बीएसई 500 कंपनियों में से करीब 60 फीसदी फर्मों के शेयर साल की शुरुआत में विश्लेषकों द्वारा तय किए गए 12 महीने के लक्ष्य से ऊपर पहुंच गए हैं। देसी-विदेशी निवेशकों की लगातार लिवाली के कारण बाजार में चौतरफा तेजी आई है, जिनसे कंपनियों के शेयर भी चढ़ गए हैं।
ब्लूमबर्ग द्वारा संकलित किए गए आंकड़ों के मुताबिक बीएसई 500 की सूची में शामिल 453 कंपनियों में से करीब 267 के शेयर का भाव लक्ष्य से ऊपर चल रहा है। रेल विकास निगम, अपार इंडस्ट्रीज और इंडियन ओवरसीज बैंक के शेयर लक्ष्य से बहुत ऊपर कारोबार कर रहे हैं। इसके उलट अदाणी एनर्जी सॉल्यूशंस, राजेश एक्पोर्ट्स, बालाजी अमाइन्स और डेल्टा कॉर्प जैसी कंपनियों के शेयरों का भाव 12 महीने के लक्ष्य से नीचे चल रहा है। विश्लेषक बीएसई 500 में शामिल सभी कंपनियों पर नजर नहीं रखते। कई कंपनियों को कम विश्लेषक देखते हैं, इसलिए हो सकता है कि सबकी सहमति से तय किया गया लक्ष्य उनका सही भाव नहीं बताता हो।
स्वतंत्र इक्विटी विश्लेषक अंबरीश बालिगा ने कहा, ‘बाजार में जब तेजी रहती है तो वहां तरलता भी बढ़ती है जिससे तेजी को और बल मिलता है।’ इस साल अभी तक निफ्टी में 9 फीसदी की तेजी आ चुकी है और निफ्टी मिडकैप 100 में 28 फीसदी तथा निफ्टी स्मॉलकैप 100 में 33 फीसदी बढ़त आई है।
विश्लेषकों ने कहा कि मिड और स्मॉल कैप कंपनियों के शेयरों में ज्यादा तेजी आई है। लॉर्ज कैप शेयरों पर विश्लेषकों की खूब नजर रहती है और बाजार के अनुकूल माहौल में अधिकतर शेयर उचित मूल्य के आसपास कारोबार करते हैं।
ऐक्सिस सिक्योरिटीज ने एक नोट में कहा है, ‘बीते कुछ महीनों में मिडकैप और स्मॉलकैप में अच्छी मजबूती देखी गई है। इसलिए हमें लगता है कि कुछ में मौजूदा स्तर पर सुरक्षा मार्जिन लॉर्ज कैप की तुलना में कम हुआ है। ऐसे में निकट अवधि में बाजार में थोड़ी गिरावट आ सकती है और निवेश लॉर्ज कैप शेयरों की ओर जा सकता है।’
गणित को ध्यान में रखते हुए अपने लक्षित भाव और आय वृद्धि के अनुमान को बढ़ा दिया है। उदाहरण के लिए अदाणी एनर्जी तथा समूह की कुछ अन्य कंपनियां सर्वसम्मत अनुमान से नीचे कारोबार कर रही हैं क्योंकि अमेरिकी शॉर्ट सेलिंग फर्म हिंडनबर्ग रिसर्च की रिपोर्ट में अदाणी समूह पर आरोप लगाए जाने के बाद समूह के शेयरों में तेज गिरावट आई थी। इसी तरह वस्तु एवं सेवा कर आसूचना महानिदेशालय द्वारा कर नोटिस मिलने के बाद डेल्टा कॉर्प के शेयरों में काफी गिरावट आई है। डेल्टा कॉर्प को 11,139 करोड़ रुपये बकाया कर का नोटिस भेजा गया था।
सार्वजनिक क्षेत्र (पीएसयू) की ज्यादातर कंपनियां और मिड कैप आई फर्में अपने लिए तय लक्ष्य से बेहतर प्रदर्शन करने में सफल रही हैं। बालिगा ने कहा, ‘पीएसयू कंपनियों, खास तौर पर रक्षा और रेलवे से जुड़ी कंपनियों का प्रदर्शन अच्छे ऑर्डर की वजह से बेहतर रहा है।’
बालिगा ने कहा कि विश्लेषक अभी ‘बेचने’ की सलाह नहीं दे रहे हैं क्योंकि निवेशक इन शेयरों में लगातार निवेश कर रहे हैं। हाल के महीनों में 261 शेयरों में से 237 के भाव का लक्ष्य भी बढ़ा दिया गया है। गिने-चुने शेयरों के लिए ही भाव का लक्ष्य कम किया गया है।
अदाणी ग्रीन, डिवि लैबोरेटरीज और ऐंजल वन के लिए लक्ष्य कम किया गया है जबकि इन शेयरों का भाव साल की शुरुआत के अपने लक्ष्य से ऊपर चल रहा है। अदाणी ग्रीन लक्ष्य से 51 फीसदी ऊपर कारोबार कर रहा है। विशेषीकृत रसायन कंपनियों के शेयरों के भाव लक्ष्य से नीचे हैं। इक्विनॉमिक्स के संस्थापक जी चोकालिंगम ने कहा, ‘तीन महीने के अंदर शेयरों में गिरावट देखी जा सकती है क्योंकि इनका मूल्यांकन काफी बढ़ गया है और आम चुनाव भी आने वाले हैं।