भारत की बाजार नियामक संस्था, मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (एमसीएक्स) पर मंगलवार को चार घंटे तक ट्रेडिंग ठप रहने पर जुर्माना लगा सकती है। मामले के जानकार दो सूत्रों ने रॉयटर्स को यह जानकारी दी। सूत्रों के अनुसार, यह व्यवधान ‘क्षमता उल्लंघन’ के कारण हुआ क्योंकि एक्सचेंज उस दिन ट्रेडिंग करने वाले ग्राहकों की तादाद को संभालने में असमर्थ था। नाम न बताने की शर्त पर सूत्रों ने यह जानकारी दी। वे मीडिया से बातचीत के लिए अधिकृत नहीं हैं। भारतीय प्रतिभूति और विनिमय बोर्ड (सेबी) ने ईमेल पर सवाल का जवाब नहीं दिया।
एमसीएक्स ने शुक्रवार को कहा कि उसके तंत्र में पहले से तय मानदंड थे जो तथाकथित ‘यूनिक क्लाइंट कोड’ की संख्या को सीमित करते हैं जिसके कारण सीमा से परे बाधाएं आईं।’ एक्सचेंज ने कहा कि उसका ट्रेडिंग तंत्र स्थिर है। सूत्रों ने कहा कि सेबी को चिंता है कि आखिर ट्रेडिंग रोकने के कारण की पहचान करने में देरी क्यों हुई और वह एमसीएक्स को अपनी ट्रेडिंग प्रणाली की क्षमता में सुधार का निर्देश दे सकता है। सूत्र ने कहा, ‘मूल कारण क्षमता उल्लंघन था। ऐसे में कारोबार में वृद्धि के कारण यह आपदा रिकवरी वेबसाइट पर भी जारी रहा।’ एमसीएक्स ने कहा कि उसने भविष्य में ऐसी समस्याओं को रोकने के लिए कदम उठाए हैं।
ट्रेडिंग रुकने के कारण कई सराफा कारोबारियों ने नुकसान की सूचना दी है। इसलिए उन्होंने नियामक के सामने मुद्दा उठाने के लिए इंडिया बुलियन ऐंड ज्वैलर्स एसोसिएशन लिमिटेड (आईबीजेए) से संपर्क किया। नाम न छापने की शर्त पर आईबीजेए के एक अधिकारी ने कहा कि इस साल एमसीएक्स पर ट्रेडिंग में देरी और रुकावटें तेजी से बढ़ रही हैं, जिससे कारोबारियों को नुकसान हो रहा है। मुंबई के एक सर्राफा डीलर ने कहा कि उन्हें कामकाज फिर से शुरू करने में देरी के कारण अधिक नुकसान उठाने को मजबूर होना पड़ा।
(रॉयटर्स)