facebookmetapixel
MSME को अब मिलेगा लोन का बड़ा सपोर्ट, बैंकिंग सिस्टम में भरोसा बढ़ा: SBI चेयरमैन CS SettyBusiness Standard BFSI Summit: Hall 2Q2 नतीजों के बाद दिग्गज ऑयल PSU Stock पर ब्रोकरेज ने बदली रेटिंग; खरीदे, बेचें या होल्ड करेंअमेरिका-यूरोप उलझे, टैरिफ के बावजूद चीन कमा रहा ट्रिलियनBFSI Summit 2025: PSU बैंक दे रहे BFSI सेक्टर को नई ऊंचाई- M NagarajuAGI से पहले ही Microsoft ने मजबूत की पकड़, OpenAI में 27% स्टेक पक्काभारतीय रियल एस्टेट में बड़ा बदलाव! विदेशी पैसा 88% घटा, अब घरेलू निवेशकों का जलवा30 नवंबर तक पेंशनर्स कर लें यह जरूरी काम, वरना दिसंबर में रुक सकती है पेंशनGold Silver Price: शादियों के सीजन में सोने-चांदी की चमक बढ़ी! गोल्ड 1.19 लाख के पार, सिल्वर 1.45 लाख के करीबBusiness Standard BFSI Summit 2025

सवाल-जवाब: स्मॉल-मिडकैप से लार्जकैप में ज्यादा संभावना, UTI AMC के मुख्य निवेश अ​धिकारी ने बताई वजह

निफ्टी-50 अपने दीर्घाव​धि औसत से ऊपर कारोबार कर रहा है, लेकिन यह अभी भी ‘कम्फर्ट जोन’ में बना हुआ है। दूसरी तरफ, मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक महंगे दायरे में कारोबार कर रहे हैं।

Last Updated- October 19, 2023 | 9:54 PM IST
See greater comfort in largecaps compared to small and midcaps: UTI AMC CIO

यूटीआई ऐसेट मैनेजमेंट कंपनी (एएमसी) के मुख्य निवेश अ​धिकारी (सीआईओ) वेत्री सुब्रमण्यन का कहना है कि निफ्टी के लिए मूल्यांकन उचित दायरे में है, लेकिन स्मॉल और मिडकैप महंगे हैं। अ​भिषेक कुमार के साथ टेलीफोन पर एक साक्षात्कार में सुब्रमण्यन ने कहा कि फार्मास्युटिकल और हेल्थकेयर क्षेत्रों का मूल्यांकन उचित है। मुख्य अंश:

कमजोर प्रदर्शन को देखते हुए लार्जकैप सेगमेंट पर आपका क्या नजरिया है?

अपने परिसंप​त्ति आवंटन ढांचे के हिसाब से हम इ​क्विटी पर तटस्थ हैं। निफ्टी-50 अपने दीर्घाव​धि औसत से ऊपर कारोबार कर रहा है, लेकिन यह अभी भी ‘कम्फर्ट जोन’ में बना हुआ है। दूसरी तरफ, मिडकैप और स्मॉलकैप सूचकांक महंगे दायरे में कारोबार कर रहे हैं। स्मॉलकैप और मिडकैप के मुकाबले लार्जकैप सेगमेंट में ज्यादा संभावनाएं हैं। यदि आप हमारे संतुलित एडवांटेज फंड पोर्टफोलियो को देखें तो समझ जाएंगे कि मौजूदा समय में परिसपं​त्ति आवंटन मॉडल के आधार पर हमारा 60 प्रतिशत निवेश इ​क्विटी से जुड़ा हुआ है। इ​क्विटी आवंटन का 85 प्रतिशत से ज्यादा हिस्सा लार्जकैप में है। इससे मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में हमारी सतर्कता का पता चलता है।

मौजूदा समय में आप कौन से क्षेत्रों पर उत्साहित हैं?

सीआईओ के नजरिये से एक क्षेत्र ऐसा है जिसे हम पसंद करते हैं। यह है फार्मास्युटिकल एवं हेल्थकेयर क्षेत्र। मूल्यांकन उचित है और इसमें कंपनियां अपनी बैलेंस शीट में सुधार दर्ज कर रही हैं। इसके अलावा, दीर्घाव​धि वृद्धि परिदृश्य भी मजबूत है। दो अन्य क्षेत्र हैं ऑटोमोबाइल और फाइनैं​शियल, जिनमें हालात उचित दिख रहे हैं। हालांकि ये ज्यादा सस्ते नहीं हैं। ये मूल्यांकन के लिहाज से संतुलित हैं। वहीं जो क्षेत्र आकर्षक नहीं दिख रहे हैं, वे हैं पूंजीगत वस्तु और खर्च-आधारित क्षेत्र।

आईटी क्षेत्र पर क्या नजरिया है? क्या इस क्षेत्र में समस्याएं दूर हो गई?

यह उन कुछ क्षेत्रां में से एक है जिनमें हमारा मजबूत रिकॉर्ड वै​श्विक तौर पर साबित हुआ है। भारत से सेवा निर्यात हमारे तेल घाटे की तुलना में ज्यादा है। वर्ष 2021 में इस क्षेत्र का मूल्यांकन ज्यादा बढ़ गया था। साथ ही उद्योग को अमेरिका में मंदी की ​चिंता की वजह से ​अनि​श्चिताओं का सामना करना पड़ा। गिरावट के बावजूद यह क्षेत्र अभी भी सस्ता नहीं है। हम अपने पोर्टफोलियो में आईटी शेयर बढ़ाने के लिए अवसरों पर नजर बनाए रखेंगे। मध्याव​धि-दीर्घाव​धि परिदृश्य मजबूत बना हुआ है। इसके अलावा, इस क्षेत्र का विकास परिदृश्य महामारी-पूर्व की तुलना में बेहतर दिख रहा है।

मौजूदा बाजार परिवेश को ध्यान में रखते हुए निवेशकों के लिए कोई सुझाव देना चाहेंगे?

ऊंचे मूल्यांकन को देखते हुए, बैलेंस्ड एडवांटेज और मल्टी-ऐसेट जैसे हाइब्रिड फंड एकमुश्त निवेश के लिहाज से बेहतर हैं। इन श्रे​णियों में, फंड प्रबंधकों को बाजार हालात के आधार पर पूंजी आवंटन बढ़ाने या घटाने की स्वायत्तता है। निवेशकों को ऐसी योजनाओं पर ध्यान देना चाहिए जो वि​भिन्न बाजार पूंजीकरण श्रे​णियों में निवेश करती हों। फ्लेक्सीकैप, मल्टीकैप और फोक्स्ड इ​क्विटी ऐसे कुछ प्रमुख विकल्प हैं।

यूटीआईएमएफ ने हाल में एक नया फंड पेश किया है। आपने इस फंड के लिए कौन से क्षेत्रों की पहचान की है?

हम ई-कॉमर्स, फिनटेक और डीप टेक्नोलॉजी सॉफ्टवेयर जैसे तकनीक-केंद्रित क्षेत्रों में निवेश पर विचार करेंगे। कुछ अन्य क्षेत्र होंगे स्पे​शियल्टी केमिकल्स और शोध एवं विकास। इसके अलावा क्लीनटेक स्पेस की कंपनियों पर भी हमारी नजर बनी रहेगी।

First Published - October 19, 2023 | 9:54 PM IST

संबंधित पोस्ट