भय के पैमाने के नाम से भी चर्चित इंडिया वॉलेटिलिटी इंडेक्स (विक्स) सोमवार को 66 प्रतिशत उछल गया। एक दिन में यह इसमें अब तक की सबसे बड़ी उछाल है। इस सूचकांक में यह तेजी अमेरिका में मंदी की बढ़ती चिंताओं और कॉरपोरेट आय तथा निवेश प्रवाह पर इसके असर की वजह से आई।
सूचकांक ऑप्शन कीमतों पर आधारित बाजार के उतार-चढ़ाव को दर्शाने वाला विक्स 22.8 पर बंद हुआ जो जून 2024 के बाद से इसका सर्वाधिक ऊंचा स्तर है। जून 2024 में लोक सभा चुनाव के नतीजों की वजह से पैदा हुई अनिश्चितता से इस सूचकांक में भारी उतार-चढ़ाव आया था। विश्लेषकों के अनुसार विक्स में यह उछाल इस बात का संकेत है कि निवेशक वैश्विक घटनाक्रम से चिंतित हैं और उन्हें शेयर कीमतों में और भी कमजोरी आने की आशंका दिख रही है।
ऐंजल वन में टेक्निकल एनालिस्ट राजेश भोसले ने कहा, ‘अस्थिरता में यह भारी उछाल निवेशकों में बढ़ती अनिश्चितता का संकेत है। फिर भी, कारोबार के अंतिम घंटे में सुधार घरेलू बाजार कारोबारियों के मजबूत रुख को दर्शाता है जो कठिन हालात के बावजूद काफी हद तक अडिग बने हुए हैं।’अमेरिकी राष्ट्रपति डॉनल्ड ट्रंप के जवाबी शुल्कों के बाद चीन की जवाबी कार्रवाई से बाजार में और दहशत बढ़ गई है। विश्लेषकों ने मौजूदा बाजार माहौल को ‘बेहद चिंताजनक’ बताया है।
कोटक सिक्योरिटीज में इक्विटी रिसर्च के प्रमुख श्रीकांत चौहान ने कहा, ‘बाजार का अल्पावधि दृष्टिकोण कमजोर बना हुआ है। बढ़ती अस्थिरता और अनिश्चितता को देखते हुए हमने कारोबारियों को आने वाले दिनों में सतर्क रुख अपनाने का सुझाव दिया है।’ उन्होंने चेताया है कि निफ्टी अगर 22,000 के स्तर से नीचे फिसलता है तो गिरावट बढ़ सकती है। निफ्टी 50 सूचकांक 21,744 के इंट्रा-डे लो पर पहुंचने के बाद 22,162 पर बंद हुआ, जो पिछले दिन के बंद से 3.24 प्रतिशत कम है।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में वरिष्ठ टेक्नीकल शोध विश्लेषक नागराज शेट्टी ने कहा, ‘निफ्टी का रुझान अत्यधिक अस्थिरता के साथ नकारात्मक है। सोमवार का 21,743 का स्विंग लो अब अल्पावधि के लिए महत्त्वपूर्ण समर्थन माना जा सकता है और निचले स्तरों पर खरीदारी की उम्मीद की जा सकती है। सूचकांक के लिए प्रतिरोध स्तर 22,400 है।’
मिरै ऐसेट कैपिटल मार्केट्स के मुख्य रणनीति अधिकारी और निदेशक मनीष जैन ने ‘सतर्कतापूर्वक आशावादी’ दृष्टिकोण अपनाने की सलाह दी। लेकिन चुनौतीपूर्ण वैश्विक माहौल को देखते हुए 30 प्रतिशत तक की संभावित आय कटौती की चेतावनी दी। उन्होंने बताया, ‘अगर आय में कमी आती है तो 10 प्रतिशत से अधिक की गिरावट के साथ निफ्टी 20,000 या उससे नीचे भी जा सकता है। निवेशकों को इस पर और आगामी आय नतीजों पर करीब से नजर रखनी चाहिए।’
शुक्रवार को, शिकागो बोर्ड ऑप्शंस एक्सचेंज का सीबीओई वीआईएक्स 15.29 अंक या 51 फीसदी उछलकर 45.31 पर पहुंच गया था जो पांच साल में इसका सर्वाधिक ऊंचा स्तर है। अमेरिका के जवाबी शुल्क लगाने के बाद दो दिन में 10 प्रतिशत की बिकवाली ने अस्थिरता बढ़ा दी है।