Closing Bell: ऑटो स्टॉक्स में लगातार जारी तेजी और मेटल स्टॉक्स में खरीदारी के दम पर भारतीय शेयर बाजार हफ्ते के पहले ट्रेडिंग सेशन यानी सोमवार (8 सितंबर) को बढ़त के साथ बंद हुए। हालांकि कारोबार के आखिरी कुछ घंटों में बेंचमार्क इंडेक्स सेंसेक्स और निफ्टी ने अपनी अधिकांश बढ़त गंवा दी। अमेरिका के कमजोर लेबर डाटा ने फेडरल रिजर्व क तरफ से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को बढ़ा दिया। इससे बाजार के सेंटीमेंट्स पर पॉजिटिव असर पड़ा। साथ ही भारतीय सरकार की तरफ से किए गए जीएसटी टैक्स कटौती के फैसले ने भी बाजार भावनाओं को मजबूती दी।
30 शेयरों वाल बीएसई सेंसेक्स (BSE Sensex) करीब 200 अंक चढ़कर 80,904 पर खुला। दिन के दौरान इस इंडेक्स ने 81,171 के हाई और 80,733 के लो रेंज में कारोबार किया। अंत में यह इंडेक्स 76.54 अंक यानी 0.09% की मामूली बढ़त लेकर 80,787.30 पर बंद हुआ।
इसी तरह, नैशनल स्टॉक एक्सचेंज (NSE) का निफ्टी50 (Nifty50) भी मजबूती के साथ 24,802.60 अंक पर ओपन हुआ। कारोबार के दौरान इस इंडेक्स ने 24,885 के हाई और 24,751 के लो रेंज में ट्रेड किया। अंत में निफ्टी50 32.15 अंक यानी 0.13% बढ़कर 24,773.15 पर बंद हुआ।
व्यापक बाजारों में, निफ्टी मिडकैप 100 0.50 फीसदी और निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 0.16 फीसदी की बढ़त के साथ बंद हुए।
यह भी पढ़ें- Stocks To Watch Today: अदाणी पावर-भूटान डील, टाटा-महिंद्रा कारें हुईं सस्ती; जानें आज किन स्टॉक्स पर ध्यान दें
ऑटो शेयरों ने व्यापक बाजारों से बेहतर प्रदर्शन किया और निफ्टी ऑटो इंडेक्स में 3 फीसदी की बढ़त दर्ज की गई, जिसकी अगुवाई भारत फोर्ज, अशोक लीलैंड, मदरसन सुमी और टाटा मोटर्स ने की। दूसरी ओर, निफ्टी आईटी सेक्टर पिछड़ने वालों में से एक सेक्टर रहा। यह इंडेक्स 0.94 फीसदी की गिरावट के साथ बंद हुआ। परसिस्टेंट सिस्टम्स, एलटीआईमाइंडट्री और टेक महिंद्रा इस सेक्टर में सबसे ज्यादा गिरने वाले शेयरों में शामिल रहे।
जियोजित इन्वेंस्टमेंट के हेड ऑफ रिसर्च विनोद नायर ने कहा, “घरेलू बाजार अपने शुरुआती उछाल को कायम नहीं रख सका, क्योंकि सत्र के अंत में बिकवाली ने ‘गिरावट पर खरीदें, तेजी पर बेचें’ की स्ट्रैटेजी को उजागर किया और निवेशकों की सतर्कता को दर्शाया। ऑटो और उसके सहायक शेयरों में तेजी जारी रही क्योंकि जीएसटी दरों में कटौती के बाद मांग में सुधार की उम्मीद थी, जबकि आईटी सेक्टर वैश्विक अनिश्चितताओं के बीच कमजोर रहा।”
उन्होंने आगे कहा कि वैश्विक स्तर पर, अमेरिका के कमजोर लेबर डाटा ने फेडरल रिजर्व क तरफ से ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों को बढ़ा दिया। हालांकि, रूसी तेल पर नए प्रतिबंधों की चिंताओं के चलते कच्चे तेल की कीमतें बढ़ीं, और व्यापार से जुड़ी अनिश्चितताओं के कारण सुरक्षित निवेश विकल्पों की मांग बनी रहने के कारण सोने ने भी तेजी जारी रखी।
मुख्य बोर्ड सेगमेंट में आज कोई गतिविधि नहीं है। हालांकि, SME स्पेस में कई IPO निवेशकों के लिए खुले हैं।
Krupalu Metals और Nilachal Carbo Metaclicks के इश्यू आज से सब्सक्रिप्शन के लिए खुलेंगे।
Sharvaya Metals और Vigor Plast India का सब्सक्रिप्शन दूसरे दिन में पहुंचेगा।
Austere Systems का चौथा दिन होगा।
Vashishtha Luxury Fashion का इश्यू भी दूसरे दिन खुला रहेगा।
वहीं Rachit Prints आज BSE SME प्लेटफॉर्म पर लिस्ट होगा।
एशियाई बाजारों से मिले पॉजिटिव संकेतों के बीच भारतीय शेयर बाजार शुक्रवार (5 सितंबर) को उतार-चढ़ाव के बाद लगभग सपाट बंद हुआ। शुरुआती कारोबार में तेजी रही, लेकिन दिन बढ़ने के साथ एफएमसीजी शेयरों में मुनाफावसूली और आईटी कंपनियों के स्टॉक्स में गिरावट ने बाजार पर दबाव डाला। हालांकि ऑटो सेक्टर में खरीदारी से थोड़ी राहत मिली।
बीएसई सेंसेक्स 300 अंक चढ़कर 81,012 पर खुला और दिन के दौरान यह 81,036 के उच्च स्तर और 80,321 के निचले स्तर तक गया। आखिर में सेंसेक्स 7 अंक टूटकर 80,711 पर बंद हुआ।
निफ्टी-50 की शुरुआत 24,819 पर हुई और कारोबार के दौरान यह भी उतार-चढ़ाव के बाद लाल निशान में चला गया। आखिर में निफ्टी 6.70 अंक की हल्की बढ़त के साथ 24,741 पर बंद हुआ।