बांग्लादेश में मौजूदा संकट की वजह से मंगलवार को एनएसई पर कपड़ा और परिधान से जुड़े शेयरों में 19 प्रतिशत तक की तेजी आई। हालांकि विश्लेषक इस तेजी के पीछे भागने के खिलाफ चेता रहे हैं, क्योंकि यह रुझान लाभ के लिए सिर्फ ‘अस्थायी मौका’ हो सकता है। विश्लेषक निवेशकों को इन शेयरों में मौजूदा तेजी थमने और दीर्घावधि के लिहाज से अपने पोर्टफोलियो में अच्छे बुनियादी आधार वाली कंपनियां शामिल करने को कह रहे हैं।
एचडीएफसी सिक्योरिटीज में रिटेल रिसर्च के प्रमुख दीपक जसानी ने कहा, ‘बांग्लादेश में मौजूदा संकट की वजह से नए ऑर्डर हालात सुधरने तक भारत को मिल सकते हैं। हालांकि ऐसा कुछ समय के लिए ही होगा क्योंकि बांग्लादेश लागत के मोर्चे पर भारत से बेहतर है। अगर शेयरों में लगातार तेजी आती है तो कारोबारियों को दांव लगाने से पहले सोचने की जरूरत होगी।’
शेयर बाजारों पर, काइटेक्स गारमेंट्स 19 प्रतिशत चढ़कर 251 रुपये, गोकलदास एक्सपोर्ट्स 18.7 प्रतिशत चढ़कर 1,095 रुपये पर पहुंच गया। इसके अलावा केपीआर मिल 16.7 प्रतिशत चढ़कर 965 रुपये, आरएसएमडब्ल्यू 15.4 प्रतिशत चढ़कर 267 रुपये, अरविंद 13 प्रतिशत चढ़कर 420 रुपये, इंडो काउंट इंडस्ट्रीज 8.3 प्रतिशत चढ़कर 408 रुपये और फेज थ्री 8 प्रतिशत चढ़कर 561.25 रुपये पर पहुंच गया। ये शेयर निफ्टी-50 सूचकांक में आई 0.26 प्रतिशत गिरावट के बावजूद17 प्रतिशत तक ऊपर रहे।
टेक्सटाइल क्षेत्र बांग्लादेश के लिए निर्यात आय का एक प्रमुख स्रोत है और उसका मासिक वस्त्र निर्यात 3.5से 3.8 अरब डॉलर के करीब है। खबरों के अनुसार बांग्लादेश की यूरोपीय संघ और ब्रिटेन के बाजारों में मजबूत दो अंक की निर्यात बाजार भागीदारी है। अमेरिकी बाजार का 10 प्रतिशत हिस्सा उसके पास है।
पड़ोसी देश में राजनीतिक संकट गहराने की वजह से विश्लेषकों का मानना है कि अंतरराष्ट्रीय खरीदार अपना ध्यान भारत जैसे वैकल्पिक बाजारों की ओर केंद्रित करेंगे। यदि बांग्लादेश के निर्यात का 10-11 प्रतिशत हिस्सा भारत की झोली में आता है तो देश को हर महीने करीब 30-40 करोड़ डॉलर का निर्यात बढ़ने का अनुमान है।
हालांकि निवेशकों को बांग्लादेश में मौजूदा संकट देखकर टेक्सटाइल शेयरों में जल्दबाजी में खरीदारी नहीं करनी चाहिए। उनका कहना है कि बांग्लादेश का टेक्सटाइल उद्योग बंद नहीं होगा, लेकिन अस्थायी तौर पर असर होगा। इससे कपड़ा क्षेत्र के शेयरों को बढ़ावा मिलेगा।
दीर्घावधि के लिए गिरावट पर खरीदें
विश्लेषकों का मानना है कि टेक्सटाइल शेयरों में दीर्घावधि निवेश चुनिंदा शेयरों के आकर्षक मूल्यांकन, सरकारी निवेश, घरेलू मांग में वृद्धि और फास्ट फैशन परिधानों की बढ़ती लोकप्रियता पर आधारित होना चाहिए। लागत के मोर्चे की बात करें तो औसत कपास कीमतें जून 2024 की तिमाही में एक साल पहले की तुलना में 3.3 प्रतिशत और तिमाही आधार पर 0.3 प्रतिशत घटकर 162.1 रुपये प्रति किलोग्राम रह गईं जबकि औसत धागा कीमत सालाना आधार पर 0.7 बढ़ गई और इस अवधि में तिमाही आधार पर इसमें 0.5 प्रतिशत की कमी आई।
अमेरिका और यूरोपीय संघ के बाजारों से मांग सुधरी है जबकि घरेलू बाजार सुस्त बने हुए हैं। वर्धमान टेक्सटाइल का शुद्ध लाभ वित्त वर्ष 2025 की पहली तिमाही में 75 प्रतिशत बढ़कर 238.5 करोड़ रुपये हो गया और शुद्ध मुनाफा मार्जिन सालाना आधार पर 5.66 प्रतिशत से बढ़कर 10.04 प्रतिशत पर पहुंच गया। नितिन स्पिनर्स का शुद्ध लाभ सालाना आधर पर 46 प्रतिशत बढ़कर 42.12 करोड़ रुपये रहा।