निजी क्षेत्र के दूसरा सबसे बड़े ऋणदाता आईसीआईसीआई बैंक ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए जमा दरों में इजाफा किया है। बैंक की ओर यह वृद्धि ब्याज दरों में गिरावट के दौर में की जा रही है। आईसीआईसीआई बैंक ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए खुदरा जमा दरों (3 करोड़ रुपये से कम) को 7.1 फीसदी से बढ़ाकर 7.2 फीसदी कर दिया है जो 2 वर्ष 1 दिन से लेकर 5 वर्ष से कम की अवधि के लिए है। नई दर गुरुवार से लागू होंगी।
वरिष्ठ नागरिकों के लिए आईसीआईसीआई बैंक की अधिकतम जमा दर भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) और एचडीएफसी बैंक जैसे बड़े बैंकों से अधिक है। वरिष्ठ नागरिकों के लिए एसबीआई की अधिकतम दर 7.05 फीसदी है जबकि एचडीएफसी बैंक की 6.95 फीसदी है।
यह कदम जमा में सुस्त वृद्धि के मद्देनजर उठाया गया है, जबकि ऋण वृद्धि में सुधार के संकेत दिख रहे हैं। भारतीय रिजर्व बैंक के हालिया आंकड़ों के मुताबिक 31 अक्टूबर तक बैंक जमाएं एक साल पहले के मुकाबले 9.7 फीसदी की दर से बढ़ रही थीं, जबकि ऋण वृद्धि की दर 11.3 फीसदी थी।
देश के दूसरे सबसे बड़े निजी क्षेत्र के ऋणदाता ने जमा दर बढ़ाने का निर्णय ऐसे समय लिया है जब ब्याज दरों में गिरावट का रुख बना हुआ है क्योंकि भारतीय रिजर्व बैंक इस वर्ष फरवरी से अब तक नीतिगत रीपो दर में 100 आधार अंकों की कटौती कर चुका है। हेडलाइन खुदरा मुद्रास्फीति के ऐतिहासिक निम्न स्तर पर होने के कारण बाजार का एक वर्ग अगले महीने 3 से 5 दिसंबर को होने वाली केंद्रीय बैंक की मौद्रिक नीति समिति की बैठक में रीपो दर में एक और कटौती की उम्मीद कर रहा है।