सूचकांकों में शामिल प्रमुख कंपनियों के शेयरों में लिवाली, यूरोपीय बाजार में मजबूती और वृहद् आंकड़े जारी होने के बाद धारणा मजबूत होने से देसी शेयर बाजार को साल 2023 के पहले सत्र में बढ़त दर्ज करने में मदद मिली। साल के पहले कारोबारी सत्र में आज बंबई स्टॉक एक्सचेंज (बीएसई) का सेंसेक्स 327 अंक यानी 0.5 फीसदी चढ़कर 61,168 अंक पर बंद हुआ। नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (एनएसई) का निफ्टी भी 92 अंक यानी 0.5 फीसदी चढ़कर 18,197 अंक पर बंद हुआ।
2019 के बाद से ही दोनों सूचकांक नए साल के पहले कारोबारी सत्र में बढ़त के साथ बंद होते आए हैं। आम तौर पर साल के पहले दो और आखिरी पांच कारोबारी सत्रों में शेयरों में बढ़त दर्ज की जाती है।
सप्ताहांत में जारी वस्तु एवं सेवा कर (जीएसटी) के आंकड़ों ने बताया कि दिसंबर में संग्रह बढ़कर 1.49 लाख करोड़ रुपये हो गया, जो दिसंबर, 2021 के मुकाबले 15 फीसदी ज्यादा रहा। जुलाई, 2017 में जीएसटी होने के बाद यह अब तक का तीसरा सबसे अधिक संग्रह रहा। पिछले दस महीने में जीएसटी राजस्व लगातार 1.4 लाख करोड़ रुपये से अधिक बना रहा है।
विनिर्माण सूचकांक भी दिसंबर में दो साल के सबसे ऊंचे आंकड़े पर पहुंच गया। एसऐंडपी ग्लोबल का मैन्युफैक्चरिंग परचेजिंग मैनेजर्स इंडेक्स (पीएमआई) दिसंबर में 57.8 रहा, जो नवंबर में 55.7 ही था। पीएमआई 50 से ऊपर तभी जाता है, जब उत्पादन बढ़ता है।
अवेंडस कैपिटल अल्टरनेट स्ट्रैटेजीज के सीईओ एंड्रयू हॉलैंड ने कहा, ‘पीएमआई अच्छा था। इसका साफ मतलब है कि अर्थव्यवस्था मजबूत है और हाल-फिलहाल इसे कोई खतरा नहीं है। यह हमेशा अच्छी खबर होती है। बाजार ने आर्थिक आंकड़े देखकर अच्छी शुरुआत की और यूरोपीय बाजार भी बढ़त के साथ खुले। जो दुनिया भर के बाजारों में हो रहा है, वही हमारे यहां भी हो रहा है।’
रिलायंस इंडस्ट्रीज और आईसीआईसीआई बैंक जैसे प्रमुख शेयरों में बढ़त ने भी सूचकांक उठाने में मदद की। रिलायंस इंडस्ट्रीज के शेयर में 1.06 फीसदी बढ़त आई और उसका योगदान सबसे अधिक रहा। उसके बाद 1.3 फीसदी बढ़त वाले आईसीआईसीआई बैंक ने सेंसेक्स को सहारा दिया। अमेरिका में महंगाई कम होने से भी हौसला बढ़ा।
हालांकि भारतीय सूचकांकों ने साल 2022 में अधिक रिटर्न नहीं दिया क्योंकि उस दौरान रूस-यूक्रेन युद्ध, ब्याज दरों में बढ़ोतरी और मंदी की आशंकाओं के कारण काफी उथल-पुथल दिख रही थी। चीन में लॉकडाउन और जिंस कीमतों में तेजी के कारण निवेशकों ने जोखिम वाली संपत्तियों की बिकवाली की।
यह भी पढ़ें: Sensex Closing Bell: नए साल के पहले कारोबारी दिन शेयर बाजार में तेजी, सेंसेक्स 327 अंक चढ़ा
मोतीलाल ओसवाल फाइनैंशियल सर्विसेज में खुदरा एवं अनुसंधान प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने कहा, ‘हमें उम्मीद है कि दिसंबर तिमाही के नतीजों से पहले बाजार सकारात्मक धारणा के साथ स्थिर रहेगा और फरवरी में केंद्रीय बजट तक चढ़ता रहेगा। इससे बाजार में कुछ खास क्षेत्रों को रफ्तार मिलनी चाहिए। दिसंबर में अच्छी बिक्री के कारण कुछ वाहन शेयर भी रफ्तार पकड़ सकते हैं। तेल उत्पादक कंपनियों पर नजर रहेगी क्योंकि ब्रेंट क्रूड के दाम 1 महीने की ऊंचाई पर पहुंच गए हैं।’
बाजार में 2,247 शेयर बढ़त के साथ बंद हुए और 1,378 शेयरों में गिरावट दर्ज की गई। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (एफपीआई) ने 212 करोड़ रुपये की शुद्ध बिकवाली की। धातु शेयरों में सबसे अधिक बढ़त दर्ज की गई और बीएसई पर धातु सूचकांक 2.8 फीसदी चढ़ गया।