IRFC Share Price: IT कंपनियों के शानदार रिजल्ट्स की वजह से कारोबारी सप्ताह के अंतिम दिन शेयर बाजार ने शानदार शुरुआत की, वहीं, PSU स्टॉक इंडियन रेलवे फाइनैंस कॉरपोरेशन (Indian Railway Finance Corporation- IRFC) ने भी दम दिखाया। IRFC के शेयरों ने इंट्रा-डे में 52 सप्ताह का रिकॉर्ड तोड़ते हुए 113.50 रुपये पर ट्रेड करने लगा।
हालांकि बाद में कंपनी के शेयरों में मामूली गिरावट आई, मगर यह लगातार तेजी के साथ ट्रेड कर रहा है। दोपहर 12:27 बजे कंपनी के शेयरों में 6.11 फीसदी की तेजी देखी गई और इसके शेयर 113.40 रुपये पर कारोबार करने लगे। NSE पर भी इसके शेयरों में दमदार तेजी देखने को मिली। कंपनी के शेयर 6.13 फीसदी की उछाल के साथ 113.40 रुपये पर ट्रेड करते दिखे।
BSE और NSE पर IRFC के कारोबार शुरू होने के पहले घंटे में कुल 92.89 मिलियन इक्विटी शेयरों की बिक्री हुई। पिछले 10 कारोबारी दिनों में, औसतन करीब 100 मिलियन यानी 10 करोड़ शेयरों का कारोबार हुआ।
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पिछले एक महीने का डेटा देखें को IRFC के शेयरों में 36 फीसदी का उछाल आया है। वहीं, पिछले 6 महीनों में इसके शेयरों ने शानदार परफॉर्मेंस दिखाते हुए 242 फीसदी का उछाल दर्ज किया।
IRFC के शेयरों का असर इसके बाजार मूल्यांकन यानी मार्केट कैप पर भी देखने को मिला और यह 1.5 ट्रिलियन यानी 1.5 लाख करोड़ रुपये हो गया था। वर्तमान समय में इसका मार्केट कैप 1.48 लाख करोड़ के करीब है।
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IRFC को घरेलू और विदेशी पूंजी बाजारों से धन जुटाने के लिए भारतीय रेलवे (IR) की फंडिंग ब्रांच के रूप में स्थापित किया गया था। IRFC भारत सरकार के रेल मंत्रालय के प्रशासनिक नियंत्रण के तहत एक मिनीरत्न है और यह अनुसूची ‘ए’ सार्वजनिक क्षेत्र का उद्यम (Schedule ‘A’ Public Sector Enterprise ) है। यह भारतीय रिजर्व बैंक (RBI) के साथ व्यवस्थित रूप से महत्वपूर्ण गैर-जमा स्वीकार करने वाली गैर-बैंकिंग वित्तीय कंपनी (NBFC – ND-SI) और इंफ्रास्ट्रक्चर फाइनैंस कंपनी (NBFCIFC) के रूप में भी रजिस्टर्ड है।
IRFC ने अपने वार्षिक योजना के कुल खर्च के एक महत्वपूर्ण अनुपात की फाइनैंसिंग करके भारतीय रेलवे और संबंधित संस्थाओं के विस्तार में अहम भूमिका निभाई है।
इसका उद्देश्य रेलवे के इंफ्रास्ट्रक्चर के विस्तार के लिए प्रतिस्पर्धी लागत पर पूंजी बाजार से रकम जुटाने के लिए देश की लीडिंग फाइनैंशियल सर्विस कंपनियों में से एक बनना है और यह सुनिश्चित करना है कि कॉरयोरेशन अपने ऑपरेशन से बेहतर मुनाफा कमाता है।
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रेटिंग एजेंसी का मानना है कि IRFC को फाइनैंशियल सपोर्ट करने में अपनी रणनीतिक भूमिका के कारण भारत सरकार से बिजनेस और फाइनैंशियल हेल्प मिलती रहेगी। भारत सरकार के समर्थन से IRFC को एक मजबूत क्रेडिट रिस्क प्रोफाइल बनाए रखने में मदद मिलेगी।