जैसे ही देश की औद्योगिक विकास दर में गिरावट का समाचार आया, शुरुआती कारोबार में 550 अंक की छलांग मार चुका बंबई शेयर बाजार भी बुधवार को सुस्त पड़ गया।
उसकी सुस्ती का आलम यह था कि कारोबार के अंत में इस जबरदस्त बढ़त से बैक गियर लेकर सेंसेक्स महज चार अंकों की बढ़त के साथ 16127.98 पर बंद हुआ।
यही हालत नेशनल स्टॉक एक्सचेंज के निफ्टी की रही, जो 150 अंक की बढ़त से लौट कर 6.10 अंक के मामूली सुधार के साथ 4872.00 पर बंद हुए।
कारोबार की शुरुआत में अमेरिकी और शेयर बाजारों में लौटी रौनक देखकर बंबई शेयर बाजार भी काफी मजबूत नजर आया। बाजार में तेजी उस खबर के बाद आई, जिसमें अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने कहा था कि वह बैंक और कर्जदाताओं के लिए करीब 8000 अरब रुपए का इंतजाम करेगा।
भारत ही नहीं, इस खबर का सकारात्मक असर पूरी दुनिया के शेयर बाजारों पर देखने को मिला, जो अमेरिकी शेयर बाजारों की पिछले कुछ समय से खराब हालत को देखकर एशिया और भारत के बाजार भी गिरावट की गिरफ्त में आते जा रहे थे।
इसके बाद देश की औद्योगिक विकास दर में हुई कमी की खबर ने अमेरिकी खुशखबरी से खुश भारतीय शेयर बाजार को एक बार फिर गमजदा कर दिया। इसके चलते बाजार में बिकवाली तेज हो गई।
बिकवाली का ही असर था कि कारोबार के दौरान काफी उतार-चढ़ाव देखने को मिला। अमेरिका की सेहत सुधरीअमेरिका के डाओ जोंस में 416.66 अंक, नैस्डेक में 86.42 अंक और एसएंडपी 500 सूचकांक में 47.28 अंक की बढ़त देखने को मिली।
एशिया ने चैन की सांस ली हांगकांग का हैंगसेंग, जापान के निक्केई, ताइवान का ताइवान व्हेटेड, दक्षिण कोरिया के सिओल कम्पोजिट और सिंगापुर के स्ट्रेट टाइम्स में अच्छा कारोबार हुआ।