वोच्च मासिक जुड़ाव है।
5 पैसा कैपिटल के पूर्व सीईओ प्रकाश गगडानी ने कहा कि साल 2022 में सुस्ती के बाद 2023 में बाजार ने दो अंकों में रिटर्न दिया। यह तेजी व्यापक रही। माइक्रोकैप समेत सभी सेगमेंट ने काम किया। खुदरा निवेशकों के पास काफी नकदी है और इक्विटी में उनका स्वामित्व बढ़ रहा है। बेंचमार्क निफ्टी-50 में साल 2023 के दौरान 20 फीसदी की बढ़ोतरी दर्ज हुई। निफ्टी मिडकैप-100 में 46.6 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 55.6 फीसदी की उछाल आई।
भारत में आर्थिक स्थायित्व, कंपनियों की आय और देसी संस्थागत निवेशकों व विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों की तरफ से मजबूत निवेश से भारतीय बाजारों को बढ़त के साथ समाप्ति में मदद मिली। अमेरिकी फेडरल रिजर्व के कदम और भारतीय जनता पार्टी की तीन प्रमुख राज्यों में जीत से इस तेजी को और मजबूती मिली।
आरंभिक सार्वजनिक निर्गम निवेशकों के आकर्षण का केंद्र रहे हैं। साल 2023 में 57 आईपीओ बाजार में आए जिन्होंने कुल मिलाकर 49,434 करोड़ रुपये जुटाए। साल के दौरान मिले फायदे को देखते हुए आईपीओ को लेकर निवेशकों का सेंटिमेंट और अनुकूल हो गया है। ब्रोकरों ने कहा कि कई मौजूदा निवेशक अपने परिवार के सदस्यों के लिए नए डीमैट खाते खुलवा रहे हैं ताकि आईपीओ आवंटन में उन्हें शेयर मिलने की संभावना बढ़ जाए।
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सैमको सिक्योरिटीज के संस्थापक व सीईओ जिमित मोदी ने कहा कि दिसंबर में कई आईपीओ आए, जिससे डीमैट खातों के प्रति आकर्षण बढ़ा। साथ ही 3 दिसंबर के बाद बाजारों ने ऊंचे स्तर की ओर जाना शुरू किया। यहां तक कि मिडकैप व स्मॉलकैप सूचकांकों ने नई ऊंचाई को छूना जारी रखा और ऐसे बाजार में डीमैट
खाते खुलने की रफ्तार मजबूत बने रहने की संभावना हुई।
चूड़ीवाला सिक्योरिटीज के प्रबंध निदेशक आलोक सी चूड़ीवाला ने कहा कि इस साल नए डीमैट खाते खुलने में सबसे बड़ा उत्प्रेरक आईपीओ रहा है। उन्होंने कहा कि जब निवेशक पूंजी बाजार की परख कर रहे होते हैं तो इसका समान्य तरीका आईपीओ में निवेश होता है।
इस साल इश्यू की कीमत उचित रही और अगर हमें आवंटन मिलता है तो कमाई की संभावना बन जाती है। ब्रोकर आउटलुक को लेकर सतर्कता के साथ आशावादी बने हुए हैं। कुछ का मानना है कि आय की रफ्तार साल 2023 की कमाई की तरह रहेगी। कुछ को आशंका भी है जिससे इस साल में अवरोध भी हो सकते हैं।
मोदी ने कहा, यह साल उतारचढ़ाव वाला रहने वाला है। इस साल चुनाव होंगे और हमें देखना होगा कि फेड की दर कटौती के बारे में निवेशक कितनी उम्मीद करते हैं। हम हर महीने 40 लाख नए खाते खुलने की उम्मीद नहीं कर सकते। हम हर महीने औसतन 20-25 लाख नए खाते खुलते देख सकते हैं।