तेल एवं दूरसंचार दिग्गज रिलायंस इंडस्ट्रीज (आरआईएल) का शेयर दिन के कारोबार में 3.6 प्रतिशत चढ़कर 2,988 रुपये पर पहुंच गया। गोल्डमैन सेक्स के इस शेयर का कीमत लक्ष्य बढ़ाने के बाद इसमें यह तेजी देखी गई है। ब्रोकरेज फर्म ने आरआईएल के पुराने व्यवसाय में पूंजीगत खर्च बढ़ने, अनुकूल रिस्क-रिवार्ड और डिज्नी के साथ नए मीडिया संयुक्त उपक्रम से मिल रही मदद को ध्यान में रखते हुए अपना अनुमान जारी किया है।
अपनी रिपोर्ट में ब्रोकरेज ने आरआईएल पर एक साल का कीमत लक्ष्य 2,925 रुपये से बढ़ाकर 3,400 रुपये कर दिया है जो बुधवार के बंद भाव के हिसाब से 14 प्रतिशत की संभावित तेजी है। तेजी की स्थिति में यह शेयर वित्त वर्ष 2026 तक 4,495 रुपये पर पहुंच सकता है जिससे 50 प्रतिशत तेजी का संकेत मिलता है।
बुधवार के कारोबार में आरआईएल का शेयर 12 कारोबारी सत्रों के बाद 3,000 रुपये पर पहुंच गया था। उसने इस महीने के शुरू में 4 मार्च को 3,025 रुपये का नया ऊंचा स्तर बनाया था। कैलेंडर वर्ष 2024 में आरआईएल का शेयर अभी तक करीब 16 प्रतिशत चढ़ा है जबकि सेंसेक्स में करीब 1 प्रतिशत की तेजी आई है।
ब्रोकरेज के अनुसार कंपनी का समेकित प्रतिफल वित्त वर्ष 2024 में बदलाव के दौर से गुजर रहा है और निवेश की गई नकदी पर नकद प्रतिफल (सीआरओसीआई) वित्त वर्ष 2027 तक 270 आधार अंक तक बढ़कर 12 प्रतिशत हो जाएगा जो 2011 के बाद से सर्वाधिक होगा। दूरसंचार और रिटेल की मदद से वित्त वर्ष 2024 से 27 के बीच पूंजीगत खर्च तेजी से घटने का अनुमान है।
आरआईएल पर अपनी ‘खरीद’ रेटिंग बरकरार रखते हुए गोल्डमैन सैक्स ने कहा कि हाइड्रोकार्बन और दूरसंचार जैसे लंबी अवधि में मुनाफा देने वाले व्यवसायों में घराने का पूंजीगत खर्च अब चरम पर पहुंच गया है और कम पूंजीगत खर्च वाले नए व्यवसायों से मजबूत प्रतिफल (higher returns) मिलने की संभावना जताई है।
आरआईएल का एबिटा सालाना आधार पर 20 प्रतिशत बढ़ने और वित्त वर्ष 2024-27 के बीच यह 17 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से बढ़ने का अनुमान है।
ब्रोकरेज का कहना है कि इसे रिटेल सेगमेंट का एबिटा दोगुना होने, मजबूत एआरपीयू पर आधारित दूरसंचार एबिटा में 22 प्रतिशत की चक्रवृद्धि दर से भी मदद मिलेगी। कंपनी को 2024 की दूसरी छमाही में शुल्क वृद्धि की वजह से एआरपीयू में सुधार लाने में मदद मिलेगी।
रिपोर्ट में कहा गया है, ‘पूरे भारत में 5जी की पेशकश अब लगभग पूरी हो चुकी है और भविष्य में संभावित दूरसंचार दर वृद्धि के साथ हमारा मानना है कि दूरसंचार व्यवसाय मुक्त नकदी प्रवाह वाला बिजनेस होगा।’