टीसीएस का शेयर सोमवार को एनएसई पर 1.6 प्रतिशत गिरकर 3,088 रुपये पर बंद हुआ। कंपनी द्वारा अपने वैश्विक कर्मचारियों का 2 प्रतिशत या 12,260 कर्मचारियों की छंटनी करने की घोषणा के एक दिन बाद शेयर में यह बड़ी गिरावट आई।
2025 में अब तक यह शेयर बाजार के मुकाबले कमजोर रहा है और इसमें लगभग 22 प्रतिशत गिरावट आई है। इसकी तुलना में निफ्टी आईटी इंडेक्स में 18 प्रतिशत की कमजोरी आई है जबकि इस दौरान निफ्टी 50 सूचकांक लगभग 5 प्रतिशत चढ़ा है।
बड़ी गिरावट के बाद टीसीएस का शेयर अब मासिक चार्ट पर 16 वर्ष के बुलिश ट्रेंड को तोड़ने की दिशा में बढ़ रहा है। ऐतिहासिक चार्ट से पता चला है कि टीसीएस के शेयर ने जुलाई 2009 में ब्रेकआउट के बाद से मासिक चार्ट पर लगातार अपने सुपर ट्रेंड लाइन सपोर्ट से ऊपर कारोबार किया है।
कोविड-19 की वजह से बिकवाली के दौर में भी शेयर कुछ समय के लिए ही इस प्रमुख दीर्घावधि ट्रेंड लाइन सपोर्ट से नीचे आया था। लेकिन आखिरकार मार्च 2020 में मासिक समापन आधार पर इससे ऊपर बंद होने में कामयाब रहा।
सोमवार 28 जुलाई, 2025 को यह शेयर मार्च 2020 के बाद पहली बार इस प्रमुख मासिक ट्रेंड लाइन सपोर्ट (3,122 रुपये) से नीचे कारोबार करता देखा गया। इससे नीचे मासिक क्लोजिंग इस शेयर के लिए 16 साल के अनुकूल रुझान टूटने का संकेत होगा।
मासिक चार्ट के अनुसार टीसीएस के शेयर के लिए अगला प्रमुख समर्थन 2,590 रुपये के स्तर पर हो सकता है यानी 100-माह का मूविंग एवरेज (100-एमएमए)। मौजूदा परिदृश्य में इसका अर्थ है कि शेयर में लगभग 16 प्रतिशत की गिरावट का जोखिम। तकनीकी चार्ट के अनुसार टीसीएस के लिए इंटरमीडिएट सपोर्ट 2,900 रुपये और 2,750 रुपये पर अनुमानित है।
इसके अलावा, टीसीएस का शेयर दैनिक और साप्ताहिक चार्टों पर प्रमुख मूविंग एवरेज से नीचे कारोबार करता दिखा है जो कई ऊपरी प्रतिरोधों की मौजूदगी का संकेत देता है। जब तक शेयर 3,212 रुपये के स्तर से नीचे रहता है तब तक इसके लिए अल्पावधि रुझान कमजोर रहने की संभावना है, जबकि उसे 3,388 रुपये पर प्रमुख मध्यावधि प्रतिरोध का सामना करना पड़ सकता है।