अदाणी समूह द्वारा निवेशकों का विश्वास लौटाने और अपनी नियंत्रण क्षमता के संबंध में चिंताओं को कम करने के लिए कई उपाय किए जाने के बाद अदाणी समूह के शेयरों में दूसरे दिन भी तेजी आई।
समूह से संबंधित 10 में से सात शेयर बढ़त के साथ बंद हुए। समूह की प्रमुख कंपनी अदाणी एंटरप्राइजेज (AEL) ने लगभग 20 प्रतिशत की तेजी दर्ज की। AEL, जिसने पूर्ण अभिदान (full subscription) प्राप्त करने के बावजूद इस महीने की शुरुआत में 20,000 करोड़ रुपये की शेयर बिक्री वापस ले ली थी, अब दो दिनों में 37 प्रतिशत चढ़ चुकी है। इससे अमेरिकी शॉर्ट-सेलर हिंडनबर्ग रिसर्च द्वारा अलाचोनात्मक रिपोर्ट जारी करने के बाद हुए घाटे की आधी भरपाई हो रही है।
विश्वास बहाल करने के लिए उठाए गए कदमों में गौतम अदाणी और उनके परिवार द्वारा 1.11 अरब डॉलर का कर्ज चुकाना, अदाणी पोर्ट्स और एसईजेड की पूंजी संरचना में सुधार का संकल्प और संबंधित पक्ष के लेनदेन के मसलों में स्वतंत्र मूल्यांकन करना शामिल है। अदाणी पोर्ट्स और एसईजेड के शेयर 8.3 फीसदी चढ़े।
इस बीच अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी विल्मर, अदाणी पावर और न्यू डेल्ही टेलीविजन पांच प्रतिशत की अपनी ऊपरी सीमा तक पहुंच गए। दूसरी ओर अदाणी ग्रीन एनर्जी और अदाणी टोटाल गैस में करीब पांच-पांच प्रतिशत की गिरावट आई, जबकि हाल ही में अधिग्रहण की गई सीमेंट इकाइयों – एसीसी और अंबुजा में उनके पिछले दिन के बंद भाव के मुकाबले कुछ बदलावा आया।
समूह ने बाजार पूंजीकरण में 48,627 करोड़ रुपये जोड़े और समूह का संयुक्त बाजार पूंजीकरण एक बार फिर 10 लाख करोड़ रुपये के स्तर से आगे बढ़ गया। हालांकि 24 जनवरी के बाद से संयुक्त बाजार पूंजीकरण अब भी 8.8 लाख करोड़ रुपये कम है, जो किसी कारोबारी समूह के मामले में सबसे बड़ी शेयर बाजार गिरावट में से एक रही है।
पाइपर सेरिका एडवाइजर्स के फंड प्रबंधक अभय अग्रवाल ने कहा कि कम से कम अगले वर्ष के लिए समूह का तत्काल ध्यान कर्ज कम करने पर होने की उम्मीद है। आमदनी का हालिया विवरण भी इस दृष्टिकोण का समर्थन करता है। शायद वे अधिग्रहण के जरिये विकास करने की दिशा में धीमी रफ्तार से बढ़ें क्योंकि बड़े अधिग्रहण के लिए नए उधार की आवश्यकता होगी।
मंगलवार को अदाणी पोर्ट्स ने तीसरी तिमाही की शुद्ध आय की सूचना दी जो औसत विश्लेषक अनुमान से चूक गई है। लेकिन विश्लेषक कंपनी द्वारा 5,000 करोड़ रुपये का कर्ज चुकाने के प्रस्ताव से उत्साहित थे।