Tata Motors ने हाल ही में अपने एनालिस्ट मीट में अपने बिजनेस और भविष्य की योजनाओं पर अपडेट दिया। कंपनी को लेकर ब्रोकरेज हाउसों की राय मिली-जुली है। Emkay Global Financial Services ने कंपनी को “Buy” रेटिंग देते हुए ₹750 का टारगेट रखा है। Nuvama Institutional Equities ने Reduce रेटिंग के साथ ₹680 का टारगेट दिया है। वहीं, Motilal Oswal ने Neutral रेटिंग के साथ ₹686 का टारगेट रखा है।
Emkay के अनुसार, Tata Motors का Iveco अधिग्रहण उसके कमर्शियल व्हीकल (CV) बिजनेस को बहुत बड़ा कर सकता है। दक्षिण अमेरिका में कंपनी का राजस्व वर्तमान में ₹7,000 करोड़ से बढ़कर ₹2 ट्रिलियन तक पहुंच सकता है। Iveco यूरोप में Light Commercial Vehicle में 9% और Medium & Heavy Commercial Vehicle में 13% बाजार हिस्सेदारी रखता है। Nuvama का भी मानना है कि यह अधिग्रहण EPS यानी अर्निंग पर शेयर बढ़ाने में मदद करेगा और दो साल के भीतर लाभदायक साबित होगा। Iveco खरीदने से Tata Motors की गाड़ियों की रेंज बढ़ जाएगी और कंपनी नए देशों में आसानी से कारोबार कर सकेगी।
विश्लेषकों ने चेतावनी दी है कि इसमें कुछ जोखिम भी हैं। यूरोप आधारित बिजनेस के कारण वैश्विक राजस्व में यूरोप का हिस्सा बढ़ सकता है। Iveco का मुनाफा Tata Motors से कम है, जिससे बीच के समय में कुल मार्जिन पर असर पड़ सकता है। दक्षिण अमेरिका में कंपनी का कर्ज बढ़ सकता है क्योंकि डील का 60% पैसा कर्ज से लिया जाएगा। साथ ही, Iveco को Tata Motors के सिस्टम में जोड़ना मैनेजमेंट के लिए चुनौतीपूर्ण हो सकता है।
सितंबर 2025 में हुए साइबर अटैक के कारण Jaguar Land Rover (JLR) का उत्पादन रुका था। अब कंपनी धीरे-धीरे उत्पादन फिर से शुरू कर रही है। यूरोप, चीन और अमेरिका में निकट भविष्य में मांग कमजोर बनी हुई है। टैरिफ, वॉरंटी और इमीशन खर्च JLR के लिए चुनौती बने रहेंगे।
GST कटौती से भारतीय पैसेंजर व्हीकल्स की कीमतें कम होंगी और H2FY26 में 6–8% ग्रोथ की उम्मीद है। Tata Motors नई मॉडल, छोटी SUVs और इलेक्ट्रिक और CNG वाहनों के जरिए उद्योग से बेहतर प्रदर्शन करने की योजना बना रही है। Hatchbacks की मांग भी बढ़ सकती है क्योंकि लोग पुरानी कारों की बजाय नई खरीदना पसंद करेंगे।
Tata Motors का डिमर्जर 1 अक्टूबर 2025 से प्रभावी होगा। पहले PV कंपनी लिस्ट होगी और उसके बाद CV कंपनी। CNG वाहनों की मांग तेजी से बढ़ रही है और Nexon CNG इस ट्रेंड में सबसे आगे है। 2030 तक Tata Motors की भारत में बनने वाली कारों में इंजन और ऊर्जा का बंटवारा इस तरह होगा कि लगभग आधी कारें पेट्रोल से चलेंगी, 25% कारें CNG से, 20% कारें इलेक्ट्रिक वाहन होंगी और केवल 5% कारें डीज़ल से चलेंगी। इसका मतलब है कि कंपनी धीरे-धीरे इलेक्ट्रिक और CNG वाहनों की ओर भी बढ़ रही है।
Motilal Oswal ने कहा कि PV और CV दोनों सेक्टर में मांग बढ़ रही है। Iveco अधिग्रहण से Tata Motors को प्रोडक्ट और नए मार्केट में फायदा मिलेगा। डिमर्जर प्रक्रिया समय पर हो रही है और JLR का उत्पादन धीरे-धीरे सामान्य हो रहा है। हालांकि, JLR की वैश्विक मांग और Iveco अधिग्रहण की चुनौतियों के कारण Motilal Oswal ने Neutral रेटिंग जारी रखी है और टारगेट ₹686 रखा है।
डिस्क्लेमर: यह खबर ब्रोकरेज की रिपोर्ट के आधार पर है, निवेश संबंधित फैसले लेने से पहले एक्सपर्ट की सलाह जरूर लें।