सेंसेक्स ने मंगलवार को लगतार आठवें कारोबारी स्तर में तेजी दर्ज की और इसी के साथ कैलेंडर वर्ष 2023 में इस सूचकांक ने ऊंचाई का नया स्तर दर्ज कर लिया है। विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों (FPI) से लगातार निवेश और सकारात्मक आर्थिक आंकड़ों से बाजार की तेजी को मदद मिली।
मंगलवार को सेंसेक्स 242 अंक या 0.4 प्रतिशत की तेजी के साथ 61,354 पर बंद हुआ, जो 20 दिसंबर 2022 के बाद से उसका सबसे ऊंचा स्तर है।
पिछले आठ सत्रों में यह सूचकांक 1,787 अंक या 3 प्रतिशत की बढ़त बना चुका है।
बाजार के लिए एक महीने से कम समय में यह इतनी ज्यादा तेजी का दूसरा उदाहरण है। 29 मार्च और 13 अप्रैल के बीच, सेंसेक्स ने लगातार 9 कारोबारी सत्रों में तेजी दर्ज की।
निफ्टी 82 अंक या 0.5 प्रतिशत चढ़कर 18,147 पर बंद हुआ जो 18 जनवरी के बाद से सबसे बड़ी तेजी है। 50 शेयर वाले इस सूचकांक ने लगातार छठे दिन तेजी दर्ज की।
सेंसेक्स में तेजी मिश्रित वैश्विक रुझानों के बावजूद दर्ज की गई है। आस्ट्रेलिया और यूरोप में इक्विटी बाजार दर वृद्धि की चिंताओं के बीच या तो सुस्त बने रहे या इनमें गिरावट दर्ज की गई।
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मंगलवार को आस्ट्रेलियन सेंट्रल बैंक ने दरें 25 आधार अंक तक बढ़ा दीं और कहा कि आगे भी दर वृद्धि की जा सकती है। फेडरल रिजर्व की मंगलवार से शुरू हो रही दो-दिवसीय बैठक से पहले भी कुछ अनिश्चितताएं बनी हुई थीं। फेडरल रिजर्व द्वारा दरों में 25 आधार अंक तक का इजाफा किए जाने का अनुमान है।
घरेलू संदर्भ में, सकारात्मक FPI प्रवाह और आर्थिक आंकड़े से धारणा मजबूत बनी हुई है। मंगलवार को, FPI ने करीब 2,000 करोड़ रुपये के शेयर खरीदे, भले ही घरेलू निवेशकों ने करीब 400 करोड़ रुपये की बिकवाली की।