आज से छह महीने पहले हम म्युचुअल फंडों की सफलता से खुश होते हुए लाभ उठा रहे थे। दूरदर्शन और समाचार पत्र पूरी दुनिया को म्युचुअल फंड उद्योग की सफलता से रुबरू करा रहे थे।
50 प्रतिशत, 60 प्रतिशत की क्या बात की जाए, निवेशकों को आकर्षित करने के लिए 100 प्रतिशत तक के प्रतिफल को प्रदर्शित किया जा रहा था। और समय आया जनवरी 2008 का। सारी परिस्थितियां बदलती चली गयीं।
पिछले पांच महीने में सारे लाभ खत्म हो गए। सारी बातें लगभग वैसी ही चली जैसे एक क्रिकेट की कंमेंट्री करने वाला किसी बल्लेबाज या गेंदबाज की तब तारीफ कर रहा होता जब उसका प्रदर्शन बढ़िया होता है। अगली बात तो आप भी जानते ही होगे कि गेंदबाज की गेंदो की पिटाई हो रही होती है और बल्लेबाज अपना विकेट खो बैठता है।
चार वर्षों तक म्युचुअल फंडां के प्रदर्शन के तारीफों की पुल बांधे जाते रहे लेकिन फिर अर्थव्यवस्था में आने वाली मंदी से ये बुरी तरह प्रभावित हुए जो निवेशकों के लिए कहीं से भी हितकारी नहीं है। खासतौर से वैसे निवेशक जिन्होंने बैंकिंग फंड में निवेश किया था उनके लिए तो यह गाथा शायद अविस्मरणीय ही होगी।
इक्विटी बैंकिंग फंड का वर्ग कई सटीक कारणों से खबरों में रहा है। कुछ समय तक यह वर्ग शीर्षस्थ प्रदर्शन करने वाले फंडों की श्रेणी में बना रहा। अप्रैल 2008 में यह फंड सबसे बढ़िया प्रदर्शन करने वाला रहा। इसने 12.4 प्रतिशत का प्रतिफल दिया। लेकिन अप्रैल महीने के बाद यह वर्ग बुरे प्रदर्शन की वजह से खबरों में बना रहा। पिछले महीनों में इक्विटी बैंकिंग फंडों का प्रतिफल ऋणात्मक रहा है और इसने अविश्वसनीय 10.6 प्रतिशत का प्रतिफल दिया है।
यह फंड के पहले के प्रदर्शन से काफी अलग था और ऐसा अर्थव्यवस्था में अचानक आयी मंदी (महंगाई और तेल कीमतों में हुई वृध्दि) और ब्याज दरों में आनेवाली गिरावट की प्रवृत्ति के बाद हुआ है। बैंकों के मुख्य व्यवसाय, जिसमें पर्सनल लोन और होम लोन के जरिए खुदरा ऋण देना शामिल है, में मंदी आयी है।
एक तरफ जहां इक्विटी बैंकिंग फंड प्रदर्शन तालिका में सबसे निचले सथान पर रहे वहीं दूसरी तरफ गोल्ड एक्सचेंज ट्रेडेड फंड (ईटीएफ) शीर्ष स्थान पर रहे हैं। गोल्ड ईटीएफ की कहानी भी इक्विटी बैंकिंग फंडों जैसी रही है लेकिन इसका रूख सकारात्मक रहा है।
गोल्ड ईटीएफ वर्ग की बात करें तो अप्रैल महीने में इस फंड ने 6 प्रतिशत का ऋणात्मक प्रतिफल दिया था और मई महीने में यह 6.5 प्रतिशत का प्रतिफल देकर सबसे अच्छा प्रदर्शन करने वाला इक्विटी फंड बन गया। ऐसा इसलिए क्योंकि ज्यादा से ज्यादा निवेशक शेयरों की अध्ररोमुखी गतिविधियों को देखते हुए इस पीले धातु में दिलचस्पी लेने लगे।
मई महीने में गोल्ड ईटीएफ के बाद इक्विटी टेक्नोलॉजी दूसरे स्थान पर रहा। इस वर्ग ने 1.4 प्रतिशत का प्रतिफल दिया। इक्विटी टेक्नोलॉजी के सकरात्मक प्रतिफल देने के बावजूद वास्तव में इसका प्रदर्शन आकर्षक नहीं रहा। अप्रैल महीने में इक्विटी टेक्नोलॉजी फंडों ने 12 प्रतिशत का प्रतिफल दर्ज किया था, प्रभावी तौर पर पिछले महीने में इसमें 10 प्रतिशत से अधिक की कमी आयी है।
इस वास्तविकता के साथ कि रुपये के मूल्य में आती गिरावट से सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों को मदद मिलेगी, विपरीत परिस्थितयों में भी यह फंड अपनी बढ़त को बरकरार रख सका। केवल तीन इक्विटी फंडों को छोड़ कर सभी इक्विटी फंडों का प्रदर्शन पिछले महीने नकारात्मक रहा है। गोल्ड ईटीएफ के अतिरिक्त टेक्नोलॉजी और फार्मा फंडों ने सकारात्मक प्रतिफल दिया है, भले ही यह 0.6 प्रतिशत जितना कम ही क्यों न रहा हो।
28 फरवरी से 31 मई के तीन महीने की अवधि के दौरान इक्विटी फार्मा सबसे बेहतर प्रदर्शन करने वाला वर्ग रहा। अन्य इक्विटी वर्गो का प्रदर्शन कुछ अच्छा नहीं रहा। विशाखित इक्विटी वर्ग ने 4.9 प्रतिशत का ऋणात्मक प्रतिफलदिया। इक्विटी ऑटो और इक्विटी टैक्स प्लानिंग भी खराब प्रदर्शन करने वाले फंडों की श्रेणी में रहे जिन्होंने क्रमश: 5 प्रतिशत और 5.6 प्रतिशत का ऋणात्मक प्रतिफल दिया।
जहां तक ऋण फंडों की बात है, सभी वर्गों के प्रतिफल का दायरा सीमित था। वास्तव में मध्यम, गिल्ट और दीर्घावधि के बॉन्ड की तुलना में कम परिपक्वता अवधि वाले ऋण फंडों ने अच्छा लाभ कमाया। सारांश यह है कि हम लोगों को सकारात्मक रुख अपनाना चाहिए और यह उम्मीद करनी चाहिए की आने वाले समय में परिस्थितियों में सुधार होगा। एक निवेशक के तौर पर हम सबसे बेहतर की उम्मीद लेकर तो चल ही सकते हैं।
फंड प्रदर्शन: वर्ग औसत
मई 31, 2008 के अनुसार
1 महीना 1 वर्ष 5 वर्ष
इक्विटी: विशाखित -4.88 9.89 42.88
इक्विटी: टैक्स प्लानिंग -5.04 9.64 41.74
इक्विटी: इंडेक्स -6.94 10.49 36.07
इक्विटी: फार्मा 0.58 -0.18 29.35
इक्विटी: एफएमसीजी -2.49 13.4 33.57
इक्विटी: टेक्नोलॉजी 1.39 -13.79 37.75
इक्विटी: बैंकिंग -10.59 12.14 38.85
इक्विटी: ऑटो -5.59 -16.05 –
डेट: अत्यल्प अवधि 0.62 7.31 5.93
डेट: अल्पावधि 0.63 8.75 6.45
डेट: मध्यावधि संस्थागत 0.49 9.35 5.77
डेट: मध्यावधि 0.34 7.08 4.93
डेट: लिक्विड प्लस 0.66 8.16 -3.89
डेट: फ्लोटिंग रेट अल्पावधि 0.67 7.95 5.78
डेट: फ्लोटिंग रेट दीर्घावधि 0.64 8.1 6.09
हाइब्रिड: मंथली इनकम -0.45 7.71 8.91
हाइब्रिड: इक्विटी ओरियेंटेड -3.46 8.96 30.64
हाइब्रिड: डेट ओरियेंटेड -1.01 7.35 14.19
हाइब्रिड: आस्ति आवंटन -3.11 8.08 15.35
गिल्ट: मध्यम एवं दीर्घावधि 0.13 6.42 4.36