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सन फार्मा-चढ़ता सूरज

Last Updated- December 07, 2022 | 3:02 AM IST

अमेरिकी दवा बाजार भारतीय दवा कंपनियों के लिए कितना महत्वपूर्ण है यह सन फार्मा के मार्च 2008 की तिमाही के परिणामों से ही जाना जा सकता है।


3,356 करोड़ की इस कंपनी की मार्च तिमाही में अमेरिकी दवा बाजार में बिक्री में 4.87 फीसदी का जोरदार इजाफा हुआ। इससे कंपनी की बिक्री अकेले अमेरिकी बाजार में ही 800 करोड़ रुपए के स्तर पर पहुंच गई।

इसके अलावा इजरायली कंपनी टॉरो का भारतीय कंपनी के साथ अधिग्रहण से मुकर जाना भी कंपनी केलिए एक रणनीतिक कदम रहा क्योंकि कंपनी बिना किसी खर्चे के अमेरिकी बाजार में पैठ बनाना चाहती थी। कंपनी की अपनी वर्तमान की 34 फीसदी की हिस्सेदारी से एकतरफा लाभ काफी अच्छा रहा। सन फार्मा को इतना अच्छा परिणाम देने में सबसे ज्यादा मद्द उसकी जेनेरिक दवाओं ने की।

कंपनी ने वेथ की प्रोटोनिक्स और जॉनसन और जॉनसन के एथेयॉल का जेनेरिक वर्जन अमेरिकी दवा बाजार में उतारा था। हालांकि दोनों दवाओं को उतारना कंपनी केलिए जोखिम भरा था। दूसरे शब्दों में कहा जाए तो कंपनी की इन दवाओं की बिक्री बेशक अच्छी हुई हो लेकिन कंपनी को पेटेंट केअधिकार के लिए अमेरिकी अदालत में जूझना पड़ रहा है। अगर अदालत का निर्णय कंपनी की दवाओं के खिलाफ रहता है तो इस भारतीय कंपनी को भारी राशि चुकानी पड़ेगी।

हालांकि घरेलू बाजार में भी सन फार्मा का प्रदर्शन ठीकठाक रहा। सालाना आधार पर कंपनी के बिक्री में 17.5 फीसदी का इजाफा देखा गया। यह बिक्री रेनबैक्सी की घरेलू बिक्री से भी अच्छी रही क्योंकि रेनबैक्सी की घरेलू बिक्री में 16 फीसदी की बढ़त देखी गई थी। इस दवा कंपनी को प्राप्त कुल राजस्व में घरेलू बाजार की हिस्सेदारी 60 फीसदी है।

सन फार्मा के साइकिट्री,कोर्डियोलॉजी और गैस्ट्रोइंट्रोलॉजी सेगमेंट की भी बेहतर बिक्री हुई। इन कुछ वजहों से कंपनी की संचित बिक्री में 129 फीसदी से भी ज्यादा की बढोत्तरी देखी गई। कंपनी का ऑपरेटिंग प्रॉफिट भी 32.10 फीसदी केसुधार केसाथ 60 फीसदी से कुछ कम के स्तर पर रहा। मार्च तिमाही के इन जोरदार परिणामों से कंपनी के सालाना परिणाम भी बेहतर रहे और कंपनी की सालाना बिक्री 57 फीसदी ज्यादा रही।

कंपनी का सालाना ऑपरेटिंग प्रॉफिट मार्जिन 25.70 फीसदी बढ़कर 46 फीसदी पर रहा। कंपनी के कुल लाभ में भी 90 फीसदी का जोरदार सुधार देखा गया और कंपनी का कुल लाभ बढ़कर 1,487 करोड़ पर पहुंच गया। अगले कुछ सालों में सन फार्मा की प्रति शेयर आय 12 से 14 फीसदी के हिसाब से बढ़नी चाहिए।

मौजूदा बाजार मूल्य 1403 रुपये पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्तीय वर्ष 2009 में अनुमानित आय से 17 गुना के स्तर पर हो रहा है। साल के स्तर से 3.61 रुपए से ज्यादा है। बाजार मूल्य 191.5 रुपए केस्तर पर कंपनी के स्टॉक का कारोबार वित्त्तीय वर्ष 2008 की आय के 24 गुना डिस्काउटिंग कीमत पर हो रहा है और अभी यह महंगा है।

रिलायंस पावर-लो वोल्टेज

शेयर बाजार शायद रिलायंस पॉवर के शेयरों की इसप्रकार की लिस्टिंग की आशा भी नहीं की थी। रिलायंस पॉवर के शेयरों को शुक्रवार की बंदी के समय अजीब हालातों का सामना करना पड़ा जबकि रिलायंस के  शेयर 235.85 रुपये के मूल्य तक गिर गए। इसकी वजह शायद कंपनी केस्टॉक के आईपीओ मूल्य 430 रुपये से भी नीचे पहुंचना रहा।

कंपनी का आईपीओ 372.50 रुपये पर शेयर बाजार में अधिसूचित हुआ था। कंपनी ने अपने निवेशकों को पांच शेयर पर तीन बोनस शेयर देने का फैसला किया था लेकिन कंपनी की स्टॉक की कीमतों के 235 रुपये के स्तर तक पहुंच जाने की वजह से निवेशकों को खासा नुकसान उठाना पड़ा है। भविष्य में भी कंपनी के स्टॉक के मूल्यों के दबाव में रहने के आसार हैं और कंपनी के शेयर को डिरेटेड होना पड़ेगा।

हालांकि बोनस की वजह से निवेशकों के नुकसान में कमी आई है। देश केऊर्जा क्षेत्र में भविष्य में भारी निवेश की संभावना है और यह सेक्टर निवेश के लिए कंपनियों की प्राथमिकता की श्रेणी में रहेगा। रिलायंस पॉवर ने कुछ अल्ट्रा मेगा पॉवर प्रोजेक्ट के अलावा 28,000 मेगावॉट के एक बड़े पॉवर प्रोजेक्ट को लगाने का फैसला किया है।

भविष्य में तेल की उपलब्धता के बारे में छाई अनिश्चितता,प्राकृतिक गैस के मूल्यों पर काफी कुछ निर्भर करेगा कि कंपनी के स्टॉक का मूल्य किस करवट बैठता है। भविष्य में कंपनी के स्टॉक के मूल्य के 200 से 250 रुपये के आसपास रहने के आसार हैं।  

First Published - June 2, 2008 | 11:21 PM IST

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