Stock Market Update, January 10: दो दिन से जारी गिरावट के सिलसिले को तोड़ते हुए घरेलू शेयर बाजार सप्ताह के लास्ट ट्रेडिंग सेशन शुक्रवार (10 जनवरी) को हरे निशान में खुले। हालांकि, बाजार में भारी उतार-चढ़ाव को मिल रहा है।
वैश्विक बाजारों से मिलेजुले संकेतों के बीच आईटी स्टॉक्स में उछाल से बाजार को सपोर्ट मिला है। जबकि कंपनियों के तीसरी तिमाही के नतीजे सुस्त रहने की आशंका और अमेरिकी ब्याज दरों में कम बार कटौती की बढ़ती संभावनाओं ने मार्केट के सेंटीमेंट को प्रभावित किया है। इसके अलावा विदेशी निवेशकों की बिकवाली के कारण इस सप्ताह बाजार दबाव में दिखे हैं।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) शुक्रवार (10 जनवरी) को बढ़त के साथ 77,682 अंक पर खुला। उतार चढ़ाव भरे में कारोबार सेंसेक्स दोपहर 2 बजे 57.79 अंक या 0.07% चढ़कर 77,678 पर कारोबार कर रहा था।
इसी तरह नेशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 भी बढ़त लेकर खुला। मगर यह भी कुछ ही देर में लाल निशान में चला गया। दोपहर 12 बजे निफ्टी 10.60 या 0.05% की मामूली गिरावट लेकर 23,515.90 पर लगभग सपाट कारोबार कर रहा था।
टाटा कंसल्टेंसी सर्विसेज (TCS) के शेयर शुक्रवार को बीएसई (BSE) पर शुरूआती कारोबार में 4% से ज्यादा चढ़ गए। कंपनी की शेयरों में यह तेजी मांग में सुधार के शुरुआती संकेतों के चलते आई है।
टीसीएस के सीईओ के कृतिवासन ने गुरुवार को नतीजे जारी करने के बाद प्रेस कॉन्फ्रेंस में कहा कि कंपनी आने वाले वर्षों में डिस्क्रिशनरी प्रोग्राम्स में अधिक विश्वास देख रही है। कृतिवासन के इस बयान ने नार्थ अमेरिकी में रेवेन्यू के लगातार पांचवीं तिमाही में कमजोर प्रदर्शन को ऑफसेट कर दिया।
TCS के Q3 नतीजों के बाद अब निवेशकों को अन्य कंपनियों के Q3 नतीजों का इंतजार है, जो बाजार की दिशा तय कर सकते हैं। इन नतीजों से बाजार में अहम संकेत मिलने की उम्मीद है।
टीसीएस (TCS) को तीसरी तिमाही में कठिन मैक्रोइकोनॉमिक माहौल का सामना करना पड़ा। मुख्य बाजारों में क्लाइंट्स की ओर से कम डिस्क्रेशनरी खर्च और छुट्टियों (फरलो) के कारण मौसमी कमजोरी रही। इसके बावजूद, टीसीएस (TCS) ने 12,380 करोड़ रुपये का मुनाफा दर्ज किया, जो पिछले साल की समान तिमाही के 11,058 करोड़ रुपये से 11.9% अधिक है।
2024 में इक्विटी म्यूचुअल फंड्स ने शानदार प्रदर्शन किया। दिसंबर में 41,156 करोड़ रुपये का निवेश आया, जो लगभग रिकॉर्ड स्तर पर है। पूरे साल का निवेश 3.9 लाख करोड़ रुपये रहा, जो 2023 की तुलना में 144% की बढ़ोतरी है।
क्वाड्रेंट फ्यूचर टेक IPO (मेनलाइन), कैपिटल इंफ्रा ट्रस्ट IPO (मेनलाइन), एवैक्स अपैरल्स IPO (SME), डेल्टा ऑटोकार्प IPO (SME) और बीआर गोयल IPO (SME) के अलॉटमेंट होने वाले हैं। वहीं, Barflex Polyfilms IPO (SME) और Sat Kartar IPO (SME) सब्सक्रिप्शन के लिए खुलने वाले हैं।
ग्लोबल संकेत
एशिया-प्रशांत के बाजारों में शुक्रवार को गिरावट दर्ज की गई। निवेशकों ने जापान के नवंबर के घरेलू खर्च और वेतन के आंकड़ों पर ध्यान दिया। जापान में नवंबर में असली घरेलू खर्च में 0.4% की सालाना गिरावट दर्ज की गई, जो रॉयटर्स के सर्वे में अनुमानित 0.6% गिरावट से बेहतर थी और अक्टूबर की 1.3% की गिरावट से सुधार दिखा रही थी।
इस वजह से निक्केई इंडेक्स 0.99% गिरकर बंद हुआ, जबकि व्यापक टॉपिक्स इंडेक्स में 0.6% की गिरावट रही। कोस्पी इंडेक्स में 0.1% की गिरावट आई और ASX 200 0.5% नीचे बंद हुआ। अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति जिमी कार्टर के अंतिम संस्कार के कारण गुरुवार को अमेरिकी बाजार बंद रहे।
अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट, डॉलर मजबूत गुरुवार को अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड में गिरावट आई, जबकि डॉलर प्रमुख मुद्राओं के मुकाबले मजबूत हुआ। निवेशकों ने 2025 के लिए फेडरल रिजर्व की ब्याज दर नीति पर पुनर्विचार किया, क्योंकि अमेरिकी अर्थव्यवस्था में मजबूती के संकेत दिख रहे हैं।
10-वर्षीय अमेरिकी ट्रेजरी यील्ड बुधवार को 4.73% के आठ महीने के उच्चतम स्तर पर पहुंचने के बाद गुरुवार को 4.689% पर आ गई। डॉलर की मजबूती और यील्ड में कमी ने निवेशकों का ध्यान खींचा।
कल कैसी थी बाजार की चाल?
वैश्विक बाजारों से मिलेजुले रुझान के बीच घरेलू शेयर बाजार गुरुवार (9 जनवरी) को लगातार दूसरे दिन गिरावट के साथ बंद हुए। तीसरी तिमाही के नतीजों में कमजोरी की आशंका और अमेरिका में ब्याज दरों में कम कटौती को लेकर निवेशकों में डर बना रहा, जिससे बाजार पर दबाव पड़ा।
बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) गुरुवार को करीब 140 अंक की गिरावट के साथ 78,206 पर खुला। दिन के कारोबार में यह 607 अंक तक टूट गया था। आखिर में सेंसेक्स 528 अंक या 0.68% की गिरावट के साथ 77,620.21 पर बंद हुआ।
एनएसई निफ्टी (NSE Nifty) भी 86.8 अंक नीचे 23,602.15 पर खुला और अंत में 162.45 अंक या 0.69% गिरकर 23,526.50 पर बंद हुआ।