Pharma Stocks: भारत की फार्मा इंडस्ट्री के वित्त वर्ष 2025-26 में 9-11% की दर से बढ़ने की संभावना है। प्राइस इंक्रीज और घरेलू बाजार में नए प्रोडक्ट्स के साथ रेगुलेटिड मार्केट से मांग में वृद्धि से इंडस्ट्री में यह ग्रोथ देखने को मिल सकती है। इसके अलावा केंद्र सरकार ने मेक-इन-इंडिया को बढ़ावा देने के लिए फार्मा इंडस्ट्री के लिए पीएलआई योजना भी शुरू की है। इसमें 18-20% आयातित दवाओं का निर्माण स्थानीय स्तर पर किया जा सकता है।
ब्रोकरेज फर्म मोतीलाल ओसवाल का मानना है कि हॉस्पिटल्स में बेड्स की संख्या और ऑक्यूपेंसी में वृद्धि से फार्मा इंडस्ट्री के प्रॉफिटेबिलिटी में सुधार आएगा। ब्रोकरेज ने फार्मा/हेल्थकेयर क्षेत्र से पांच शेयरों की एक लिस्ट भी तैयार की है जिन्हें इंडस्ट्री में मजबूत ग्रोथ से सबसे ज्यादा फायदा मिल सकता है।
मैनकाइंड आरएक्स-प्रिस्क्रिप्शन बिजनेस में इंडस्ट्री की तुलना में बेहतर ग्रोथ रेट प्रदान करना जारी रखा है। शानदार पोर्टफोलियो और क्रोनिक थेरेपी में बेहतर एक्सेक्यूशन से कंपनी को सपोर्ट मिलने की संभावना है। मैनकाइंड का शेयर पिछले एक महीने में 14% से ज्यादा चढ़ गया है जबकि बीते एक साल में स्टॉक ने 50.66% का रिटर्न दिया है। स्टॉक का 52 वीक हाई 3,050 रुपये और लो 1,910.10 रुपये है।
मैक्स के ब्राउनफील्ड, ग्रीनफील्ड और अकार्बनिक विस्तार का संयोजन मजबूत रेवेन्यू वृद्धि को बढ़ावा देगा। साथ हॉस्पिटल में बेड्स की संख्या में वृद्धि ईबीआईटीडीए ब्रेकईवन को बढ़ावा देगा। इससे कंपनी को हायर ऑपरेटिंग लेवरेज मिलेगा। मैक्स लिमिटेड के शेयरों में हाल फिलहाल में गिरावट देखने को मिली है। हेल्थ सेक्टर कंपनी का शेयर पिछले एक महीने में 16% गिरा है। हालांकि, पिछले एक साल में कंपनी का शेयर 41.31% चढ़ा है।
कंपनी ने अमेरिकी जेनेरिक सेगमेंट में स्पेशल प्रोडक्ट्स को शामिल करने, डोमेस्टिक फॉर्मूलेशन (DF) सेगमेंट में इंडस्ट्री के बेहतर प्रदर्शन और ईयू/उभरते बाजारों में अलग-अलग प्रोडक्ट लॉन्च के साथ कमाई में वृद्धि करके दिखाई है। कंपनी का शेयर पिछले एक महीने में 4.75% चढ़ा है जबकि एक साल में इसने 71.53% का रिटर्न दिया है।
कंपनी अगले 2-3 वर्षों में अपनी मजबूत कमाई की गति बनाए रखने के लिए कई मोर्चों पर काम कर रही है। दवा कंपनी अमेरिकी बाजार में उत्पादों का फिर से लॉन्च करने और अपनी साइट के साथ-साथ यूनिकेम साइटों के जरिये नई प्रोडक्ट्स पर फोकस कर रही है। इप्का लैब्स स्टॉक का प्रदर्शन पिछले एक महीने में लगभग सपाट रहा है। हालांकि, बीते एक साल में शेयर 49.23% चढ़ा है।
ब्रोकरेज का मानना है कि पीरामल फार्मा अपनी मजबूत क्षमताओं से फायदा उठाने के लिए तैयार है। इसके अलावा, यह एक स्थापित वैश्विक नेटवर्क के जरिए सीएचजी सेगमेंट में अपनी पेशकश बढ़ा रही है। ब्रोकरेज ने उम्मीद जताई है कि कंपनी का PAT FY24 में 56 करोड़ से बढ़कर FY26 तक 700 करोड़ रुपये तक पहुंच जाएगा। पीरामल फार्मा ने भी बाजार में अच्छा परफॉर्मेंस दिया है और पिछले एक साल में कंपनी के स्टॉक में 81.71% बढ़त देखने को मिली है।