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Stock Market: चढ़ने-गिरने वाले शेयरों के अनुपात में सुधार, 12 महीने में सबसे अच्छा रहने की उम्मीद

FPI की दिलचस्पी मोटे तौर पर लार्जकैप में होती है। लार्जकैप में लंबे समय से लॉन्ग पोजीशन बने रहने के कारण ट्रेडरों को FPI की बिकवाली का जोखिम है।

Last Updated- April 17, 2024 | 9:34 PM IST
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मार्च के निचले स्तर से शेयर कीमतों में व्यापक सुधार के बीच इस महीने बाजार के सेंटिमेंट का बैरोमीटर- चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात (advance-decline ratio/ADR) – तेजी से सुधरा है। अगर यह रफ्तार बरकरार रहती है तो इस महीने चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात 12 महीने में सबसे अच्छा रह सकता है।

पिछले महीने स्मॉलकैप में भारी गिरावट के बीच यह अनुपात 0.8 तक लुढ़क गया था। इस महीने अब तक 2,453 शेयर चढ़े हैं जबकि 1,851 में गिरावट आई है। ऐसे में चढ़ने-गिरने वाले शेयरों का अनुपात अभी 1.3 है। यह अप्रैल 2023 के बाद सबसे अच्छा है।

अगर वैश्विक अवरोधों मसलन अमेरिकी बॉन्ड यील्ड (US bond yields ) में बढ़ोतरी और पश्चिम एशिया में बढ़ते भूराजनीतिक तनाव के बीच पिछले तीन कारोबारी सत्रों में बाजार में गिरावट नहीं आई होती तो यह अनुपात और भी बेहतर होता।

पिछले एक हफ्ते में विदेशी पोर्टफोलियो निवेशकों ने देसी इक्विटी की बिकवाली बढ़ा दी है। एचडीएफसी सिक्योरिटीज के खुदरा शोध प्रमुख (retail research head) दीपक जसानी ने कहा कि पिछले कुछ सत्रों में विदेशी फंडों की बिकवाली के बीच ट्रेडरों की रुचि अब एक बार फिर स्मॉल व मिडकैप में हो गई है।

उन्होंने कहा, FPI की दिलचस्पी मोटे तौर पर लार्जकैप में होती है। लार्जकैप में लंबे समय से लॉन्ग पोजीशन बने रहने के कारण ट्रेडरों को FPI की बिकवाली का जोखिम है।

मूल्यांकन को लेकर नियामक की चिंता के बाद मार्च में निफ्टी स्मॉलकैप 100 इंडेक्स 13 फीसदी तक टूट गया था। यह गिरावट तब हुई जब सेबी प्रमुख माधवी पुरी बुच ने स्मॉलकैप के बढ़े हुए मूल्यांकन को लेकर चिंता जताई। बुच ने कहा कि बाजार में कुछ जगहों पर बुलबुले बन रहे हैं और ऐसे बुलबुले को बनने देना शायद सही नहीं होगा।

कई फंडों ने अपनी-अपनी स्मॉलकैप योजनाओं में निवेश पर पाबंदी लगा दी। इसके बावजूद निवेशकों ने स्मॉलकैप सेगमेंट में पिटे हुए शेयरों की खरीद में दिलचस्पी दिखाई। ऐसे आशावादी व्यवहार से निफ्टी स्मॉलकैप 100 में इस महीने अब तक 6.9 फीसदी का इजाफा हुआ है।

जसानी ने कहा कि सेबी प्रमुख की चेतावनी के बाद स्मॉलकैप और मिडकैप में पिछले कुछ हफ्तों हो रही बिकवाली थमी है। पहले यह तेजी से हो रही थी। जब यह प्रभाव कम हुआ तो निवेशकों की इसमें दोबारा रुचि जगी क्योंकि उन्होंने निचले भावों पर कुछ निश्चित स्मॉलकैप व मिडकैप शेयरों में वैल्यू देखी। विश्लेषकों ने कहा कि आने वाले समय में स्मॉलकैप को लेकर उत्साह कुछ समय रहेगा लेकिन यह शेयर विशेष को लेकर होगा क्योंकि नतीजों का सीजन शुरू हो चुका है।

First Published - April 17, 2024 | 9:34 PM IST

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