वर्ष 2022 में 87 प्रतिशत से ज्यादा लार्जकैप योजनाएं बीएसई-100 (कुल प्रतिफल) के मुकाबले बेहतर प्रदर्शन करने में विफल रहीं। एसऐंडपी डाउ जोंस इंडेक्सेज की एक रिपोर्ट पर नजर डालें तो पता चलता है कि 2021 में यह प्रतिशत 50 था।
तीन वर्षीय अवधि के दौरान, सूचकांक के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन करने वाली योजनाओं का प्रतिशत 97 प्रतिशत पर काफी ऊंचा बना हुआ था।
बाजार में बढ़ती दक्षता की वजह से सक्रिय लार्जकैप योजनाओं को सामान्य तौर पर अच्छा प्रदर्शन करने की राह में चुनौतियों का सामना करना पड़ता है, लेकिन 2022 इस संदर्भ में ज्यादा चुनौतीपूर्ण रहा, क्योंकि मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों ने लार्जकैप की तुलना में कमजोर प्रदर्शन किया।
2022 में, S&P BSE 100 TRI 6 प्रतिशत चढ़ा, जबकि स्मॉलकैप सूचकांक S&P BSE 250 Smallcap TRI ने वर्ष का समापन 1 प्रतिशत की कमजोरी के साथ किया। S&P BSE 150 Midcap TRI महज 3.6 प्रतिशत चढ़ा। 2021 में, स्मॉलकैप सूचकांक में 59 प्रतिशत तेजी आई थी, जबकि लार्जकैप सूचकांक महज 26 प्रतिशत चढ़ा था। सक्रिय योजनाओं का प्रतिफल अदाणी समह के शेयरों पर अंडरवेट नजरिये की वजह से भी प्रभावित हुआ, जो 2022 में लार्जकैप सूचकांकों में मजबूत प्रदर्शक थे।
बीएसई 100 में अदाणी समूह की पांच कंपनियां – अदाणी पोर्ट्स ऐंड स्पेशल इकोनॉमिक जोन, अदाणी एंटरप्राइजेज, अदाणी ट्रांसमिशन, अदाणी ग्रीन, और अदाणी टोटाल गैस शामिल हैं। इनमें से दो कंपनियों अदाणी पावर और अदाणी एंटरप्राइजेज ने पिछले साल 150 प्रतिशत से ज्यादा का प्रतिफल दिया है।
प्लान अहेड वेल्थ एडवायजर्स के संस्थापक एवं मुख्य कार्याधिकारी विशाल धवन का कहना है, ‘2022 में, ज्यादातर प्रतिफल कुछ खास शेयरों से हासिल हुआ और अदाणी समूह के शेयर इनमें मुख्य रूप से शामिल थे। प्रतिफल में व्यापक अंतर का विविधीकृत सक्रिय फंडों पर नकारात्मक प्रभाव पड़ा। इसके अलावा, सक्रिय लार्जकैप फंड मिडकैप और स्मॉलकैप शेयरों में 20 प्रतिशत तक निवेश कर सकते हैं। इस निवेश आवंटन से ऐसे समय में प्रतिफल पर अंतर दिखा है जब मिडकैप और स्मॉलकैप ने लार्जकैप के मुकाबले कमजोर प्रदर्शन किया है। इसके अलावा, सक्रिय फंडों के महंगे एक्सपेंस रेशियो से भी प्रतिफल पर प्रभाव पड़ सकता है।’